
Healthy Gut Signs in Hindi: आंतें हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक होते हैं। इसलिए आंतों को हमेशा स्वस्थ रखना बहुत जरूरी होता है। खराब खान-पान, तनाव और किसी खास खाद्य पदार्थ से एलर्जी जैसी स्थितियां आंतों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। लेकिन जो व्यक्ति हमेशा स्वस्थ खाना खाता है, नियमित रूप से एक्सरसाइज करता है और तनाव से दूर रहता है, तो उसकी आंतें स्वस्थ रह सकती हैं। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि आंतें स्वस्थ हैं या नहीं, इसका पता कैसे लगाया जा सकता है? तो चलिए, फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं स्वस्थ और हेल्दी आंतों के संकेत (Common Signs of Healthy Gut in Hindi)-
स्वस्थ और हेल्दी आंतों के संकेत- Signs of Healthy Gut in Hindi
1. रोज पेट साफ होना
अगर आप नियमित रूप से मल त्याग कर रहे हैं, तो यह स्वस्थ आंतों का एक बहुत बड़ा संकेत हो सकता है। जो व्यक्ति रोज सुबह बिना किसी दर्द के मल त्याग कर रहा है, इसका मतलब है कि उसकी आंतें बिल्कुल स्वस्थ हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स दिन में तीन बार से लेकर सप्ताह में तीन दिन मल त्याग करने को स्वस्थ मानते हैं। लेकिन जिसका रोजाना आसानी से पेट साफ हो रहा है, तो उसे एक बेहद अच्छी स्थिति मानी जाती है।
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2. पेट में गैस न बनना
पेट से गैस निकलना बेहद सामान्य है। लेकिन जिस व्यक्ति को बार-बार गैस निकलती है, उसे आंतों से जुड़ी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इसलिए माना जाता है कि जो लोग कम या न के बराबर गैस निकालते हैं, उनकी आंतें स्वस्थ और हेल्दी होती हैं। पेट में गैस बनने पर आपको पेट में दर्द, बेचैनी और सूजन जैसे लक्षणों से परेशान होना पड़ सकता है। अगर आपको भी गैस कम बनती है, तो इसका मतलब है कि आपकी आंतें स्वस्थ हैं।
3. दिनभर एनर्जेटिक रहना
अगर पूरे दिनभर आपके शरीर में ऊर्जा और एनर्जी बनी रहती है, तो इसे स्वस्थ आंतों का संकेत माना जा सकता है। खासकर, अगर आप बिना चाय या कॉफी पिए एनर्जेटिक रहते हैं, तो इसे अधिक हेल्दी माना जाता है। पूरे दिनभर एनर्जेटिक रहने का मतलब है कि आप जो भी खा रहे हैं, आपका शरीर उसके पोषक तत्वों को अच्छी तरह से अवशोषित कर रहा है। दरअसल, खाना पचाने में काफी ऊर्जा लगती है। ऐसे में अगर पाचन तंत्र या आंतें स्वस्थ नहीं होती हैं, तो इस स्थिति में व्यक्ति को भोजन पचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में उसे थकान और कमजोरी का अनुभव हो सकता है।
4. तनाव न होना
वैसे तो तनाव में रहना आजकल बेहद आम हो गया है। तनाव में रहने के कई कारण हो सकते हैं। जो व्यक्ति तनाव में रहता है, इसका असर उसकी आंतों पर भी पड़ता है। तनाव और चिंता पेट और आंतों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। तनाव में रहने वाले व्यक्ति को कब्ज की शिकायत हो सकती है। इसलिए माना जाता है कि जो व्यक्ति तनाव में नहीं होता है, उसकी आंतें स्वस्थ रहती हैं।
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5. भोजन से एलर्जी रिएक्शन न होना
अगर किसी व्यक्ति को कुछ भी खाने के बाद पेट में दर्द, सूजन, मतली और डायरिया जैसे लक्षणों से नहीं जूझना पड़ता है, तो यह स्वस्थ आंतों का संकेत हो सकता है। दरअसल, कुछ लोगों को किसी भोजन से एलर्जी होती है, तो किसी व्यक्ति को दूसरे भोजन से एलर्जी हो सकती है। यह उस खाद्य पदार्थ से एलर्जी या फिर पाचन विकार का संकेत होता है। इसलिए जो व्यक्ति सभी तरह के भोजन को आसानी से पचा लेता है, माना जाता है कि उसकी आंतें बिल्कुल स्वस्थ हैं।
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