
क्या आप भी एक अस्थमा के मरीज हैं? तो आप को अपने साथ इन्हेलर रखने की आवश्यकता का अच्छे से पता होगा। एक इन्हेलर आप को अस्थमा अटैक्स से बचा सकता है। कई बार ऐसा होता है कि आप कहीं जाते समय अपने इन्हेलर को घर पर ही भूल जाते हैं। अस्थमा का अटैक पड़ने की बहुत सारी वजह हो सकती हैं ।लेकिन सबसे खास वजह है वायु प्रदूषण। जब अटैक पड़ता है तो सांस लेने के दौरान श्वसन मार्ग में सूजन आ जाती है और पूरी तरह से फेफड़ों को ऑक्सीजन नहीं मिलती। एक्सपर्ट्स के अनुसार ऐसी स्थिति में लेटने की जगह यदि खड़े रहें या बैठे तो अटैक से बचा जा सकता है।
आप हमेशा अपने सास लेने के तरीके पर ध्यान दें और कोशिश करें कि लंबी और गहरी सांस लें ऐसे में इन्हें लड़ना होने की स्थिति में भी आप घबरा आएंगे नहीं। इन तरीकों में बुतेको व पपवॉर्थ तरीका शामिल है। सबसे जरूरी बात जिस पर अस्थमा के रोगी को जरूर ध्यान करना चाहिए कि वह जिस भी कमरे में है वहां पर साफ-सुथरी हवा आ रही हो। यदि आसपास के क्षेत्र में वायु प्रदूषण ज्यादा है, तो ऐसे में दरवाजे- खिड़की बंद रखें। कमरे में किसी भी प्रकार का डस्ट पार्टिकल अस्थमा अटैक का कारण बन सकता है।
1.ट्रिगर्स से बच कर रहें (Stay away from triggers)
आप के आस पास कुछ चीजें आप के अस्थमा को और अधिक बूरा बना सकती हैं। अतः उन चीजों से दूर रहें। इन चीजों में कूड़ा कचरा, कॉमन कोल्ड, ठंडी हवा, धूम्रपान, कुछ ड्रग्स जैसे एस्प्रिन, बीटा ब्लॉकर्स, तनाव आदि शामिल हैं। इन चीजों से बच कर रहें।
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2.अपने साथ शहद रखें (Take some honey)
शहद से आप को सांस लेने में आसानी रहती है। आप शहद को पानी में मिला कर पी सकते हैं। यदि आप को अटैक नहीं भी आता है तो सोने से पहले हर रोज थोड़ा सा शहद लेना एक अच्छा उपाय है। खास कर आप को अस्थमा हो तब तो आप को इसे अस्थमा के घरेलू नुस्खे के रूप में अवश्य लेना चाहिए।
3.कैफ़ीन पिएं (Drink caffeine)
यदि आप वह चीजें पीते हैं जिनमें कैफ़ीन उपलब्ध होता है जैसे कॉफी, सोडा आदि तो यह आप को सांस लेने में मदद करता है। कैफ़ीन की थोड़ी सी मात्रा भी आप को 4 घंटों तक बेहतर तरीके से सांस लेने में मदद कर सकती है। परंतु अस्थमा के लक्षणों को कम करने में कैफ़ीन सहायक है या नहीं इस पर शोध अभी बाकी हैं।
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4.मस्टर्ड ऑयल का प्रयोग करें (Try mustard oil)
सरसों को हल्का सा गर्म तेल आप को सांस लेने में सहायता करता है। यदि आप इस से अपनी छाती पर मालिश करते हैं तो आप को अस्थमा में बहुत सहायता मिलती है। आप इसकी कितनी भी मात्रा का प्रयोग कर सकते हैं और यह बिल्कुल सुरक्षित है। आप सरसों के तेल की जगह यूकेलिप्टस का तेल भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
यदि ऊपर लिखित सुझावों में से कोई भी सुझाव आप के लिए काम नहीं करता है और आप के पास अपना इन्हेलर भी नहीं है तो इस स्थिति में आप बिना देरी किए अपने डॉक्टर को बुला लें और उनको जल्द से जल्द उपचार करने को बोलें।