फिट रहने के लिए व्यायाम करना बहुत जरूरी है और रमजान के दिनों में ये और भी जरूरी हो जाता है। शारीरिक फिटनेस व्यायाम के माध्यम से ही आती है। हालांकि उपवास का रास्ता फिट रहने के लिए बेहतर है लेकिन रमजान के महीने के दौरान व्यायाम करना जरूरी है। कुछ प्रकार के व्यायाम अपनाने से आप रमजान के दिनों में भी चुस्त-दुरूस्त रह सकते हैं।
- व्यायाम से शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह के लाभ होते हैं। लेकिन उपवास के दौरान हल्के-फुल्के व्यायाम करना ही ठीक रहता है।
- व्यायाम करने से शरीर स्वस्थ , सुंदर और सुडौल बनता है।
- रमजान के दौरान व्यायाम करने से पाचनशक्ति तेज बनी रहती है और एसीडिटी होने का खतरा भी नहीं रहता।
- व्यायाम से उपवास के दौरान होने वाली कमजोरी दूर हो जाती है और रक्त का प्रवाह तीव्र होता है।
- व्यायाम से ही शरीर स्वस्थ और चुस्त रहता है और आलस दूर रहता है। दिन भर स्फूर्ति और उत्साह बना रहता है।
- व्यायाम का प्रभाव मन पर भी पड़ता है। मन में संघर्ष करने की इच्छा बलवती होती है और उपवास करने में भी परेशानी नहीं होती।
- व्यायाम से व्यक्ति के शरीर पर संतुलन , मन पर नियंत्रण होने लगता है जो कि रमजान के दिनों में आवश्यक है।
- रमजान के दिनों में आप व्यायाम करने के दौरान 3-4 किलोमीटर प्रतिदिन पैदल चल सकते हैं। इसके अलावा आप हल्की-फुल्की स्ट्रेचिंग या फिर योगा इत्यादि भी कर सकते है।
- व्यायाम के दौरान आपको प्रणायाम करना चाहिए जिससे श्वास संबंधी क्रियाएं भी शामिल हो।
- घर के हल्के-फुल्के काम जैसे झाड़ू लगाना, पोंछा लगाना, कपड़े धोना भी अच्छे शारीरिक व्यायाम हैं। परंतु समस्त अंगों को सुडौल रखने के लिए तथा फेफड़ों में शुद्ध हवा के लिए अन्य व्यायाम भी आवश्यक हैं।
- रमजान के दिनों में बहुत थका देने वाले व्यायाम नहीं करने चाहिए, बल्कि सुबह के समय या फिर शाम को खाने के बाद टहलना जरूरी है।
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