
Changes in Breast: स्वस्थ और सुडौल स्तन महिलाओं की खूबसूरती को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन जीवनशैली में बदलाव या अन्य समस्याओं की वजह से स्तनों को कई तकलीफों से भी जूझना पड़ता है। इनमें स्तनों में गांठ बनना या दर्द होना सामान्य है। इसके अलावा भी स्तनों में कई परिवर्तन आते रहते हैं। इनमें से कुछ परिवर्तन सामान्य होते हैं, तो कुछ किसी न किसी बीमारी का संकेत होते हैं। इसलिए अगर स्तनों में कोई भी छोटा बदलाव हो तो इस नजरअंदाज करने की भूल बिल्कुल न करें।
स्तनों में दर्द होना, निप्पल डिस्चार्ज या फिर स्तनों में गांठ बनना जैसे बदलावों को नजरअंदाज करना सही नहीं होता है। क्योंकि स्तनों में हो रहे ये बदलाव किसी बीमारी का लक्षण हो सकते हैं। चलिए आज के इस लेख में विस्तार से जानते हैं स्तनों में होने वाले कौन-कौन से बदलावों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
1.स्तनों में दर्द होना (Pain in Breast)
स्तनों में दर्द, अधिकतर महिलाएं इस समस्या का सामना करती हैं। यह सबसे आम स्तन विकारों में से एक है। वैसे तो स्तनों में दर्द होना सामान्य भी हो सकता है, लेकिन अगर लंबे समय तक दर्द बना रहे तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करना चाहिए। क्योंकि लंबे समय तक स्तनों में दर्द होना स्तन कैंसर का एक लक्षण हो सकता है। कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान भी स्तनों में दर्द का सामना करना पड़ता है। फिजिकल टेस्ट के जरिए स्तनों में दर्द के कारण का पता लगाया जा सकता है। यह दर्द आपको एक स्तन या फिर दोनों स्तनों पर हो सकता है।
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2.ब्रेस्ट पर बाल उगना (Hair Growth on Breast)
ब्रेस्ट या निप्पल पर बाल उगना आपको सामान्य नहीं लग रहा होगा, लेकिन अधिकतर महिलाओं के साथ ऐसा होता है। निप्पल क्षेत्र के आस-पास भी काले और लंबे बालों का विकास होता है। यानी शरीर के अन्य हिस्सों की तरह ही स्तनों पर भी बाल उग सकते हैं। कई बाहर हॉर्मोनल परिवर्तनों की वजह से स्तनों पर बाल उगते हैं। तो प्यूबर्टी, प्रेगनेंसी, मेनोपॉज भी ब्रेस्ट पर बाल उगने का कारण हो सकते हैं। इसके अलावा ब्रेस्ट पर बाल उगना किसी बीमारी का भी संकेत होता है जैसे पीसीओएस (PCOS)। ब्रेस्ट पर घने बाल उगना पीसीओएस का लक्षण हो सकता है, इसे नजरअंदाज न करें।
3.स्तनों में गांठ (Lumps on Breast)
वैसे तो स्तनों में गांठ होना ब्रेस्ट कैंसर का एक मुख्य लक्षण होता है। इसलिए स्तनों में गांठ महसूस होने पर अकसर महिलाएं डर जाती हैं। लेकिन कई बार ब्रेस्ट मास को भी महिलाएं गांठ समझ बैठती हैं। पीरियड्स के दौरान यह मास रह सकता है। अगर आपको स्तन पर गांठ महसूस हो तो इस नजरअंदाज करने की भूल न करें। स्तनों पर उसके आस-पास गांठ दिखते ही तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
4.निप्पल के साइज में परिवर्तन (Changes in Nipple Size)
अगर आपका निप्पल साइज में लगातार परिवर्तन हो रहा है, तो इस लक्षण को इग्नोर न करें। वैसे तो निप्पल का साइज बढ़ना या छोटा होना सामान्य होता है लेकिन फिर भी डॉक्टर से कंसल्ट जरूर कर लेना चाहिए। निप्पल का साइज उम्र बढ़ने के साथ बढ़ता है। इसके साथ ही ठंड लगने, उत्तेजना बढ़ने पर भी निप्पल का साइज बढ़ सकता है। वही अगर निप्पल का साइज छोटा होता है तो इस स्थिति में स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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5. निप्पल डिस्चार्ज (Nipple Discharge in Hindi)
निप्पल डिस्चार्ज की समस्या का सामना अधिकतर महिलाओं को करना पड़ता है। निप्पल डिस्चार्ज होना सामान्य से लेकर गंभीर हो सकता है। कुछ महिलाओं में निप्पल डिस्चार्ज होना माइल्ड स्तन रोग, तो कुछ महिलाओं में यह स्तन कैंसर का कारण बन सकती है। अगर आपके निप्पल से सफेद, पीला या गहरा डिस्चार्ज हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। इस संकेत को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।
कोई भी बीमारी उतनी जल्दी ठीक हो जाती है, जितनी जल्दी इसके लक्षणों पर गौर किया जाए और डॉक्टर से कंसल्ट किया जाए। स्तनों में परिवर्तन होना भी कुछ बीमारियों का संकेत होता है, ऐसे में स्तनों में होने वाले किसी भी बदलाव को नजरअंदाज न करें। बल्कि बदलाव नजर आते ही, तुरंत डॉक्टर से मिलें।