भारत में कोरोना के मामले (Covid-19) लगातार बढ़ रहे हैं और पिछले एक हफ्ते में लगभग हर दिन 4 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। अगर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों पर नजर डालें, तो पिछले 24 घंटे में 4,03,738 ताजा मामले सामने आए हैं जिनमें, से 4,092 लोगों की मौत हो चुकी है। स्थिति इतनी खराब है कि कोरोना अब छोटे शहरों में अपने पैर पसार रहा है। इसी बीच एक बार फिर हवा में कोरोना वायरस के फैलने की बात (is coronavirus airborne) उठी है। पिछले महीने लैंसेट पत्रिका (lancet report) में छपी में एक रिपोर्ट में हवा में कोरोना वायरस फैलने की बात कही गई थी, अब यही बात सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) ने भी कही है। सीडीसी का कहना है कि हवा में कोरोना का वायरस के फैलने का सबसे ज्यादा खतरा 3 से 6 फीट के बीच हैं जहां वायरस फाइन पार्टिकल्स के रूप में सबसे ज्यादा कंसंट्रेटेड यानी केंद्रित होता है।
क्यों 6 फीट से ज्यादा ऊपर तक फैल सकता है कोरोना का वायरस?
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की मानें, तो कि अब जहां पूरी दुनिया में कोरोना वायरस पूरी तरह से फैल रहा है, ऐसे में कई कारण जिसके चलते ये कहा जा सकता है कि कोरोना वायरस तेजी से हवा (Coronavirus Airborne) में दूर तक फैल रहा है। सीडीसी के अनुसार SARS-CoV-2, वायरस जो कोरोनावायरस का कारण बनता है, वो आपके सांस के द्वारा हवाओं में फैल सकता है। दरअसल, वायरल एक फाइन पार्टिकल्स के रूप में तेजी से हवा में फैल सकता है। इसके पीछे सीडीसी कई और तर्क भी देता है कि सांस छोड़ने के दौरान सबसे बड़ी बूंदें हवा से तेजी से बाहर निकलती हैं और कुछ सेकंड से लेकर मिनटों तक हवा में रहती हैं। उसके बाद ये बड़ी बूदें सूख जाती हैं और हवा में 6 फीट से ज्यादा ऊपर तक तेजी से फैल सकती हैं और घटों तक रहती हैं और यही कारण है कि माना जा रहा है कि कोरोना का वायरस हवा में तेजी से फैल सकता है।
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कैसे फैल रहा है हवा में कोरोना?
हवा में कोरोना फैलने के पीछे विश्व स्वास्थ्य संगठन और बाकी स्वास्थ्य जुड़ी एजेंसियों का तर्क है कि कई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कारणों के चलते कोरोना हवा में फैल रहा है। जैसे
- - लार और थूक के महीन कणों द्वारा
- -बोलने से
- -एक जगह पर बहुत लोगों के इकट्ठा हो कर बात करने से
- -सांस से निकले वाले एयर ड्रापलेट्स से
- - खांसने या छींक से
- -खराब वैंटिलेशन से
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ट्रांसमिशन को कैसे रोकें?
जब हवा में कोरोना का वायरस इतनी तेजी से फैल रहा है, तो ऐसे में जरूरी है कि आप अपने आप इस तरह से रखें कि अगर वायरस हवा में भी हो तो वो आपको संक्रमित न कर सके। वायरस मुख्य रूप से संपर्क और सासं की बूंदों के माध्यम से फैलता है। कुछ परिस्थितियों में एयरबोर्न ट्रांसमिशन हो सकता है और हमें इसी को रोकना है या इसी से बचना है। जैसे कि
- -जितना हो सके उतनी दूरी बना कर आपस में बातचीत करें।
- -घर में हवादार और रोशनी भरा वातावरण रखें।
- - भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें।
- -हर समय मास्क पहनें।
- -अपने हाथ को हर कुछ देरी के बाद सैनिटाइज करें।
गौरतलब है कि ट्रांसमिशन को रोकने के लिए, WHO कई सुझाव देता है जिसमें कि सबसे पहले वो कोरोना पॉजिटिव लोगों की पहचान करके और उन्हें अलग करने की बात कहता है। उसके बाद इन लोगों के सर्कल में रहने वाले लोगों की जांच करने और इन्हें अलग करने की भी जरूरत है ताकि इससे ट्रांसमिशन का चेन ब्रेक हो जाए। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजेशन का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है क्योंकि ये कोरोना को रोकने वाले सबसे मजबूत हथियारों में से एक हैं।
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