हमारे मुंह में तकरीबन दस हज़ार स्वाद नलिकाएं (टेस्ट बड्स) होती हैं, जिनमें से अधिकांश छोट-छोटे उभारों के रूप में जीभ पर और बाकी जीभ के किनारों पर मौजूद होती हैं। टेस्ट बड जीभ के अलग-अलग हिस्सों में हर स्वाद के लिए अलग-अलग होती हैं। खारे और मीठे की टेस्ट बड्स जीभ के अगे के भाग में, खट्टे की टेस्ट बड्स जीभ के दोनों किनारों पर और कड़वे की टेस्ट बड्स जीभ के पिछले भाग में होती हैं। जब हम अपने मुंह में निवाला रखते हैं तो उसमें मौजूद रसायन टेस्ट बड्स को चेता देते हैं और स्वाद का संदेश तंत्रिकाओं के द्वारा दिमाग़ तक पहुंचता है। सामान्यतौर पर लड़कियों में लड़कों की अपेक्षा टेस्ट बड्स अधिक होती हैं। लेकिन जीभ के बारे में इतना जान लेना ही काफी नहीं है, आपको जानकर शायद थोड़ी हैरत होगी कि आपकी जीभ न सिर्फ स्वाद का पता लगाती है बल्कि आपकी सेहत की जानकीरी भी बता सकती है। यदि जीभ स्वस्थ ना हो तो सेहत के लिए यह हानिकारक हो सकता है। तो चलिये जानें कि आइए जानें कि जीभ में होने वाली आम समस्याएं और उनके कारण क्या हैं और यह स्वास्थ्य के क्या संकेत देती है।
चीनी चिकित्सा और नैचुरोपैथी के अनुसार जीभ का संबंध शरीर के कई हिस्सों से होता है और जीभ के रंग, त्वचा और नमी के आधार पर स्वास्थ्य का पता लगाना संभंव होता है। यदि कारण है कि डॉक्टर के पास जाने पर वह भी सबसे पहले टॉर्च से आपकी जीभ जरूर चेक करता है, क्योंकि इस तरह कई बड़े लक्षणों को पकड़ा जा सकता है।
जीभ सूखना
अक्सर जीभ पर सूखापन महसूस होना डिहाइड्रेशन व सलाइवरी ग्लैंड के डिस्ऑर्डर के कारण होता है। यदि आपको जीभ पर सूखापन या खींचाव में से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो डॉक्टर से तत्काल संपर्क करें। सही समय पर लक्षणों के पकड़े जाने पर इसका उपचार कर कई स्वास्थ्य समस्याओं को होने से रोका जा सकता है या दूर किया सकता है।
सफेद कोटिंग होना
यदि जीभ पर सफेद रंग की पतली परत दिखाई दे तो सेहत के लिेए कोई समस्या नहीं होती है, लेकिन यदि यह परत मोटी हो और इसका रंग गाढ़ा सफेद हो तो यह बैक्टीरियल संक्रमण का संकेत भी हो सकती है। चीनी चिकित्सा पद्धति के अनुसार ऐसा पाचन तंत्र में गड़बड़ी के कारण हो सकता है। ऐसे में भी डॉक्टर से सलाह ज़रूर लेनी चाहिए।
छाले होना
जीभ पर छोटे व दर्द भरे छाले होना यूं तो एक आम समस्या है। इसके पीछे तनाव, चिंता और हॉर्मोन में हो रहे बदलाव कारण हो सकते हैं। हालांकि ये किसी खास बीमारी के लक्षण नहीं होते और कुछ ही दिनों में ठीक भी हो जाते हैं, लेकिन कुछ खास फ्रकार के छाले शरीर में एलर्जी रिएक्शन, वायरस इंफेक्शन और इम्यून डिस्ऑर्डर का संकेत होते हैं। तो यदि जीभ एक ओर से दर्द बढ़ रही हो और उसमें दर्द हो तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं। यह कैंसर का लक्षण भी हो सकता है।
रंग बदलना
हल्की पीली और सपाट जीभ शरीर में आयरन की कमी की ओर इशारा करती है। वहीं सपाट लाल जीभ भोजन में नियासिन की कमी के संकेत देती है। यदि जीभ स्ट्राबेरी कलर की हो जाए, तो इसका अर्थ है कि आपको स्कारलेट फीवर हो सकता है। जीभ पर सफेद धब्बे बुखार, डिहाइड्रेशन, ओरल कैंडिडायसिस, सायफिलिस या स्मोक करने वालों में ल्यूकोप्लेकिया के लक्षण हो सकते हैं। वहीं जीभ के सूजने और लाल होने की स्थिति को ग्लोसाइटिस कहते हैं, जो बैक्टीरिया या वायरल इंफेक्शन की वडह से हो सकता है। यह इंफेक्शन मुंह की ठीक प्रकार सफाई न रखने, जीभ में छेद करवाने या मसालों, अल्कोहल व तंबाकू के अधिक सेवन की वजह से होता है।
कई बार जीभ का आकार बढ़ जाता है। इस स्थिति को मेडिकल टर्म्स में मैंक्रोग्लोसिया नाम से पुकारा जाता है। यह थायरोड व हॉर्मोन से जुड़ी गड़बड़ियों का एक होता लक्षण है।
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