
गर्मियों में तेज धूप की वजह से त्वचा पर कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में लोग धूप से बचने के लिए कई क्रीम का उपयोग करते हैं। लेकिन कई बार इन क्रीम के इस्तेमाल के बाद भी त्वचा पर सनबर्न की समस्या हो जाती है। यह समस्या मुख्य रूप से गर्मियों के मौसम में देखने को मिलती है। ज्यादा देर तक बाहर रहने से त्वचा में टैनिंग भी आ जाती है। इसकी वजह से भी त्वचा में कालापन आने लगता है। लेकिन कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है, जिनको धूप में निकलते ही सनबर्न की समस्या हो जाती है। कई लोगों को गंभीर सनबर्न की समस्या हो जाती है। ऐसे में उन्हें जलन होने लगती है और त्वचा पर पपड़ी बनने लगती है। इस स्थिति को मेडिकल में सन पॉइज़निंग कहा जाता है। इस लेख में आपको सन पॉइज़निंग के लक्षण, कारण और इससे बचाव के कुछ तरीकों को बताया गया है।
सन पॉइज़निंग के क्या लक्षण होते हैं? Symptoms of Sun Poisoning In Hindi
सन पॉइज़निंग में आप सामान्य सनबर्न के लक्षणों होते हैं। दरअसल सूर्य की यूवी किरणों के संपर्क में आने के 6 से 12 घंटे के अंदर सनबर्न के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। सन रैश, सनबर्न और सन पॉइज़निंग के लक्षणों के बीच अंतर करना महत्वपूर्ण है।
- सन रैश की स्थिति में आपको धूप में जाते ही त्वचा पर हल्के दाने दिखाई दे सकते हैं। इससे साथ ही त्वचा का लाल होना और इसमें खुजली की समस्या हो सकती है।
- हल्का सनबर्न होने पर आपको त्वचा पर लालिमा, दर्द और सूजन महसूस हो सकता है। ये समस्या आमतौर पर एलोवेरा आदि के इस्तेमाल से अपने आप ही ठीक हो जाती है।
सन पॉइज़निंग के लक्षण
इसमें व्यक्ति को हल्के सनबर्न से ज्यादा समस्या होती है। जिसमें आगे बताई गई स्थितियों को शामिल किया जाता है।
- त्वचा ज्यादा लाल होना, और दर्द होना,
- त्वचा पर फफोले होना,
- सिर दर्द,
- चक्कर आना,
- खार (और कभी-कभी ठंड लगना),
- डीहाइड्रेशन,
- उलझन महसूस होना,
- मतली या उलटी,
- बेहोशी होना, आदि।
इसे भी पढ़ें : चेहरे पर ग्लो लाएंगे खीरा और एलोवेरा, जानें इस्तेमाल का तरीका
सन पॉइज़निंग के क्या कारण होते हैं? What Causes Sun Poisoning In Hindi
सूर्य की यूवी किरणों के संपर्क में आने की वजह से त्वचा पर गंभीर रूप से जलन होने पर सन पॉइज़निंग होती है। यह समस्या लंबे समय तक धूप में रहने, त्वचा को कपड़े से न ढकने और सनस्क्रीन का उपोग न करने की वजह से होती है।
कुछ लोगों को सन पॉइज़निंग का जोखिम अधिक होता है। इन्हें आगे विस्तार से बताया गया है।
- जिनकी त्वचा गोरी होती है।
- परिवार में किसी को पहले स्किन कैंसर हुआ हो,
- गर्भनिरोधक दवाओं के सेवन के समय,
- एंटीबायोटिक दवाएं लेने पर,
- ऊंचाई वाली जगह पर रहने वालों को सन पॉइज़निंग होने का खतरा अधिक होता है।
इसे भी पढ़ें : एलोवेरा और बेकिंग सोडा से लाएं स्किन पर निखार, जानें इस्तेमाल का तरीका
सन पॉइज़निंग से बचाव के उपाय - How To Prevent Sun Poisoning In Hindi
कुछ सावधानियों को अपनाकर आप सरबर्न की समस्या से बचाव कर सकते हैं।
- बाहर निकलते समय सनस्क्रीन को लगाना। एसपीएफ 30 और इससे अधिक वाली क्रीम का उपयोग बाहर निकलने से करीब 30 मिनट पहले करें।
- त्वचा को पूरी तरह से ढककर ही बाहर निकलें। बाहर निकलते समय कॉटन के कपड़े पहनें। साथ ही सिर को हैट या कपड़े से कवर करें।
- ज्यादा जरूरी होने पर ही धूप में निकलें।
- अगर किसी तरह की दवाओं से त्वचा पर पहले ही साइड इफेक्ट हो तो बाहर जाने से बचें।
सनबर्न की समस्या होने पर आप घरेलू उपायों की मदद से अपनी समस्या को दूर कर सकते हैं। मुल्तानी मिट्टी, गुलाब जल, खीरा और एलोवेरा से त्वचा की कई समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।