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क्या लंबे समय तक कीटो डाइट लेने से पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं? जानें एक्सपर्ट से

वेट लॉस करने के लिए कई लोग कीटो डाइट फॉलो करते हैं। लेकिन क्या लंबे समय तक कीटो डाइट फॉलो करने से डाइजेशन खराब होता है।   
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क्या लंबे समय तक कीटो डाइट लेने से पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं? जानें एक्सपर्ट से

Can a keto diet cause digestive problems: वेट लॉस के लिए लोग कई तरह की डाइट फॉलो करते हैं। कुछ लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग ट्राई करते हैं, तो कई लोग प्लांट बेस्ड डाइट फॉलो करते हैं। इसी तरह फास्ट वेट लॉस के लिए कुछ लोग कीटो डाइट भी फॉलो करते हैं। इसमें व्यक्ति को डाइट में कार्बोहाइड्रेट कम दिया जाता है या पूरी तरह अवॉइड किया जाता है। इसकी जगह फैट्स और प्रोटीन लेने की सलाह दी जाती है। लेकिन कई लोगों को कीटो डाइट के बाद डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं होती हैं। ऐसे में सवाल आता है कि क्या सच में कीटो डाइट लेने से डाइजेशन खराब हो सकता है? क्या इसके कारण डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं? इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (नोएडा) की डायटेटिक्स की हेड ऑफ डिपार्टमेंट डायटिशियन सुहानी सेठ अग्रवाल से।

डाइट

क्या कीटो डाइट फॉलो करने से डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं? Does Keto Diet Cause Digestive Issues

इस प्रश्न का उत्तर देते हुए एक्सपर्ट कहती हैं कि मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और वेट लॉस करने के लिए कीटो डाइट एक बेहतरीन ऑप्शन है। लेकिन कीटो डाइट करने से कुछ लोगों को डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट को काफी कम कर दिया जाता है और उसकी जगह फैट्स की मात्रा बढ़ाई जाती है। इसके कारण पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ता है और डाइजेशन खराब हो सकता है।

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कीटो डाइट डाइजेशन को किस तरह प्रभावित कर सकती है? 

कब्ज की समस्या- Constipation Issue

कीटो डाइट में फाइबर वाली कई चीजें जैसे साबुत अनाज, फल और कुछ सब्जियों का सेवन बंद कर दिया जाता है। इसके कारण बॉडी में फाइबर का डेली इंटेक कम हो सकता है। फाइबर मल त्याग को बढ़ावा देने के लिए जरूरी होता है और इसकी कमी से कब्ज हो सकता है। इस समस्या से बचने के लिए कीटो डाइट वालो को नॉन स्टार्च वाली सब्जियों खासकर हरी पत्तेदार सब्जियों, एवोकाडो और सीड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए।

फैट्स की मात्रा ज्यादा लेना- Less Fiber In Diet

कुछ लोगों को डाइट में फैट्स ज्यादा लेने से पाचन संबंधी परेशानियां जैसे पेट में सूजन या लूज मोशन की समस्या भी हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शरीर को फैट्स को पचाने में अधिक समय लगता है। ऐसे में बॉडी को फैट्स को तोड़ने के लिए ज्यादा डाइजेस्टिव एसिड बनाना पड़ता है। इसके कारण पाचन तंत्र को नुकसान हो सकता है। 

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गट बैक्टीरिया को नुकसान होता है- Harmful For Gut Bacteria

पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए गट हेल्थ ठीक होनी जरूरी है। डाइट में कार्बोहाइड्रेट कम लेने के कारण गट बैक्टीरिया को नुकसान होता है। इसके कारण पाचन संबंधी गड़बड़ी हो सकती है। इसलिए जो लोग कीटो डाइट फॉलो कर रहे हैं उनके लिए अपने हाइड्रेशन का ध्यान रखना जरूरी है।

कीटो आहार शुरू करने से पहले, अपनी हेल्थ कंडीशन का पता जरूर लगा लें। प्रोपर ब्लड टेस्ट के बाद और अपने एक्सपर्ट की सलाह पर ही कीटो डाइट शुरू करें। पाचन संबंधी समस्याओं को कम करने के लिए डाइट में फैट्स, फाइबर और हाइड्रेशन के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है।

 

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