Does Early Menopause Mean Early Death Hindi: मेनोपॉज एक नेचुरल प्रक्रिया है, जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है। मेनोपॉज का मतलब है कि एक महिला को लगातार 12 महीने तक पीरियड्स न होना। हालांकि, ऐसा एक झटके में नहीं होता है। मेनोपॉज होने से पहले कई सालां तक पेरिमेनोपॉज का फेज चलता है। इसका अर्थ है कि कभी पीरियड्स होना, तो कभी न होना। कभी ब्लीडिंग हैवी होना, तो कभी महीनों-महीनों पीरियड्स बंद हो जाना। लेकिन, जब लगातार 12 महीने तक पीरियड्स रुक जाते हैं, विशेषज्ञ उसी चरण को मेनोपॉज मानते हैं। इस दौरान महिलाओं को कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे हॉट फ्लैशेज, मूड स्विंग, रात को नींद न आना आदि। मेनोपॉज की कोई निश्चित उम्र नहीं होती है। अमूमन 40 साल की उम्र के बाद से ही यह प्रक्रिया शुरू होती है। लेकिन, बदलती जीवनशैली और खराब खानपान के कारण महिलाओं को इसका सामना उम्र से काफी पहले करना पड़ता है। ऐसे में कुछ लोगों का दावा है कि अर्ली मेनोपॉज जानलेवा साबित हो सकता है? सवाल है क्या वाकई इस बात में कोई सच्चाई है? आइए, जानते हैं वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से।
क्या समय से पहले मेनोपॉज होना जानलेवा हो सकता है?
किस महिला को मेनोपॉज किस उम्र में होगा, यह तय नहीं होता है। किसी को 40 साल की उम्र से पहले मेनोपॉज हो जाता है, वहीं कुछ महिलाओं में यह चरण 45 के बाद शुरू होता है। लेकिन, यह तय है कि अगर किसी महिला को अर्ली मेनोपॉज होता है, तो उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। खासकर, इसलिए क्योंकि मेनोपॉज के बाद से एस्ट्रोजन हार्मोन का प्रोडक्शन कम हो जाता है। विशेषज्ञों की मानें, तो 45 साल की उम्र के जिन महिलाओं को मेनोपॉज होता है, वे लंबे समय तक स्वस्थ रहती हैं। वहीं, अर्ली मेनोपॉज के कारण महिलाओं को कार्डियोवस्कुलर डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का दावा है कि जिन महिलाओं को अर्ली मेनोपॉज होता है, उनमें करीब 50 फीसदी महिलाओं को कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा रहता है। इसके अलावा, चेस्ट पेन, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम भी कम नहीं होता है। यही कारण है कि जिन महिलाओं को अर्ली मेनोपॉज हो जाता है, उनके लिए यह कंडीशन जानलेवा हो सकती विशेषज्ञों की मानें तो, देरी से मेनोपॉज होने की तुलना में अर्ली मेनोपॉज वाली महिलाओं में 12 फीसदी तक मृत्यु की संभावना दर अधिक होती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि अर्ली मेनोपॉज में महिलाओं की मृत्यु किसी भी कारण हो सकती है।
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क्या अर्ली मेनोपॉज को रोका जा सकता है?
मेनोपॉज एक नेचुरल प्रक्रिया है। इसे रोका नहीं जा सकता है। हर महिला को इससे दो-चार होना पड़ता है। ऐसा ही अर्ली मेनोपॉज के साथ भी है। हालांकि, इस दौरान नजर आने वाले लक्षणों के प्रभाव को मैनेज किया जा सकता है। लेकिन, इसके लिए जरूरी है कि आप एक बार डॉक्टर से संपर्क करें।
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अर्ली मेनोपॉज के जोखिम को कैसे कम करें
जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि अर्ली मेनोपॉज को रोका नहीं जा सकता है। लेकिन, कुछ बुरी आदतों को छोड़कर आप इसके कारण होने वाले जोखिम को कम कर सकते हैं। जैसे अपना वजन हमेशा कंट्रोल में रखें, स्मोकिंग या शराब का सेवन न करें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।
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