फैट को नहीं बैड फैट को कहें ना

सभी प्रकार के फैट खराब नहीं होते। उनमें से कुछ ही आपकी सेहत के लिए खराब होते हैं। हमें गुड और बैड फैट और सेहत पर पड़ने वाले उनके प्रभावों के बारे में जानना चाहिए। आपके शरीर को ऊर्जा देने के लिए और फैट-सोल्यूबल विटामिन अबसॉर्ब करने के लिए फैट की जरूरत पड़ती है।
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फैट को नहीं बैड फैट को कहें ना

सभी प्रकार के फैट खराब नहीं होते। उनमें से कुछ ही आपकी सेहत के लिए खराब होते हैं। हमें गुड और बैड फैट और सेहत पर पड़ने वाले उनके प्रभावों के बारे में जानना चाहिए। आपके शरीर को ऊर्जा देने के लिए और फैट-सोल्यूबल विटामिन अबसॉर्ब करने के लिए फैट की जरूरत पड़ती है। कुछ फैट जैसे कि ओमेगा-3 और ओमेगा-6 शरीर के लिए आवश्यक फैटी एसिड है इसलिए उनका सेवन करना चाहिए।

 

Food in Hindi

 

हमारा शरीर दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल का निर्माण करता है : एलडीएल और एचडीएल। एलडीएल बैड कोलेस्ट्रॉल है जिससे धमनियों में रूकावट पैदा होती है और दिल की बीमारियां होती हैं जबकि एचएलडी गुड फैच है जो आपका धमनियों को साफ करता है और दिल की बीमारियों से आपको बचाता है।

अगर आपके खाने में बैड फैट है तो बहुत सी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए आप जिस प्रकार का फैट ले रहे हैं उसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। एलडीएल स्तर कम और एचएलडी स्तर अधिक रहना चाहिए। गुड फैट जैसे कि ओमेगा-3, अल्फा लाइनोनेनिक एसिड या एन3, एलडीएल कम करते हैं और एलडीएल बढ़ाते हैं।

 

sandwich in hindi

 

नीचे बताए जा रहे कुछ आसान तरीकों से आप अपने खानपान में गुड फैट को शामिल कर सकते हैं।

आप जितनी कैलोरी का सेवन करते हैं उसमें से 20-35 प्रतिशत फैट होना चाहिए। अपने खानपान में मूफा (MUFA) और ओमेगा 3 फैटी एसिड को शामिल करें। फैटी एसिज के अच्छे स्रोत केनोला ऑयल और सेलमन हैं। फैट को कम रखने के ए स्किम मिल्क, एग वाइट और प्लेन योगर्ट लें। ओमेगा 3 इंसान के शरीर में प्राकृतिक रूप से नहीं बनते इसलिए इसे लेना बहुत जरूरी है।

मोनो अनसेचुरेटिड फैट के अन्य स्रोत मेवे और बीज हैं। इन फैट को खाने से एलडीएल कोलेस्ट्रोल कम होता है जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है और साथ ही साथ, ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।

 

Fat Foods in Hindi

 

हर दिन, सैचुरेटिड फैट से 10 प्रतिशत से कम कैलोरी लें। ये फैट आपका ब्लड कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ाते हैं।

ट्रांस फैट से परहेज करें या फिर आपके रोज के कैलोरी के सेवन में इसे 1 प्रतिशत तक रखें। ट्रांस फैट दो तरह से दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ाता है: ये बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। जंक फूड जैसे कि फ्राईड फूड, बिस्किट, चिप्स और अन्य से दूर रहकर आप इनसे बच सकते हैं।
आहार संबंधी उन फैट्स से बचें जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इसके लिए बटर, चीज़, रेड मीट, क्रीम, एग योक जैसे खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए।

 

Image Source - Getty Images

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