अंडे का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। अंडे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। अंडे को प्रोटीन के बस्ट सोर्स में से एक माना जाता है। जो न सिर्फ हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है, बल्कि यह मांसपेशियों के निर्माण के साथ शरीर के विकास के लिए बेहद आवश्यक है। लेकिन क्या आप जानते हैं बड़ों की तरह बच्चों के लिए भी अंडे का सेवन बुहत हेल्दी माना जाता है। आपने अक्सर माता-पिता को अपने बच्चों को अंडे खिलाते देखा होगा। इन्हें बच्चों को खिलाना बहुत आसान है और कई बच्चों के लिए जरूरी कई पोषक तत्वों भरपूर होते हैं। जिससे न सिर्फ बच्चों को पर्याप्त पोषण प्रदान करने में मदद मिलती है, बल्कि बच्चों की सेहत को कई अन्य फायदे (Egg Health Benefits For Children In Hindi) भी मिलते हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अंडे को रेफरेंस प्रोटीन माना जाता है। यह आदर्श मानक है जिसके विरुद्ध सभी प्रोटीनों को मापा जाता है क्योंकि इसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जिन्हें हमारा शरीर खुद नहीं बनाता है। इस लेख में हम बच्चों को अंडे खिलाने के फायदों (Egg Health Benefits For Children In Hindi) के बारे में विस्तार से जानेंगे।
बच्चों को अंडे खिलाने के फायदे (Egg Health Benefits For Children In Hindi)
- पोषक तत्वों का भंडार हैं, जिससे यह बच्चों के शारीरिक विकास में मदद करते हैं और शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखता है। साथ ही बच्चों में पोषण की कमी नहीं होती है।
- बच्चों की इम्यूनिटी मजबूत होती है और वे कम बीमार पड़ते हैं। इसमें ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।
- बच्चों की आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और नजर कमजोर कमजोर नहीं होने देता।
- हड्डियों को मजबूत बनाता है और उनके विकास में सहायता करते हैं।
- बच्चों के मस्तिष्क के विकास को बढ़ावा देता है। अंडे में कोलीन मौजूद होता है जिसके कारण इसे "ब्रेन फ़ूड" माना जाता है, जो मस्तिष्क के विकास में मदद करता है।
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बच्चों के लिए क्या ज्यादा फायदेमंद है अंडे का जर्दी (पीला भाग) या सफेद भाग (Egg White Vs Egg Yolk Which One Is Better For Health In Hindi)
डॉ. सांची की मानें तो दोनों के अपने-अपने खास फायदे हैं। अंडे के दो भाग होते हैं अंडे की जर्दी (Egg Yolk) और अंडे की सफेदी (Egg White)। बहुत से लोग सोचते हैं कि अंडे का सफेद भाग में सिर्फ प्रोटीन होता है, वहीं अंडे की जर्दी में कोलेस्ट्रॉल होता है और केवल कैलोरी प्रदान करती है जो सच नहीं है। हां, अंडे के सफेद भाग में अधिक प्रोटीन होता है, लेकिन इसमें कई माइक्रोन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं जैसे सोडियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और फास्फोरस आदि। वहीं, अंडे की जर्दी में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल होता है लेकिन इसमें 2.7 ग्राम प्रोटीन और सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे विटामिन बी12, ए, डी, ई, के, आयरन, कैल्शियम, सेलेनियम आदि भी होते हैं।
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बच्चों को किस उम्र से खिलाना शुरू कर सकते हैं अंडे?
डॉ. सांची के अनुसार 6 महीने से ज्यादा उम्र के बाद आप बच्चे को अंडे खिलाना शुरू कर सकते हैं।
बच्चों को अंडे कैसे खिलाएं?
डॉ. सांची के अनुसार बच्चों को पका हुआ अंडा खिलाना चाहिए, क्योंकि कच्चे अंडे में मौजूद एक ग्लाइकोप्रोटीन है जो बायोटिन (विटामिन बी 7) के साथ मजबूती से बांधता है और इसके अवशोषण को रोकता है। जिससे बायोटिन की कमी होती है। पकाने से अंडे में मौजूद एंडर्विन गर्मी से नष्ट हो जाता है, इसलिए पके हुए अंडे देना बेहतर होता है। पके हुए अंडे साल्मोनेला संक्रमण की संभावना को भी कम करते हैं। आप कई तरह से बच्चों को अंडा खिला सकते हैं जैसे तले हुए, उबले हुए अंडे या आमलेट आदि।
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यह भी ध्यान रखें
बच्चे को अंडे की जर्दी कम मात्रा में खिलाना शुरू करें अगर वह उसे आसानी पचा लेता है तो उसके बाद अंडे का सफेद भाग खिलाना शुरू करें। चूंकि कई बार अंडे से बच्चों को एलर्जी भी हो सकती है।
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