
Health Problems Associated With Loneliness In Hindi: आजकल की बदलती जीवनशैली में अकेलेपन की समस्या से काफी लोग जूझ रहे हैं। सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि युवा भी अकेलेपन का शिकार हो रहे हैं। बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति खुद को अकेला महसूस करने लगता है। इसके अलावा, समाज से अलग-थलग रहना या दूसरों से दोस्ती न कर पाने की वजह से भी अकेलापन महसूस हो सकता है। क्या आप जानते हैं कि अकेलापन आपके लिए कितना खतरनाक हो सकता है? हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। अकेलेपन के शिकार लोग कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की चपेट में जल्दी आ सकते हैं। सीडीसी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अकेलापन वक्त से पहले मौत का कारण बन सकता है। दरअसल, हरदम अकेले रहने वाले लोगों में मोटापा, स्मोकिंग की लत या शारीरिक निष्क्रियता बढ़ सकती है। इसका मतलब यह हुआ कि अकेलापन डायबिटीज, डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों का कारण बन सकता जाता है। यही वजह है कि इंसान को हमेशा सामाजिक होने की सलाह दी जाती है। अकेलेपन से बचने के लिए आप खुद को किसी काम या हॉबी में व्यस्त रखने की कोशिश कर सकते हैं। आप चाहें तो अकेलेपन से बाहर निकलने के लिए किसी प्रियजन या प्रोफेशनल एक्सपर्ट की मदद भी ले सकते हैं। आज इस लेख में हम आपको ऐसी 5 स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बता रहे हैं जो अकेलेपन के कारण हो सकती हैं -
अकेलेपन के कारण हो सकती हैं ये 5 गंभीर बीमारियां - Health Problems Associated With Loneliness In Hindi
डिस्थीमिया
अकेलेपन के कारण होने वाली सबसे आम समस्या डिस्थीमिया या लगातार डिप्रेशन रहना है। इस स्थिति में व्यक्ति ज्यादातर समय अकेले रहना चाहता है। इसकी वजह से आपकी मानसिक सेहत पर काफी बुरा असर पड़ सकता है। डिस्थीमिया एक ऐसी मानसिक स्थिति है, जिसकी वजह से व्यक्ति धीरे-धीरे आत्मविश्वास खोता जाता है।
सोशल एंग्जायटी
सोशल एंग्जाइटी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति बाहर निकलने या दूसरे लोगों से मिलने को लेकर काफी ज्यादा चिंतित रहता है। इस समस्या से पीड़ित लोग दूसरों से बात करने में कतराते हैं, डरते हैं और कई मामलों में शर्मिंदगी भी महसूस करते हैं।
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क्रॉनिक बीमारियां
अकेलेपन के कारण कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। शोध में यह बात साबित हो चुकी है कि जो लोग सामाजिक रूप से अलग-थलग रहते हैं, उनमें हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और हार्ट अटैक आदि बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है।
कैंसर
बायोलॉजिस्ट यह साबित कर चुके हैं कि हर समय अकेले रहने की वजह से शरीर में हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं।अकेलेपन के कारण बढ़े हुए तनाव की वजह से हमारा शरीर कमजोर हो जाता है, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी कम होती है। इसकी वजह से कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
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डायबिटीज
डायबिटीज का खतरा उन लोगों में ज्यादा होता है, जो मोटापे से परेशान होते हैं या जिनकी लाइफस्टाइल खराब होती है। तनाव और अकेलेपन की वजह से टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा भी ज्यादा हो सकता है।