अगर आप सोचते हैं कि डायटिंग आपको फिट रख सकती है, तो दोबारा विचार करें। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि डायटिंग शरीर में विषाक्त पदार्थो का स्राव कर कैंसर, डायबिटीज और अन्य घातक रोगों को जन्म दे सकती है।
अमेरिका, नार्वे और दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों की अगुवाई में एक अंतरराष्ट्रीय शोध दल ने पाया है कि वजन कम होने से हानिकारक और प्रदूषक तत्व रक्त में मिल जाते हैं, जो सामान्य तौर पर शरीर के वसा में संग्रहित रहते हैं।
शोध में पाया गया, 'यदि वसा ऊतकों से विषाक्त पदार्थो का स्राव होने लगे तो वजन कम करना हानिकारक हो सकता है और इससे शरीर में प्रदूषक तत्वों के जमा होने की रफ्तार बढ़ जाती है।'
दक्षिण कोरिया की क्योंगपुक नेशनल यूनिवर्सिटी के डॉ. डुक-ही-ली ने कहा, 'इसका मतलब यह है कि विषाक्त प्रदूषक तत्व रक्त प्रवाह के साथ शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में पहुंच जाते हैं।'
संडे एक्सप्रेस में यह रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। शोधकर्ताओं ने 40 वर्ष से अधिक आयु के 1099 लोगों के वजन के घटने-बढ़ने का लेखा-जोखा रखा और सात सर्वाधिक खतरनाक प्रदूषक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए उनके कई बार रक्त परीक्षण किए गए।
शोधकर्ताओं ने वजन कम करने वाले लोगों के रक्त में कुछ रसायनों की मात्रा अधिक पाई। ये रसायन स्तन कैंसर, अल्जाइमर, पार्किन्सन, मस्तिष्क को क्षति पहुंचाने वाले और स्नायु तंत्र को प्रभावित करने वाली बीमारियों को पैदा करने वाले थे।
वहीं नीदरलैंड्स में साल के शुरू में किए गए अध्ययन में बताया गया कि डायटिंग करने से दिल की बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। इसकी वजह डायटिंग से तनाव हार्मोन का स्त्राव बढ़ना है।