दांतों की सामान्‍य समस्‍याओं को खुद ही कैसे ठीक करें

दांतों की अकसर समस्‍यायें छुपी रहती हैं और इसलिए लोगों का ध्‍यान इस ओर नहीं जाता। लेकिन, मसूड़ों की समस्‍यायें कई अन्‍य बीमारियों व शारीरिक समस्‍याओं का संकेत हो सकती हैं। डायबिटीज, दिल की बीमारी और कमजारे दांत, ऑस्‍ट‍ियोपोरोसिस (हड्डियों की समस्‍या) का संकेत हो सकते हैं।
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दांतों की सामान्‍य समस्‍याओं को खुद ही कैसे ठीक करें

दांतों की समस्‍याओं को हम अकसर सामने नहीं आ पातीं। ये समस्‍यायें छुपी रहती हैं और इसलिए भी कई लोग इन पर पूरा ध्‍यान नहीं देते। लेकिन, मसूड़ों की समस्‍यायें कई अन्‍य बीमारियों व शारीरिक समस्‍याओं का संकेत हो सकती हैं। डायबिटीज, दिल की बीमारी और कमजारे दांत, ऑस्‍ट‍ियोपोरोसिस (हड्डियों की समस्‍या) का संकेत हो सकते हैं। जानकार मानते हैं कि स्‍वस्‍थ मुख केवल चमचमाती मुस्‍कान तक ही सीमित नहीं है।

दांतों की अधिकतर समस्‍यायें अनुवांशिक नहीं होतीं। डेंटिस्‍ट नहीं मिलने की सूरत में हम खुद ही अपने दांतों की देखभाल कर सकते हैं। यानी अब दांत दर्द के कारण आपको न तो अपनी छुट्टियां खराब करने की जरूरत है और न ही आपको अपनी जेब ही ढीली करनी पड़ेगी। अधिकतर स्‍वास्‍थ्‍य परिस्थितियों के मामले में इलाज से बचाव वाली बात सही होती है। यदि आप अपने मुंह के स्‍वास्‍थ्‍य का पूरा ध्‍यान रखें, तो आप मुंह की कई संभावित बीमारियों से बचे रह सकते हैं।

tooth problem


फ्रिज का ठंडा पानी आपकी प्‍यास नहीं बुझा पाता। आप चाहकर भी आइसक्रीम का मजा नहीं ले पाते। कॉफी का घूंट भरते ही आप कप फौरन नीचे रख देते हैं। आपके मसूड़ों में होने वाला दर्द आपके स्‍वाद को कम और तकलीफों को बढ़ा देता है। इस प्रकार की दंत समस्‍यायें काफी सामान्‍य हो गयी हैं। लेकिन, अब आपको घबराने की जरूरत नहीं क्‍योंकि आप खुद अपने दांतों के रखवाले बन सकते हैं। जानिये मुख की सामान्‍य समस्‍याओं को दूर करने के लिए आप क्‍या कर सकते हैं।

संवेदनशील दांत  

संवेदनशील दांतों की बड़ी वजह वे खुली नसें होती हैं जो मसूड़ों के पीछे हटने के कारण बनती हैं। इससे बचने के लिए आप सामान्‍य टूथपेस्‍ट के स्‍थान पर मसूड़ों की संवेदनशीलता दूर करने के लिए बनाये गए खास टूथपेस्‍ट इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही बहुत कड़े हाथ से ब्रश न करें।

 

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जब फिलिंग निकल जाए

अगर आपके दांतों की फिलिंग गिरने लग जाए, तो इस अपने पास ही रखें। ताकि अगली बार जब आप अपने डॉक्‍टर से मिलने जाएं तो उसे दिखा सकें। जब तक आप डॉक्‍टर के पास जाएं, तब तक जरूरी है कि आप अपने उस दांत की पूरी देखभाल करें। आप हल्‍के हाथों से ब्रश करें। ब्रश करने के लिए गुनगुने पानी का इस्‍तेमाल करें। कोशिश करें कि आपका भोजन उस क्षेत्र से दूर रहें। अगर आपका डेंटिस्‍ट शहर में नहीं है, तो आप जिंक ऑक्‍साइड का इस्‍तेमाल कर अस्‍थायी इलाज कर सकते हैं।

जब क्राउन/कैप निकल आए

अगर दांतों से कैप निकल आए, तो आप उसे दोबारा लगा सकते हैं। कैप को अच्‍छी तरह साफ कर आप उसे दोबारा फिट कर सकते हैं। क्राउन को दोबारा लगाने के लिए आपको पेस्‍ट की जरूरत होगी, जो दवाओं की दुकान पर आसानी से उपलब्‍ध है। पेस्‍ट को अच्‍छी तरह से मिलाकर क्राउन पर लगाइए और इसे दांत पर लगाइए। जब तक यह सेट न हो जाए, तब तक इसे दबाते रहिये। अतिरिक्‍त ग्‍लू हटा दीजिए। हालांकि, इस पेस्‍ट का स्‍वाद काफी अजीब हो सकता है, लेकिन एमरजेंसी में यह काफी कारगर हो सकता है।

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