
Causes of Sudden Vision Loss: उम्र बढ़ने के साथ आंखों की रोशनी में कमी आना एक आम बात है। लेकिन आज के समय ये समस्या बच्चों में भी देखी जाने लगी है। वैसे तो आंखों की रोशनी कम होने के पीछे हमारी लाइफस्टाइल जिम्मेदार होती है। लोगों के दिन का अधिकतर समय कंप्यूटर या मोबाइल की स्क्रीन पर देखते हुए ही बीतता है। इसके साथ ही पर्याप्त पोषण न लेना भी आंखों के कमजोर होने की वजह बनता है। लेकिन अचानक आंखों की रोशनी जाने के पीछे कुछ अन्य कारण हो सकते हैं। इन कारणों को जानने के लिए हमने बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के कंसल्टेंट ऑप्थोमोलॉजी डॉक्टर विवेक गर्ग से बात की, तो उन्होंने अचानक आंखों की रोशनी जाने के कारणों को विस्तार से बताया। इन कारणों को आगे बताया गया है।
अचानक आंखों की रोशनी जाने के तीन मुख्य कारण - Important Causes Of Sudden Vision Loss In Hindi
- आंखों की सरंचना (बनावट) में किसी तरह की परेशानी होना।
- रेटिना में किसी तरह की समस्या होना, (आंखों के पीछे रोशनी को सेंस करने में समस्या),
- आंखों से मस्तिष्क तक दृश्य संकेत ले जाने वाली नसों में समस्या आना, (ऑप्टिक तंत्रिका प्रभावित होना)।
आंखों की रोशनी जाने के पीछे इन कारणों को मुख्य माना जाता है। इसके अलावा भी कुछ अन्य कारण होते हैं जिनकी वजह से आपको दिखाई देने में मुश्किल हो सकती है।
इसे भी पढ़ें : आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए फॉलो करें ये 6 टिप्स, मिलेगा फायदा
अचानक आंखों से रोशनी जाने के कुछ सामान्य कारण - Common Causes Of Sudden Vision Loss In Hindi
बिना दर्द के आंखों की रोशनी जाने के कारण
- रेटिना की नसों में रुकावट होना,
- ऑप्टिक तंत्रिकाओं में रुकावट होना,
- आंख के पिछले हिस्से में जेली या रक्तस्राव होना,
- आंख पर चोट के कारण रेटिना में परेशानी आना।
अचानक आंखों की रोशनी जाने के कम सामान्य कारण
- स्ट्रोक की वजह से आंखों में समस्या,
- गंभीर रूप से ग्लूकोमा होना,
- रेटिनल डिटेचमेंट,
- कॉर्निया व आंखों के लेंस के बीच में सूजन आना,
- रेटिना संबंधी संक्रमण, इसमें रेटिना के अंदर रक्तस्राव भी होने की संभावना बढ़ जाती है।
इसे भी पढ़ें : आंखों को स्वस्थ रखने के लिए सुबह उठकर करें ये 5 योगासन, बुढ़ापे तक नहीं कमजोर होंगी आंखें
अचानक आंखों की रोशनी जाने का इलाज कैसे किया जाता है? Treatment Of Sudden Vision Loss In Hindi
- न्यूरोलॉजिकल इलाज - यदि आंखों की नसों में किसी तरह की परेशानी हो तो संबंधित नसों का इलाज किया जाता है।
- दवाओं से इलाज - कॉर्निया व लेंस में समस्या होने पर दवाओं से इलाज किया जाता है।
- सर्जरी - रेटिनल डिटेचमेंट व अन्य कारण में सर्जरी की आवश्यकता होती है।
आंखे बेहद की संवेदनशील होती हैं। इसमें किसी भी तरह की समस्या को अनदेखा नहीं करना चाहिए। आंखों में दर्द और सूजन या किसी भी तरह की समस्या में आप तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। सही समय पर इलाज से आंखों की परमानेंट रोशनी जाने से बचाई जा सकती है।