डेंगू रक्तस्रावी ज्वर

डेंगू रक्तस्रावी ज्वेर डेंगू वायरस के अंतिम चरण से पहले ही स्थिति है। डेंगू रक्तहस्रावी ज्‍वर को डेंगू हिमोरेजिक बुखार के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं आखिरकार डेंगू रक्त्स्रावी ज्वर होता क्याम है।
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डेंगू रक्तस्रावी ज्वर


डेंगू खतरनाक बीमारी है जो मच्‍छर के काटने से फैलता है। एडीज मादा मच्‍छर के काटने से डेंगू फैलता है। यह मच्‍छर साफ पानी में पनपता है। डेंगू बरसात के मौसम में ज्‍यादा फैलता है। बरसात का पानी गमलों, कूलरों, टायर आदि में एकत्रित हो जाता है जिसमें एडीज मच्‍छर पनपते हैं।

डेंगू में बुखार बहुत तेज होता है और इसके साथ ही कमजोरी और चक्कर भी आता है। कुछ लोगो में चक्‍कर के कारण बेहोशी छा जाती है। डेंगू के मरीज को उल्टियां भी आती हैं और उसके मुंह का स्‍वाद बदल जाता है। सिरदर्द, बदन दर्द और पीठ दर्द की शिकायत डेंगू में होती है। आइए हम आपको डेंगू केबारे में जानकारी देते हैं।


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क्‍या है डेंगू

डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होने वाला एक तीव्र वायरल इन्फेक्शन है। इससे शरीर की सामान्य क्लॉटिंग (थक्का जमना) की प्रक्रिया अव्यवस्थित हो जाती है। डेंगू होने पर प्‍लेटलेट् की संख्‍या कम हो जाती है। डेंगू होने पर शरीर से ब्‍लीडिंग भी होती है।

 

कैसे फैलता है डेंगू

मलेरिया की तरह डेंगू बुखार भी मच्छरों के काटने से फैलता है। इन मच्छरों को 'एडीज मच्छर' कहते हैं जो दिन में भी काटते हैं। डेंगू बुखार से पीड़ित रोगी के रक्त में डेंगू वायरस काफी मात्रा में होता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी रोगी को काटने के बाद किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह डेंगू वायरस को उस व्यक्ति के शरीर में पहुंचा देता है।

डेंगू ज्वर के लक्षण

  • तेज बुखार, डेंगू का प्रमुख लक्षण है।
  • शरीर में बहुत तेज दर्द होता है, विशेषकर जोड़ों और अस्थियों में।
  • सिर में बहुत तेज दर्द होता है।
  • हाथ-पैर में चकत्ते होना, खासकर दबे हुए हिस्‍से में।
  • मतली और उल्‍टी होना।

 

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डेंगू का निदान और चिकित्‍सा


खून की जांच के द्वारा डेंगू का निदान होता है। रोगियों रक्त परीक्षा करने पर प्लेटलेट की संख्‍या कम पायी जाती है। इसमें हीमोब्‍लोबिन सामान्य हो सकता है। रक्त का ब्लीडिंग और क्लॉटिंग समय लंबा हो सकता है। डेंगू का सही निदान रक्त परीक्षा में वायरल एंटीजन की उपस्थिति से होता है।

डेंगू के वायरस का कोई ईलाज नहीं है। नष्ट हुए प्लेटलेट की पूर्ति के लिए प्लेटलेट का ट्रान्सफ्यूजन, रक्त और बड़ी मात्रा में अन्तशिरा द्वारा द्रव दिया जाता है। मलेरिया और अन्य इन्फेक्शन की रोकथाम के लिए अतिरिक्त एंटीबायोटिक दिया जाता है।

 

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