
Rosacea, Eczema, Psoriasis and Cold Sores: त्वचा से जुड़ी आम समस्याएं होना सामान्य है। लेकिन कई लोगों को त्वचा से संबंधित गंभीर बीमारियां भी होने लगती हैं। इनमें रोजेशिया, एक्जिमा, सोरायसिस और कोल्ड सोर्स भी शामिल हैं। ये बीमारियां होने पर त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली और जलन की समस्याएं हो सकती हैं। कई मामलों में इनके लक्षण भी एक-दूसरे के समान होते हैं। लेकिन ये सभी बीमारियां एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होती हैं। अगर आप इनमें अंतर नहीं कर पाते हैं, तो आइए, पारस हेल्थ, गुरुग्राम के एच.ओ.डी डॉक्टर मनदीप सिंह से जानते हैं रोजेशिया, एक्जिमा, सोरायसिस और कोल्ड सोर्स में अंतर-
रोजेशिया (Rosacea)
रोजेशिया चेहरे की त्वचा को प्रभावित करने वाली एक सामान्य स्थिति है। इसमें चेहरे पर छोटे-छोटे लाल और मवाद भरे दाने होने लगते हैं। यह समस्या ज्यादातर उन लोगों में देखने को मिलती है, जिनका रंग साफ होता है। 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में रोजेशिया होने की संभावना अधिक रहती है। अभी तक रोजेशिया का कारण स्पष्ट नहीं है।
एक्जिमा (Eczema)
एक्जिमा एक ऐसी स्थिति है, जिसमें त्वचा पर सूजन और खुजली होने लगती है। एक्जिमा में त्वचा पपड़ीदार और खुरदरी होने लगती है। एक्जिमा कई प्रकार की होती हैं, इसमें- एटॉपिक डर्मेटाइटिस (Atopic Dermatitis), कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Contact Dermatitis), डाइशीड्रोटिक एक्जिमा (Dyshidrotic Eczema), एस्तियाटोटिक एक्जिमा (Asteatotic Eczema) और वैरिकोस एक्जिमा (Varicose Eczema) शामिल हैं। लेकिन एटॉपिक डर्मेटाइटिस सबसे आम है। इसमें त्वचा पर लाल चकत्ते और फफोले नजर आ सकते हैं।
आपको बता दें कि एक्जिमा बच्चों में सबसे अधिक देखने को मिलता है। लेकिन वयस्कों में भी इसके मामले नजर आ सकते हैं। एक्जिमा संक्रामक नहीं होता है। वर्तमान में एक्जिमा का कोई इलाज नहीं है। हालांकि लाइफस्टाइल, डाइट और त्वचा की देखभाल करके एक्जिमा के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
इसे भी पढ़ें- एक्जिमा से जुड़ी इन 6 मिथकों को लोग मानते हैं सही? जानें इनकी सच्चाई
सोरायसिस (Psoriasis)
सोरायसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें खुजली और पपड़ीदार पैच के साथ चकत्ते भी हो जाते हैं। यह बीमारी स्कैल्प, कोहनी, घुटने और चेहरे को प्रभावित कर सकती है। सोरायसिस का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन अति प्रतिक्रियाशील प्रतिरक्षा प्रणाली को सोरायसिस का एक मुख्य कारण माना जाता है। एक्जिमा की तरह ही सोरायसिस का भी कोई इलाज नहीं है। हालांकि स्टेरॉइड क्रीम औग दवाइयों की मदद से सोरायसिस के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।
कोल्ड सोर्स (Cold Sores)
कोल्ड सोर्स लाल, छोटे और पानी से भरे हुए फफोले होते हैं। ये फफोले मुंह के चारों तरफ होते हैं। कोल्ड सोर्स हर्पेक्स सिम्प्लेक्स वायरस की वजह से होता है। इस स्थिति में व्यक्ति को जलन, खुजली और झनझनाहट का अनुभव हो सकता है। जब कोल्ड सोर्स विकसित होता है, तो तेज बुखार, सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ और मुंह में जलन की समस्या भी हो सकती है। कोल्ड सोर्स का भी वर्तमान में कोई इलाज नहीं है। लेकिन एंटीवायरल दवाइयों और क्रीम की मदद से इसके लक्षणों में आराम मिल सकता है।
इसे भी पढ़ें- हाथ-पांव और हथेलियों पर लाल रंग की परत बनना है सोरायसिस, जानें संकेत और बचाव का तरीका
रोजेशिया, एक्जिमा, सोरायसिस और कोल्ड सोर्स के लक्षण- Rosacea, Eczema, Psoriasis and Cold Sores
- एक्जिमा आमतौर पर शिशुओं और बच्चों में होता है। सोरायसिस 15 से 35 वर्ष के लोगों में देखा जाता है। रोजेशिया 35 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलता है।
- एक्जिमा के लक्षण त्वचा की लचीली सतह जैसे घुटनों के पीछे या कोहनियों के मोड़ पर दिखाई देते हैं।
- एक्जिमा में अधिक और तेज खुजली होती है। सोरायसिस के लक्षण त्वचा की बाहर सतह जैसे कलाई और कोहनी पर दिखाई देते हैं। कोल्ड सोर्स होठों पर और मुंह के अंदर या चारों तरफ हो सकते हैं। रोजेशिया चेहरे की त्वचा पर होता है।
- एक्जिमा से प्रभावित लोग गर्मी के प्रति संवेदनशील होते हैं। सोरायसिस से पीड़ित लोगों को धूप से आराम मिल सकता है।
- एक्जिमा और सोरायसिस में फफोले पर खुजली और जलन हो सकती है। लेकिन कोल्ड सोर्स के फफोले पर दर्द महसूस हो सकता है। रोजेशिया में चेहरे पर मवाद से भरे हुए लाल दाने हो जाते हैं।
- एक्जिमा और रोजेशिया संक्रामक नहीं होता है। लेकिन सोरायसिस और कोल्ड सोर्स संक्रामक हो सकते हैं।
एक्जिमा, सोरायसिस, कोल्ड सोर्स और रोजेशिया का इलाज नहीं है। लेकिन इन सभी समस्याओं के लक्षण समय के साथ-साथ कम होने लगते हैं।