
Exercises For Good Mental Health : यह बात तो हम सभी जानते हैं कि व्यायाम करने से शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक्सरसाइज करने से मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहा जा सकता है? एक अध्ययन से इस बात की पुष्टि हुई थी कि जो लोग नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं, वे उन भावनात्मक, शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होते हैं। जो लोग एक्सरसाइज करते हैं, उनमें मानसिक बीमारियों की दर भी कम होती है। इसलिए आप भी नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और खुद को मेंटली-फिजीकली फिट रखें। इस लेख में आपको कुछ ऐसे एक्सरसाइज के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप शारीरिक ही नहीं, मानसिक रूप से भी फिट रह सकते हैं।
वॉक पर जाएं
विशेषज्ञा कहते हैं कि वॉक करना कई समस्याओं का समाधान है। अगर आप मानसिक रूप से अस्थिर हैं और अक्सर खुद को परेशान पाते हैं, तो ऐसे में आप चहलकदमी कर सकते हैं। कई शोधों से यह स्पष्ट हुआ है कि जो लोग मॉर्निंग वॉक करते हैं, उनमें तनाव का स्तर कम होता है, अवसाद में गिरावट आती है और ऐसे लोगों को चिंताएं भी कम सताती हैं। अगर आपके पास सुबह वॉक करने का समय नहीं है तो आप शाम के समय भी वॉक कर सकते हैं। जरूरी नहीं है कि आप 30 से 40 मिनट तक वॉक करें। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि महज 15 मिनट की वॉक भी काफी फायदेमंद होती है।
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योग करें
योग अपने आपमें एक अलग विधा है, जो श्वास की गति पर नियंत्रण रखना सिखाती है। योग के असंख्य लाभ हैं। मनोचिकित्सक भी मानते हैं कि जो लोग नियमित रूप से योग करते हैं, वे मन से शांत होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि योग की आध्यात्मिकता, ध्यान और श्वास की गति पर आधारित होता है। योग एक प्रकार का शांत व्यायाम है, जो आपको पूरी तरह से शरीर पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देता है। यह बताते चलें कि योग के कई प्रकार मौजदू हैं। आप अपनी पसंद से कोई भी योग कर सकते हैं। लेकिन एक्सपर्ट की मदद जरूर लें। जैसे-जैसे आप योग को अपनी जीवनशैली का अभिन्ना हिस्सा बना लेंगे, इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता चला जाएगा।
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दौड़ना
चहलकदमी की ही तरह दौड़ना भी आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। जरूरी नहीं है कि आप दौड़ने के लिए पार्क जाएं। अगर आपके पास ट्रेडमिल है, तो उस पर भी इस एक्सरसाइज को कर सकते हैं। रनिंग का मेंटल हेल्थ पर अच्छा असर पड़ता है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में न्यूरोसाइंस के प्रोफेसर डेविड लिंडेन कहते हैं, ‘व्यायाम में नाटकीय तौर पर एंटीड्रिप्रेसिव प्रभाव होता है। यह शारीरिक और भावनात्मक तनाव के प्रति मस्तिष्क की प्रतिक्रिया को कुंद कर देता है। इसके साथ ही यक एक्सरसाइज करने से याद करने और सीखने की प्रक्रिया तेज होती है।’
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साइकिलिंग
वॉकिंग की ही तरह साइकिलिंग भी हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक व्यायाम है। यह हमारे ’फील-गुड’ हार्मोन को रिलीज करता है। फील गुड हार्मोन को एंडोर्फिन के नाम से जाना जाता है। यह हार्मोन आपके दिमाग को आराम देने और आपको खुश महसूस कराने में मदद करता है। साथ ही यह मूड को बेहतर कर चिंता, अवसाद को दूरकरता है। साथ ही तनाव महसूस करने के जोखिम को भी कम करता है।
मार्शल आर्ट
मार्शल आर्ट जैसे बॉक्सिंग, किकबॉक्सिंग आदि भी व्यायाम का ही रूप है। इस तरह की विधा में एक्सपर्ट बनने के लिए व्यक्ति को बहुत ज्यादा प्रैक्टिस करनी होती है। मार्शल आर्ट के एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह सिर्फ फिजीकल एक्टिविटी नहीं है, बल्कि यह मूड को बेहतर करने, मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखने का काम भी करते हैं। यह व्यायाम मूड-बूस्टिंग एंडोर्फिन की अच्छी आपूर्ति में मदद करते हैं। साथ ही इन्हें स्ट्रेस बस्टर भी माना जाता है। मार्शल आर्ट करने से आत्मविश्वास बढ़ता है, ताकत बढ़ती है, एकग्रता बेहतर होती है। ये सभी गुण आपको भावनात्मक रूप से मजबूत बनाने का काम करते हैं।