
डैंडेलियन को सिंहपर्णी के नाम से भी जाना जाता है। इससे बनी चाय, हर्बल चाय होती है, जो कि सिंहपर्णी पौधे की सूखी पत्तियों, फूलों और जड़ों से बनती है। डैंडेलियन चाय के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे वजन कम करना, पाचन तंत्र में सुधार आदि शामिल हैं। इसके अलाव डैंडेलियन चाय महिला स्वास्थ्य में भी लाभकारी है, विशेषकर उनके पीरियड्स को नियमित करने में मदद कर सकती है। जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान पेट दर्द, कम दर्द आदि समस्याएं होती हैं, वे डैंडेलियन चाय का सेवन कर सकती हैं।
पीरियड्स के लिए लाभकारी डैंडेलियन चाय
डैंडेलियन का मुख्य काम शरीर को डिटॉक्स करना है। डैंडेलियन की चाय रेग्युलर पीने से लीवर साफ रहता है, जो शरीर से अतिरिक्त एस्ट्रोजन को साफ करने में मदद करती है। इस तरह यह पीरियड्स में होने पर दर्द और ऐंठन को कमर करता है, साथ ही पीरियड्स से जुड़े अन्य लक्षणों पर भी यह स्पष्ट प्रभाव डालता है। आप चाहें तो अपनी चाय में डैंडेलियन की जड़ें डालकर, उसका सेवन कर सकते हैं। कई अध्ययनों से यह स्पष्ट हो चुका है कि आप मासिक धर्म की ऐंठन और दर्द को कम करने के लिए अदरक की चाय, हरी चाय, अजवायन की चाय और ऊलोंग चाय लाभकारी है। इसके बावजूद आपको यह सलाह दी जाती है कि दिन में एक ही बार डैंडेलियन चाय पिएं। अगर आप ब्लड को पतला करने वाली कोई दवा ले रहे हैं, तो इस स्थिति में यह चाय पीना आपके नुकसानदायक हो सकता है।
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डैंडेलियन चाय बनाने की विधि
डैंडेलियन जड़ से बनी चाय: डैंडेलियन चाय बनाने के लिए जो सामग्री आपके चाहिए वह है, सूखे सिंहपर्णी की जड़ और एक कप से थोड़ा ज्यादा पानी। यह चाय बनाना बहुत ही आसान है। सबसे पहले आप एक बर्तन लें। इसमें पानी डालकर उबालें। जब पानी अच्छी तरह उबलने लगे, तो इसमें दो बड़े चम्मच सूखे सिंहपर्णी की जड़ डालें। अब इसे दो से तीन मिनट तक उबलने दें। थोड़ी देर में गैस बंद कर दें। सूखे सिंहपर्णी की जड़ों को करीब तीस मिनट तक इसी पानी में डूबे रहने दें। आधे घंटे बाद इस तैयार चाय में स्वादानुसार शहद डालें और इसकी चुस्कियां लें।
डैंडेलियन के फूल की चाय: डैंडेलियन के दस फूल ले लें। पत्तियों को अलग कर लें। अब एक कप से थोड़ा ज्यादा पानी लें। इसे उबाल लें। जब पानी उबल जाए, तो इसे एक अलग बर्तन में डाल दें, इसमें डैंडेलियन के फूल भी डाल दें। करीब बीस मिनट के लिए फूलों को इस पानी में भीगने दें। पीने से पहले इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं और अच्छी तरह मिक्स कर लें। आप चाहें तो इसमें बर्फ के टुकड़े भी डाल सकते हैं।
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डैंडेलियन चाय के अन्य फायदे
डैंडेलियन चाय एक बेहतरीन इम्युनिटी बूस्टर है। यह एक हर्ब है, जिसे एंटीवायरल जड़ी बूटी के रूप में भी जाना जाता है। एक अध्ययन से भी यह पता चला है कि डैंडेलियन की चाय हेपेटाइटिस बी के विकास को रोकती है। इस जड़ी बूटी को एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी जाना जाता है। दरअसल, इसमें पॉलीफेनोल्स और बीटा-कैरोटीन होते हैं, जो कि एंटीऑक्सीडेंट्स हैं। आपको बता दें कि अगर शरीर में फ्री रेडिकल्स उत्पन्न होने लगें, तो इससे शरीर को नुकसान हो सकता है। ऐसे में एंटीऑक्सिडेंट लेने से, शरीर में फ्री रेडिकल के प्रोडक्टिविटी में कमी आती है। यह शरीर की कोशिकाओं को और नुकसान से बचाता है, जिससे उम्र बढ़ने और कुछ बीमारियों का कारण बन सकता है। इस प्रकार, आप कई अन्य जानलेवा बीमारियों से बचा सकते हैं। इसके अलावा डैंडेलियन त्वचा के लिए भी लाभकारी है। एनसीबीआई द्वारा 2015 के एक अध्ययन से पता चलता है कि डैंडेलियन त्वचा पर यूवी किरणों के प्रभाव को कम करती है। आपको बता दें कि यूवी किरणें हानिकारक सूरज की किरणें हैं, जो त्वचा के संपर्क में आने पर त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके अलावा यह लिवर को स्वस्थ रखती है, वजन कम करने में मदद करती है और कैंसर सेल्स के ग्रोथ को कम करने में सहायक भूमिका निभाती है।
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