
शरीर के लिए आवश्यक एनर्जी हमें आहार से मिलती हैं। दरअसल, जब आप किसी चीज को खाते हैं, तो खाने से पोषक तत्वों के अवशोषण की प्रकिया शुरू होती है। यह पाचन क्रिया का ही हिस्सा होता है। लेकिन कई बार आंतों में इंफेक्शन, हार्निया, थायराइड, डायबिटीज आदि के कारण आंतों में ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है। यह एक मेडिकल कंडीशन है, जिसको इलाज की आवश्यकता होती है। इसमें व्यक्ति की छोटी या बड़ी आंत में ब्लॉकेज हो सकती है। इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं। हेल्थलाइन के अनुसार आंतों के ब्लॉकेज की समस्या होने पर पचान के बाद बचा आहार आंतों से होता हुआ आगे बढ़ता है। लेकिन, इस समस्या में आंत की ब्लॉकेज यदि थोड़ी भी होती है तो ऐसे में पचने के बाद बचा हुआ अपशिष्ट आंतों में ही रह जाता है। जिससे व्यक्ति को पेट में दर्द आदि, की समस्या हो सकती है। इस समस्या का इलाज समय पर न किया जाए, तो यह एक जनलेवा बीमारी बन सकती है। मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी सीनियर कंसल्टेंट डॉ पल्लवी गर्ग से जानते हैं कि आंतों में ब्लॉकेज के क्या कारण होते हैं।
आंतों में ब्लॉकेज के कारण - Causes Of Bowel Obstruction In Hindi
अगर यह ब्लॉकेज पूरी तरह से नहीं हुई है तो इसे सर्जरी के बिना भी ठीक किया जा सकता है। कंप्लीट ब्लॉकेज में आंतों की सर्जरी करनी पड़ती है। आगे जानते हैं इस समस्या के कुछ मुख्य कारण
मैकेनिकल ऑब्सट्रक्शन - Mechanical Bowel Obstruction in hindi
- एडहेसन्स (Adhesions), किसी सर्जरी के बाद पेट के टिश्यू का बढ़ना।
- आंतों का मुड़ना
- आंत का एक हिस्सा अगले हिस्से में घुस जाना,
- आंत में डिसऑर्डर होना, यह अक्सर नवजात शिशुओं में हो सकती है।
- छोटी आंत में ट्यूमर होना
- पित्ताशय की पथरी से बाउल में रूकावट बेहद कम देखने को मिलती है।
- बच्चों द्वारा किसी वस्तु या चीज को निगली लेना
- हर्निया, जिसमें आपकी आंत का एक हिस्सा आपके शरीर की मांसपेशियों या टिश्यू बाहर की ओर आ जाता है।
- क्रोहन रोग (आंतों से संबंधी सूजन) आदि।
नॉन मैकेनिकल ऑब्सट्रक्शन - Non Mechanical Bowel Obstruction in Hindi
छोटी आंत और बड़ी आंत के बीच एक समन्वय होता है। जब पाचने के बाद भोजन का अपशिष्ट आगे की ओर बढ़ता है, तो यह छोटी आंत से बड़ी आंत की ओर बड़ता है। लेकिन, जब इन दोनों में से किसी एक में भी परेशानी आती है, तो अपशिष्ट को आगे बढ़ने में परेशनी हो सकती है। अगर, यह स्थिति अस्थायी होती है, तो इसको इलियस कह जाता है। वहीं अगर यह समस्या गंभीर हो तो इसको स्यूडो ऑब्सट्रक्शन कह जाता है। इसके कारणों में पेट या पैल्विक सर्जरी, कुछ विशेष तरह की दवाओं, इंफेकशन और इलेकट्रोलाइ असंतुलन को शामिल किया जाता है।

आंतों में ब्लॉकेज का बचाव कैसे करें - How To Prevent Bowel Obstruction In Hindi
हेल्दी लाइफस्टाइल से आप इस समस्या से खुद का बचाव कर सकते हैं। इसके लिए आपको आगे बताए उपाय अपनाने चाहिए।
- डाइट में बदलाव करें।
- डाइट में आवश्यक बदलाव करने से आपके ब्लॉकेज को खुलने में मदद मिलती है।
- आसानी से पचने वाले चीजों को डाइट में शामिल करें।
- साबुत अनाज व हाई फाइबर युक्त आहार से कुछ समय के लिए दूर रहें।
- कैफीन और शराब का सेवन न करें।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें।
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पेट की किसी भी समस्या को आप नजरअंदाज न करें। इससे आपकी स्थिति या रोग गंभीर रुप ले सकता है। ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और इलाज शुरू कराएं।
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