भारत एक ऐसा देश है, जहां खनिज उत्पादन की कोई कमी नहीं है। बावजूद इसके यहां एक बड़ी संख्या में लोग कुपोषण का शिकार हैं, जो सबसे ज्यादा बच्चो और महिलाओं में देखने को मिलता है। हालांकि, यह चौकाने वाली बात है लेकिन सच यही है। भारत में अधिकतर बच्चों में कुछ पोषक तत्वों की सबसे ज्यादा कमी देखी जाती है। वास्तव में, यहां दो मुख्य कारण हैं। आज हम इन्हीं कारणों और उन पोषक तत्वों की बात करेंगे, जिनकी बच्चों में सबसे ज्यादा कमी होती है। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि किन पोषक तत्वों की कमी बच्चों में सबसे ज्यादा पाई जाती है।
मैक्रो न्यूट्रिएंट डेफिशियेंसी
यह डेफिशियेंसी बच्चों में प्रोटीन की कमी को दिखाती है। बच्चों में यह कमी कई सालों से देखी जा रही है। शहरों की बात करें तो वहां बच्चों को गलत खाना खिलाया जा रहा है। वहां के बच्चे ज्यादातर जंक फूड जैसे कि पिज्जा, बर्गर आदि खाना पसंद करते हैं जिसके कारण उनके शरीर में उचित पोषण की कमी हो जाती है। सही आहार की कमी से उनके शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वहां के बच्चों में प्रोटीन की कमी इसलिए हो रही है क्योंकि उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाना ही नहीं मिलता है।
प्रोटीन की कमी को ऐसे पूरा करें
सबसे पहले लोगों को यह समझने की जरूरत है कि बच्चों को उनके वजन के अनुसार प्रोटीन की ज्यादा जरूरत होती है। इस कमी को पूरा करने के लिए बच्चों को दूध, पनीर, अंडा, दाल, चिकन, सोयाबीन, ब्रोकली, लाल राजमा पर्याप्त मात्रा में खिलाएं।
माइक्रो न्यूट्रिएंट डेफिशियेंसी
इस डेफिशियेंसी को हिडेन हंगर के नाम से भी जाना जाता है। 40-50% बच्चों के शरीर में आयरन, ज़िंक, विटामिन डी और विटामिन ए की कमी पाई जाती है। बच्चों के शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी के बावजूद इसे नज़रअंदाज़ किया जाता है। हालांकि, शरीर में इनकी कम मात्रा में जरूरत होती है लेकिन इनकी कमी से शरीर में अन्य समस्याएं पैदा होने लगती हैं। इनकी कमी बच्चे को कुपोषण का शिकार बनाता है।
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आयरन की कमी को ऐसे पूरा करें
आयरन की कमी बच्चों को एनीमिया का शिकार बनाता है, जिससे उन्हें थकान और कमजोरी होती है। रेड मीट, बीन्स, मछली, पत्तेदार सब्जियां, कद्दू, पालक, शेलफिश, सीसम के बीज आदि में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
जिंक की कमी को ऐसे पूरा करें
जिंक की कमी बच्चों का विकास रोकती है। यह कमज़ोर इम्यूनिटी, डायरिया, खुरदरी त्वचा आदि का कारण बनता है। फलियां, सेम, चना, मसूर, मूंगफली, रेड मीट, चिकन, अंडा, एवोकाडो और डार्क चॉकलेट जिंक की कमी को पूरा करते हैं।
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विटामिन डी की कमी को ऐसे पूरा करें
विटामिन डी की कमी बच्चों की हड्डियों को कमज़ोर करता है। धूप इसका सबसे अच्छा स्त्रोत है। इसके अलावा फैटी फिश, अंडा, दूध, पनीर, मशरूम आदि का सेवन इसकी कमी को पूरा करेंगे।
विटामिन ए की कमी को ऐसे पूरा करें
विटामिन ए की कमी त्वचा, दांतों, हड्डियों और आँखों को नुकसान पहुंचाता है। इसकी कमी को पूरा करने के लिए मछली के लिवर का तेल, गाजर, मीठा आलू, गुड़, हरी पत्तेदार सब्जियां, लाल शिमला मिर्च, हरी धनिया, आम आदि का सेवन करें।
(ये लेख मैक्स हॉस्पिटल साकेत की क्लीनिकल न्यूट्रीशन डिपार्टमेंट की रीजनल हेड रितिका समादर से बातचीत पर आधारित है।)
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