भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 40 लाख के करीब पहुंच गई है। हालांकि, इन कुल मामलों में से 8 लाख से ज्यादा मामले अभी सक्रिय हैं, जबकि 29 लाख से ज्यादा COVID-19 पॉजिटिव पेशेंट ठीक होकर घर जा चुके हैं। अब तक 66333 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक और आंकड़ा जारी किया है, जिसमें उम्र के अनुसार कोविड पॉजिटिव मरीजों की संख्या और मरने वालों के आंकड़े पेश किए हैं, जो काफी चौंकाने वाले हैं।
#IndiaFightsCorona
54% #COVID19 cases are in the 18-44 years age group but 51% deaths are in the 60 years and above age group. pic.twitter.com/9ToEzUigYI
टॉप स्टोरीज़
54 प्रतिशत कोरोना से संक्रमितों की उम्र 18 से 44 वर्ष
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित कुल मामलों में 54 प्रतिशत की उम्र 18 से 44 वर्ष के मध्य है। यानी अब तक जितने भी लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं उनमें से 54 प्रतिशत लोगों की उम्र 18 से 44 वर्ष के बीच है। मतलब, जिन लोगों को ये लगता है कि युवाओं को कोरोना वायरस नहीं होगा, वे अपने जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। युवाओं को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
मरने वालों में 51 प्रतिशत की उम्र 60 वर्ष
आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना वायरस से मरने वालों में 51 प्रतिशत की उम्र 60 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों की है। यानी कोरोनावायरस से अब तक मरने वालों में 51 प्रतिशत लोगों की उम्र 60 साल या उससे ज्यादा की है। ये आंकड़े काफी डरावने हैं। आंकड़ों से साफ है कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों की डेथ रेट अधिक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कमजोरी इम्यूनिटी वाले बुजुर्गों को खुद की ज्यादा केयर करने की सलाह दी है।
टीनएजर्स को भी कोरोना संक्रमण का खतरा
मंत्रालय के अनुसार, टीनएजर्स में भी कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा है। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक, 17 साल से कम उम्र के लोगों में कोरोना वायरस के मामले 8 प्रतिशत हैं जबकि एक प्रतिशत की मौत हुई है। वहीं, 18 से 25 साल की आयु वाले 14 प्रतिशत युवाओं में कोरोना वायरस के मामले मिले हैं जबकि एक प्रतिशत की मौत हुई है। कुल मिलाकर युवाओं, खासकर किशोरों को भी बचाव के नियमों का पूरा पालन करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: कोरोनावायरस के मरीजों के लिए क्यों फायदेमंद है प्लाज्मा थेरेपी, जानिए कौन कर सकता है प्लाज्मा डोनेट
वयस्कों के लिए भी खतरे की घंटी
26 से 44 वर्ष की आयु के वयस्कों में कोरोना वायरस के 26 प्रतिशत मामले देखने को मिले हैं, 11 फीसदी लोगों की मौत हुई है। इसी प्रकार 45 से 60 वर्ष की आयु वालों में 36 फीसदी मौतें हुई हैं, जबकि कोरोना वायरस के मामले 26 प्रतिशत हैं। ये आंकड़े खतरे की घंटी है। कुल मिलाकर कोरोना वायरस से कम या ज्यादा खतरा हर किसी को है ऐसे में बचाव के नियम का पालन जरूर करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: कोरोना काल में 'अमृत' के समान है ये 4 औषधि, इम्यूनिटी बढ़ाकर कम करती है रोगों के होने की संभावना
कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्या करें?
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें
- मुंह और नाक ढके रहें
- खांसते और छींकते समय कोहनियों या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर कम से कम जाएं
Read More Health News In Hindi