क्रिसमस ट्री ही क्रिसमस की रौनक होती है, लेकिन क्या आपको पता है क्रिसमस ट्री आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके कारण इंसोमिया और लिथर्जी जैसी बीमारियां हो सकती हैं। यदि आप चाहते हैं कि दिसंबर माह में आप तरोताजा रहें और फ्रेश हवा का मजा ले सकें तो आपको जरूरत है क्रिसमस ट्री से बचने की। सदाबहार क्रिसमस वृक्ष डगलस, बालसम या फर का पौधा होता है जिस पर क्रिसमस के दिन बहुत सजावट की जाती है।
- क्रिसमस ट्री आपको बीमार कर सकता है। क्रिसमस ट्री के कारण आपको पहले से हो रहे संक्रमण, सर्दी-जुकाम इत्यादि और बढ़ सकते हैं इसीलिए जरूरी है कि आप क्रिसमस ट्री से दूर ही रहें। यदि आपको हल्का सर्दी जुकाम भी है तो क्रिसमस ट्री के कारण ये इंसोमिया और लिथर्जी जैसी बीमारियों में बदल सकती है। इस मेडीकल कंडीशन को एक्सपर्ट्स ‘क्रिसमस ट्री सिंड्रोम’ के नाम से जानते हैं।
- बढ़ते हुए क्रिसमस ट्री से निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा मनुष्य के शरीर और सांस संबंधी तंत्र पर नकारात्मक असर डालती है। क्रिसमस ट्री से 53 खुजली, कफ, चेस्ट पेन, सांस लेने की समस्या, आंखों से पानी बहना, नींद ना आने की समस्या होने लगी। इतना ही नहीं कुछ बढ़ते हुए क्रिसमस ट्री के मोल्ड से कई बार लंबे समय तक होने वाला लंग इंफेक्शन तो कई बार निमोनिया और ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियां भी होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
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- हालांकि मोल्ड पेड़ों पर प्राकृतिक रूप से होते हैं और गर्मी में इनसे तेज गर्मी भी निकलती हैं लेकिन क्रिसमस ट्री पर अध्ययन करने से यह बात सामने आई कि क्रिसमस ट्री से सांस लेने संबंधी बीमारियां बढ़ जाती हैं। इस शोध के दौरान उन लोगों का भी ट्रीटमेंट किया गया जो पहले से बीमार थे और क्रिसमस ट्री के संपर्क में आने से और बीमार पड़ गए थे।
- क्रिसमस के दिन कुछ लोग मोमबत्ती भी जलाते हैं, जिनसे निकलने वाला धुआं स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है।यही नहीं मोमबत्तियों को कभी भी क्रिसमस ट्री के पास नहीं रखना चाहिए, इन्हें कम से कम 15 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाना चाहिए।
कहने का अर्थ है यदि आप क्रिसमस ट्री से सेलिब्रेशन करना भी चाहते हैं तो अपने घर के अंदर बहुम बड़ा क्रिसमस टी ना लाएं और ऐसा ट्री लेना चाहिए जो कि ज्यादा से ज्यादा हरा हो। यही नहीं क्रिसमस ट्री के स्टैंड को भी पहले जांच लेना चाहिए।
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