केमिकल निमोनिया क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज

केमिकल निमोनिया के बारे में आपने शायद पहले कभी न सुना हो। चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
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केमिकल निमोनिया क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज


निमोनिया से आप सभी अच्छे से वाकिफ होंगे, लेकिन क्या कभी केमिकल निमोनिया के बारे में सुना है? अगर नहीं, तो आपको बता दें कि यह फेफड़ों में होने वाला असामान्य इंफेक्शन है। यह इंफेक्शन फेफड़ों के ऊतकों में विषाक्त फैलने के कारण होता है। जिसकी वजह से फेफड़ों में सूजन आ जाती है। हालांकि, सामान्य निमोनिया की तुलना में यह समस्या कम ही लोगों को होती है। केमिकल निमोनिया कई तरह के रासायनिक पदार्थों की वजह से होता है। जैसे- धूल, गैस और धुएं के अधिक संपर्क में आने के कारण आपको केमिकल निमोनिया हो सकता है। मेदांता हॉस्पिटल के चेस्ट सर्जन डॉक्टर अरविंद कुमार का कहना है कि हमारे आसपास कई ऐसे केमिकल पदार्थ मौजूद हैं, जो सिर्फ फेफड़ों को प्रभावित करते हैं। वहीं, कुछ ऐसे विषाक्त पदार्थ हैं, जो फेफड़ों के साथ शरीर के अन्य हिस्सों को प्रभावित करते हैं। यह एक गंभीर स्थिति बन जाती है। क्योंकि इसके कारण न सिर्फ आपके फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि शरीर के कई अंग भी काम करने बंद कर देते हैं। जिसके कारण व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। 

किन कारणों से होता है केमिकल निमोनिया? (Causes of Chemical Pneumonia)

डॉक्टर अरविंद कुमार बताते हैं कि हमारे आसपास कई ऐसे रसायन का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके कारण हमारा शरीर प्रभावित होता है। यह केमिकल हमारे शरीर में कई तरीकों से जा सकते हैं। जैसे- सांस लेने के दौरान, खानपान से या फिर स्किन के जरिए। मुख्य रूप से सांस लेने के दौरान हमारे शरीर में केमिकल्स तेजी से प्रवेश करते हैं। कुछ ऐसी चीजें हैं, जिससे जरिए हमारे फेफड़ों और शरीर में केमिकल्स तेजी से प्रवेश करते हैं। जैसे-

  • अनाज को सुरक्षित रखने वाली दवाईयों का इस्तेमाल (जब अनाज सफाई या धुलाई की जाती है, तो यह धूल के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश कर सकती है।)
  • एसी, फ्रिज या फिर अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामानों में इस्तेमाल की जाने वाली क्लोरीन गैस।
  • जंगल या घर में आग लगने वाले धुएं।
  • कीटनाशक से निकलने वाला जहरीला धुआं।

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केमिकल्स निमोनिया के लक्षण (Chemical Pneumonia Symptoms)

हर व्यक्ति को रासायनिक निमोनिया के अलग-अलग तरीकों से प्रभावित कर सकते हैं। जैसे- अगर आप खुले स्थान पर रासायन के संपर्क में आते हैं, तो आपको खांसी, आंखों में जलन या फिर हल्की-फुल्की सांस लेने में परेशानी हो सकती हैं। वहीं, अगर आप किसी छोटे से कमरे में केमिकल के संपर्क में आते हैं, तो आपका दम घुट सकता है या फिर आपके फेफड़े फेल हो सकते हैं, जिसकी वजह से व्यक्ति की मौत तक हो जाती है। इसके अलावा रासायनिक निमोनिया के निम्न लक्षण हैं-

  • सूखी खांसी
  • नाक, कान और मुंह में जलन
  • मतली, उल्टी या पेट दर्द होना।
  • सीने में दर्द होना।
  • सांस लेने में परेशानी होना।
  • फ्लू के लक्षण दिखना।
  • सिरदर्द होना।
  • खांसी के दौरान खून आना।

कुछ अन्य लक्षण

  • स्किन या होंठों का पीला पड़ना।
  • काफी ज्यादा पसीना आना।
  • नब्ज का तेज होना।
  • पसीना आना।
  • तेज या रुक-रुक कर सांस लेना।

केमिकल निमोनिया का इलाज (Chemical Pneumonia Treatment)

अगर आपको केमिकल के संपर्क में आने से गंभीर लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। ताकि किसी भी गंभीर स्थिति से बचा जा सके। डॉक्टर के पास जाने से डॉक्टर आपसे आपके लक्षणों के बारे में पूछ सकते हैं। साथ ही यह सवाल कर सकते हैं कि आप कहां और कैसे केमिकल के संपर्क में आए। अगर उन्हें गंभीर परेशानी के संकेत नजर आएंगे, तो वह आपका इलाज निम्न तरीकों से कर सकते हैं। जैसे-

  • शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने पर मास्क या ट्यूब के जरिए ऑक्सीजन देना।
  • अगर श्वसन नलिका में केमिकल फंस गया है, तो उसे खोलने के लिए कुछ दवाइयां दे सकते हैं। 
  • शरीर में दर्द होने पर कुछ दवाइयां या इंजेक्शन भी दे सकते हैं। 
  • कभी-कभी किसी मामलों में आपको एंटीबायोटिक्स दवा दे सकते हैं। 
  • सांस लेने में काफी परेशानी होने पर ऑर्टिफिशियल वेंटिलेशन लगा सकते हैं।

केमिकल निमोनिया होने पर आपका इन तरीकों से इलाज किया जा सकता है। अगर आप केमिकल निमोनिया से बचना चाहते हैं, तो धूल-मिट्टी और धुएं के संपर्क में कम आएं। घर में केमिकल युक्त चीजों का इस्तेमाल कम करें। इससे केमिकल निमोनिया से काफी हद तक बचा जा सकता है।

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