मधुमेह रोगियों को जरूरी है आंखों की नियमित जांच

आइए जानें मधुमेह रोगियों को आखों की जांच कैसे और कब की जानी चाहिए।
  • SHARE
  • FOLLOW
मधुमेह रोगियों को जरूरी है आंखों की नियमित जांच

यह तो आप जानते ही हैं कि मधुमेह रोगियों को कई तरह की बीमारियां होने की आशंका रहती हैं। ऐसे में कई बार उनको गंभीर बीमारियां होने का खतरा भी बना रहता है। मधुमेह रोगियों को आंखों की समस्याएं भी हो जाती है और लापरवाही बरतने पर अंधता या फिर मोतियाबिंद जैसी शिकायतें भी हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि मधुमेह रोगी आंखों की जांच कराएं। आइए जानें मधुमेह रोगियों को आखों की जांच कैसे और कब की जानी चाहिए।

 मधुमेह रोगी



मधुमेह रोगी कराएं आखों की जांच

आमतौर पर नेत्र विशेषज्ञ भी सलाह देते हैं कि दो या तीन महीनों में आंखों की जांच कराते रहना चाहिए जिससे आने वाले किसी भी खतरे को समय से पहले ही टाला सकें। मधुमेह रोगियों के लिए ये बात और भी जरूरी हो जाती है कि वे समय-समय पर आंखों की जांच कराते रहें और आंखों में थोड़े से धुंधलापन की शिकायत होने या फिर ना दिखाई देने या आंखों की किसी भी अन्य समस्या के होते ही तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।    डॉक्टर भी खासतौर पर मधुमेह रोगियों को आंखों की जांच कराने की सलाह देते हैं जिससे उनमें होने वाले अंधेपन को समय से पहले ही रोका जा सकें।गौरतलब है कि मधुमेह के अतिरिक्त प्रभाव के कारण अंधता होने की आंशका सामान्य व्यक्ति से अधिक मधुमेह रोगी में बढ़ जाती है। इतना ही नहीं मधुमेह से होने वाले अंधेपन का इलाज भी संभव नहीं है। यानी मधुमेह से यदि अंधापन या आंखों की कोई बीमारी हो जाती है तो उसे दोबारा ठीक करना मुश्किल हो जाता है,ऐसे में मधुमेह रोगियों की आंखों की रोशनी वापिस लाना असंभव है तो इस दुष्परिणाम से बचने के लिए मधुमेह रोगियों को अपनी आंखों की खास देखभाल करनी चाहिए।

 

मधुमेह रोगी


मधुमेह रोगी आंखों की देखभाल कैसे करें

जिन मधुमेह रोगियों को पहले से ही चश्मा चढ़ा हुआ है या आंखों की मसल्स कमजोर है उन्हें तो एक महीने में आंखों का रूटीन चेकअप जरूर करवाना चाहिए।इतना ही नहीं जो मधुमेह रोगी कंप्यूंटर, टीवी, विडियो या मोबाइल जैसी चीजों का अधिक इस्तेमाल करते हैं उन्हें प्रतिदिन आंखों की एक्सरसाइज करनी चाहिए। और कोशिश करनी चाहिए कि आंखें कमजोर करने वाली तकनीकी चीजों से दूरी बनाएं।आपको चाहिए कि आप लगातार, कंप्यूटर और मोबाइल पर आंखें ना गढ़ाए बल्कि कुछ-कुछ देर का गैप रखें।यदि आप धूम्रपान, अल्‍‍कोहल का बहुत अधिक सेवन करते हैं तो इन चीजों से दूरी बनाएं रखें।

मधुमेह के कारण आंखों की होने वाली बीमारी में दो प्रकार की बीमारी बहुत आम है इनसे से एक है मोतियाबिंद और दूसरी है ग्लॉहकोमा। ये दोनों ही बीमारियां मधुमेह रोगी को अंधा बना सकते हैं।

 

Image Source-Getty Images

Read More article On Diabetes in Hindi

 

Read Next

मधुमेह रोगी को नहीं करना चाहिए इन आहारों का सेवन

Disclaimer