Which Oil Is Using In Fast Know From The Expert: त्योहारो का सिलसिला शुरू हो चुका है। ऐसे में बहुत से लोग इस दौरान व्रत या सिर्फ फलाहारी करते हैं। व्रत के दौरान कट्टू का आटा, साबूदाने, सामक के चावल और सिंघाडे के आटे से बने फूड्स ही खा सकते हैं। व्रत के दौरान सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है। अक्सर व्रत में लोग पूरी, कचौड़ी, खिचड़ी, पकौडे और परांठे बना कर खाते हैं। इन चीजों के सेवन से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है और पेट भी भरा रहता है। लेकिन अक्सर लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि व्रत के दौरान कौन से तेल का उपयोग करना चाहिए क्योंकि कई बार रिफाइंड तेल का इस्तेमाल कर लेते हैं, जो शरीर के लिए हानिकारक होने के साथ शरीर को कई तरह के नुकसान भी होते हैं। बहुत से लोग व्रत के दौरान रिफाइंड तेल के इस्तेमाल से पाचन-संबंधी समस्याएं होने की भी शिकायत करते हैं। व्रत के दौरान कौन से तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। इस बारे में जानकारी के लिए हमने बात की फिट क्लीनिक की डाइनिशियन सुमन से।
व्रत के दौरान कौन सा तेल का इस्तेमाल करें
व्रत के दौरान ऐसे तेल से बने फूड्स का सेवन करना चाहिए, जो हल्का हो और जिसे बनाने ज्यादा रिफाइन का इस्तेमाल न किया गया हो। व्रत के दौरान मूंगफली का तेल, बादाम का तेल और जैतून के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता हैं। यह तेल हल्के होने के साथ आसानी से पच भी जाता है। यह सभी तेल हार्ट के लिए हेल्दी होने के साथ वजन को भी नहीं बढ़ने देते हैं। इन तेल के बने फूड्स के सेवन से पाचन-तंत्र की समस्याएं दूर होने के साथ खाना आसानी से पच जाता है। इन सभी तेल का व्रत में सीमित मात्रा में इस्तेमाल किया जा सकता हैं। यह तेल इम्यूनिटी को भी मजबूत करते हैं।
रिफाइंड तेल के नुकसान
व्रत के दौरान अधिकतर लोग खाना बनाने के लिए रिफाइंड तेल का इस्तेमाल करते हैं। खाली पेट इस तेल से बने खाने से पेट में गैस, अपच और पेट दर्द की समस्या हो सकती है। रिफाइंड तेल को बनाने के लिए कई तरह के बीजों से तेल निकाला जाता है। ऐसे में बनाने के लिए इसका तापमान काफी ज्यादा होता है, जो शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कई बार व्रत के दौरान इस तेल से बने खाने से एनर्जी लेवल लो हने के साथ ब्लोटिंग की समस्या भी हो जाती है। रिफाइंड तेल में कैलोरीज की मात्रा काफी ज्यादा होती है। ऐसे में अगर आप इसका सेवन कर रहे है, तो सीमित मात्रा में ही इसका इस्तेमाल करें। रिफाइंड तेल से कब्ज की समस्या भी बढ़ सकती है।
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कौन से तेल का व्रत में इस्तेमाल न करें
व्रत के दौरान रिफाइंड ऑयल के साथ सरसों का तेल, सोयाबिन का तेल, सूरजमुखी का तेल, कैनोला तेल और ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इन सभी तेल में सैचुरैटेड फैट की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो शरीर के लिए हानिकारक होता है। यह सभी तेल हार्ट के लिए भी नुकसानदायक होता है। इनके सेवन से वजन भी तेजी से बढ़ता है। ऐसे में व्रत के दौरान इनके इस्तेमाल से बचें।
व्रत के दौरान ऊपर बताए गए तेलों का इस्तेमाल किया जा सकता हैं। हालांकि, अगर आपको कोई बीमारी या एलर्जी की समस्या है, तो डॉक्टर से पूछकर ही इन चीजों का इस्तेमाल करें।
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