कहीं स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज के दौरान आप भी तो नहीं करते ये गलतियां, जानें क्या है स्ट्रेचिंग का सही तरीका

क्या स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज को लेकर आपके भी मन में कोई शंका है? क्या आप इसको करने का सही तरीका जानना चाहते हैं? तो जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी।
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कहीं स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज के दौरान आप भी तो नहीं करते ये गलतियां, जानें क्या है स्ट्रेचिंग का सही तरीका

आप जब गाड़ी चलाते हैं तब यदि सड़क पर सारे नियमों का पालन करते हैं तो अपने गंतव्य पर सुरक्षित पहुंचते हैं और यदि आप नियमों की अनदेखी करते हैं तो आप जान सकते हैं कि आगे क्या होगा। जबकि हमें मालूम हो गया है कि एक्सरसाइज (importance of exercise in daily life) हमारे लिए कितनी जरूरी है तो आवश्यक है एक नियमित दिनचर्या से जुड़ने की व उनके करने के सही तरीके के विषय में जाने की। खासकर कि जब हम स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज की बात करते हैं, तो उससे जुड़े हर पहलू पर ध्यान रखना जरूरी है।

माना कि आप अपनी मांसपेशियों, कमर या जोड़ों को रिलैक्स करने के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज (stretching exercise) करते हैं। लेकिन आपको इसे करने का सही तरीका नहीं मालूम। तो ये आपके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। स्ट्रेचिंग से शरीर में लचीलापन और एनर्जी लेवल बढ़ता है। जिससे आपके शरीर के जोड़ आसानी से काम कर पाते हैं। इस वजह से ही शरीर में चोट लगने की संभावना कम हो जाती है। स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज आप कहीं भी आसानी से कर सकते हैं (benefit of stretching exercise)। इसके लिए कोई खास सामग्री की आवश्यकता नहीं होती।

Stretching exercise

हमें कितनी एक्सरसाइज की जरूरत है (Need of Regular Exercise)

शोध बताते हैं कि कुछ ना करने से थोड़ा बहुत करना ज्यादा बेहतर है, यानी कि रोजाना कुछ मिनट कसरत जरूरी है। यदि आपके कसरत करने की गति ठीक है, तो सप्ताह में 5 दिन तक कम से कम आधा घंटे की कसरत आपको उतना ही फायदा देगी, जितना तेज गति से हफ्ते में एक बार लगभग सवा घंटे की गई कसरत। आप चाहें तो दोनों तरह की कसरत भी कर सकते हैं। बस ध्यान रखें कि 2 मिनट हल्की कसरत के साथ 1 मिनट तेज कसरत के नियम को ध्यान रखना है। लेकिन ये भी न भूलें कि आपको सप्ताह में कम से कम 2 बार स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी जरूर करनी है।

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कब करें स्ट्रेचिंग (Best Time for Stretching Exercise)

आपको स्ट्रेचिंग को लेकर क्या करना चाहिए, ये भी ध्यान रखना होगा।

  • स्ट्रेचिंग हमेशा वर्कआउट के बाद करें न कि पहले।
  • एक तरह की कसरत के बाद स्ट्रेचिंग कभी ना करें।
  • दिनभर में कभी भी मांसपेशियों को कर सकते हैं स्ट्रेच।
  • आप काम के दौरान ब्रेक लेकर भी कर सकते हैं स्ट्रेचिंग।
  • स्ट्रेचिंग के लिए पैरों और हाथों को खोलकर घुटनों को हल्का सा मोड़कर खड़े होना चाहिए।
  • आप अपने हाथों की उंगलियों को आपस में बांधकर आगे की ओर झुकें।
  • अपनी पीठ और कंधों को आगे की ओर झुकाकर इसी अवस्था में रुके रहें।
  • हाथों को खोलकर जितना हो सके उतना पीछे ले जाएं।
  • जितनी देर हो सके उतनी देर इसी अवस्था में रहें और पूरे प्रोसेस को फिर से दोहराएं।
  • मांसपेशियों को ज्यादा खिंचाव ना दें, तब तक करें जब तक आपको ये सही नहीं लगता।
  • स्ट्रेचिंग जितना धीरे हो सके उतना धीरे करें।

क्या न करें (Precautions while Stretching)

स्ट्रेचिंग से शरीर का मेटाबोलिज्म भी बढ़ता है। वहीं अगर स्ट्रेचिंग गलत तरीके से की जाए तो इससे न केवल तकनीक प्रभावित होती है, बल्कि शारीरिक चोट या मसल्स में चोट लगने का कारण भी बनती है।

  • स्ट्रेचिंग करते समय कभी भी शरीर की 15 सेकंड से ज्यादा नहीं रोकना चाहिए।
  • ऐसा करने से मांसपेशियों में तनाव आ सकता है और ताकत भी कम हो जाती है।
  • ज्यादा लम्बे समय क एक ही पोजीशन बनाए रखने से बचें।
  • सुबह उठते ही स्ट्रेचिंग ना करें आपको पीठ में चोट लग सकती है।
  • जागने के कम से कम एक घंटे बाद स्ट्रेचिंग करें।
  • स्ट्रेचिंग के दौरान सांस का न रोकें।
  • सांस रोकने से मांसपेशियों में सिकुड़न की समस्या और तनाव हो सकता है।
  • भूलकर भी वर्कआउट के बाद स्ट्रेचिंग ना करें।
  • स्ट्रेचिंग में कभी भी ज्यादा ताकत का इस्तेमाल ना करें।
  • मांसपेशियों में चोट है तो स्ट्रेचिंग बिलकुल भी कर सकते हैं।
Stretching Man

स्ट्रेचिंग से मिलने वाले फायदे (Health Benefits  of Stretching)

स्ट्रेचिंग को अगर अपने सही तरीके से कर लिया तो आपको इससे जुड़े फायदे भी देखने को मिल सकते हैं। ये फायदे क्या हैं, आइये जानते हैं।

  • आप स्ट्रेचिंग को आपकी क्षमता के अनुसार कर सकते हैं।
  • स्ट्रेचिंग के जरिये शरीर में फुर्तीलापन बढ़ता है।
  • इससे मांसपेशियों की लम्बाई बढ़ती है।
  • शरीर में लचीलापन बढ़ता है।
  • शरीर का आकार सही होता है।
  • वर्कआउट के दौरान शरीर में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।
  • स्ट्रेचिंग की मदद से शरीर की थकान दूर होती है और ब्लड का स्तर भी सही रहता है।
  • इसकी मदद से कोलेस्ट्रोल का स्तर भी कम होता है और दिल से जुड़ी बिमारियों का भी खतरा नहीं होता।
  • स्ट्रेचिंग से मूड फ्रेश होता है।

देखा जाए तो स्ट्रेचिंग के फायदे कई हैं, लेकिन फायदे आपको तभी मिल सकते हैं जब आपको स्ट्रेचिंग के बारे में सही जानकारी हो व आप गलतियों से अपना बचाव कर सकें। तो आप हमारी बताई हुई टिप्स का ध्यान में रखें और स्ट्रेचिंग के दौरान गलतियों से बचें।

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