
जब ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है तो उस स्थिति को डायबिटीज (Diabetes) यानी मधुमेह कहा जाता है। मुख्यतौर पर डायबिटीज दो तरह के होते हैं- टाइप1 डायबिटीज और टाइप2 डायबिटीज। टाइप1 डायबिटीज में शरीर में इंसुलिन का निर्माण जरूरत से कम होता है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त रोगी इंसुलिन का पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाते। इस अवस्था में इंसुलिन बनता तो है लेकिन वह अच्छे से काम नहीं कर पाता। जब शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने लगता है तो शरीर अत्यधिक थकान महसूस करता है। इसके अलावा लक्षणों के तौर पर वजन बढ़ना या कम होना, उल्टी आना, मुंह का सूखना, त्वचा में खुजली होना, ज्यादा पेशाब आना, ज्यादा भूख लगना, ज्यादा प्यास लगना, घाव का जल्दी ना भर पाना, शरीर में पानी की कमी हो जाना आदि आते हैं। आज हम बात कर रहे हैं मुंह और गले में सूखना। जब व्यक्ति अधिक मात्रा में पेशाब जाता है तो उसे बार-बार प्यास लगती है ऐसे में शरीर में पानी की कमी होने लगती है और उसे गले या मुंह का सूखना महसूस होता है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि मधुमेह में मुंह या गले के सूखने के पीछे क्या कारण होते हैं। साथ ही इसके उपाय भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
डायबिटीज में मुंह या गले का सूखना
1 - मधुमेह की दवा के कारण
डायबिटीज के मरीज को कभी-कभी ऐसी दवाइयों का सेवन करने की सलाह देते हैं, जिससे मधुमेह को नियंत्रित रहता है लेकिन इसके दुष्प्रभावों में गले का सूखापन या मुंह का सूखापन आदि लक्षण नजर आते हैं।
2 - गुर्दे की स्थिति के कारण
डायबिटीज जैसे जैसे पुरानी होती है वैसे वैसे शरीर को कमजोर बना देती है। ऐसे में उच्च रक्त शर्करा से गुर्दे की समस्या भी हो सकती है और लक्षणों के तौर पर मुंह का सूखापन या गले का सूखापन सामने आता है।
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3 - पानी की कमी के कारण
जैसा कि हमने पहले भी बताया कि व्यक्ति को बार बार पेशाब आता है जिसके कारण व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इस अवस्था में प्यास भी बढ़ती जाती है। ऐसे में उसे हर वक्त मुंह सूखा या गले का सूखापन महसूस होता है।
4 - हाइपरग्लेसेमिया के कारण
जब रक्त शर्करा का स्तर बहुत बढ़ जाता है तो इस स्थिति को हाइपरग्लेसेमिया कहते हैं। इसके लक्षणों के तौर पर व्यक्ति का गला और मुंह दोनों सूखने लगते हैं।
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मुंह सूखने और गला सूखने के साथ-साथ व्यक्ति के शरीर में कुछ और लक्षण जैसे मुंह में दर्द, जीभ का सूखापन, खाने में दिक्कत, बोलने में दिक्कत, चबाने में दिक्कत, आंखों में धुंधलापन आदि लक्षण ही नजर आ सकते हैं।
गले और मुंह के सूखेपन से बचाव
- अगर व्यक्ति को गले में सूखा याया मुंह में सूखापन किसी दवाई के कारण हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर को बताएं।
- अत्यधिक मसालेदार या नमकीन भोजन का सेवन ना करें।
- दिन में धीरे-धीरे पानी का सेवन करें।
- खाना निगलने में करने में कठिनाई महसूस हो तो भोजन के दौरान पानी का सेवन करें।
- तंबाकू या शराब का सेवन ना करें।
- कैफीनयुक्त पेय पदार्थों का सेवन ना करें।
- लार के उत्पादन के लिए चीनी मुक्त कैंडी चबाएं।
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नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि डायबिटीज के मरीजों में गले का सूखापन या मुंह का सूखापन आम लक्षण हैं। लेकिन इसके पीछे निम्न कारण हो सकते हैं। ऐसे में समय रहते इलाज जरूरी है और ऊपर बताए गए बचाव को अपनाने के बाद भी अगर यह समस्या दूर ना हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
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