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Sleepwalking Causes: आपको भी है नींद में चलने की बीमारी? जानें इसके 4 कारण

Causes Of Sleepwalking In Hindi: नींद में चलना एक गंभीर बीमारी है। जानें, किन कारणों से होती है लोगों को नींद में चलने की बीमारी। 
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Sleepwalking Causes: आपको भी है नींद में चलने की बीमारी? जानें इसके 4 कारण


Causes Of Sleepwalking In Hindi: क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ है कि आप सोए तो बेडरूम में थे, लेकिन जब आंख खुली तो आप डाइनिंग रूम में पहुंच गए? इस तरह की कंडीशन को आसान भाषा में नींद में चलने की बीमारी कहा जाता है। माना जाता है कि इस तरह की समस्या बच्चों में ज्यादा देखी जाती है, लेकिन वयस्कों को भी यह बीमारी हो सकती है। सवाल उठता है कि नींद में चलने की बीमारी के कारण क्या है और किन्हें यह बीमारी खासकर प्रभावित करती है? जानते हैं, सीनियर कंसलटेंट साइकेट्रिस्ट  (MD Psychiatry) डॉ. विजय पाठक से।

स्लीपवॉकिंग क्या है?

नींद में चलने की बीमारी, जिसे स्लीपवॉकिंग के नाम से भी जाना जाता है। यह गहरी नींद के दौरान होता है। यह अक्सर सोने के एक दो घंटे के भीतर हो सकती है। नींद में चलने की इस बीमारी के दौरान जरूरी नहीं है कि आप नींद में यहां-वहां टहलें। इसके बजाय, आप नींद में चलने के दौराना आप कहीं बैठ सकते हैं, घूम-फिर सकते हैं या फिर कोई दूसरी एक्टिविटी कर सकते हैं। असल, में इस दौरान आपकी आंखें खुली होती हैं, लेकिन आप दिमागी तौर पर नींद में होते हैं।

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नींद में चलने के कारण

स्ट्रेस - Stress

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कहते हैं कि स्ट्रेस या एंग्जाइटी हो, तो इससे व्यक्ति की नींद बाधित हो सकती है। स्ट्रेस या एंग्जाइटी के कारण, व्यक्ति को समय पर नींद नहीं आती या फिर वह लंबे समय तक सोता रहता है। अगर आप नींद में चलने की बीमारी से निजात पाना चाहते हैं, तो जरूरी है कि आप अपने स्ट्रेस या एंग्जाइटी की वजह को जानकर, उनसे निपटने की कोशिश करें। इसके लिए, आप रेगुलर एक्सरसाइज करें, मेडिटेशन करें, कैफीन का सेवन कम से कम करें, ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें और योगाभ्यास करें।

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नींद की कमी - Sleep deprivation

जिन लोगों का सोने का पैटर्न सहीं नहीं है, देर रात तक जगे रहते हैं, स्क्रीन पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं या फिर अच्छी और पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं लेते हैं, तो इस स्थिति में भी नींद में चलने की समस्या हो सकती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि जिन लोगों को नींद में चलने की बीमारी थी, उनका एमआरआई करने पर पता चला कि ये लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते थे। इस वजह से इनमें नींद में चलने की समस्या बढ़ गई थी।

माइग्रेन - Migraine

Migrain

अगर किसी को लंबे समय से माइग्रेन की समस्या है, तो उनमें भी नींद में चलने की समस्या बढ़ सकती है। यही नहीं, अगर किसी को लंबे समय से सिरदर्द की समस्या बनी हुई है, जो कुछ-कुछ दिनों के अंतराल में होती रहती है, तो इस स्थिति में भी नींद में चलने की समस्या बढ़ सकती है। ऐसा खासकर माइग्रेन के मरीजों में देखने को मिलता है।

बुखार - Fever

Fever

विशेषज्ञों का दावा है कि अगर किसी को बहुत तेज बुखार है, खासकर बच्चे को, तो वह नींद में चलने की बीमारी सकती है। वैसे, भी नींद में चलने और बुखार का आपस में गहरा कनेक्शन पाया गया है। ऐसा हेल्थलाइन में प्रकाशित एक लेख से भी स्पष्ट होता है। दरअसल, बुखार की वजह से रात के समय घबराहट या डर बढ़ जाता है। यह स्थिति अच्छी नींद में खलल डाल सकती है। ऐसे में व्यक्ति को अच्छी तरह आराम नहीं मिलता और उसमें नींद में चलने की समस्या नजर आने लगती है।

iamge credit: freepik

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