Carpal Tunnel Syndrome in Hindi: कार्पल टनल सिंड्रोम, हाथों से जुड़ी एक समस्या है। यह तब होता है, जब कलाई की कार्पल टनल में मीडियन नर्व पर दबाव पड़ता है। आपको बता दें कि कार्पल टनल एक संकीर्ण मार्ग है, जो हथेलियों की तरफ हड्डियों और लिगामेंट्स से घिरा होता है। जब मीडियन नर्व संकुचित हो जाती है, तो कार्पल टनल सिंड्रोल की स्थिति पैदा होती है। इस स्थिति में व्यक्ति को हथेलियों पर सुन्नता और झुनझुनाहट का अनुभव हो सकता है। साथ ही, उंगुलियों में कमजोरी भी महसूस हो सकती है। वैसे तो कार्पल टनल सिंड्रोम की समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। लेकिन कुछ लोगों में इस सिंड्रोम के होने का जोखिम अधिक बना रहता है। आइए, AIIMS दिल्ली की डीएम न्यूरोलॉजी और एमडी मेडिसिन की डॉ. प्रिंयका सहरावत से जानते हैं कार्पल टनल सिंड्रोम के जोखिम कारक (Carpal Tunnel Syndrome Risk Factors in Hindi)-
कार्पल टनल सिंड्रोम के जोखिम कारक- Carpal Tunnel Syndrome Risk Factors in Hindi
1. हाइपोथायरायडिज्म- Hypothyroidism
हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति की थायराइड ग्रंथि, पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाती है। हाइपोथायरायडिज्म कई तरह की शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है। हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों में कार्पल टनल सिंड्रोम होने का जोखिम भी अधिक बना रहता है। इसलिए अगर आपको भी हाइपोथायरायडिज्म है, तो अपने खान-पान और लाइफस्टाइल का खास ख्याल रखें। इससे बचने के लिए हाथों की मूवमेंट करते रहें।
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2. मोटापा- Obesity
मोटापा भले ही कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। मोटापे की वजह से शरीर में कई बीमारियां जन्म ले सकती हैं। मोटापा, कार्पल टनल सिंड्रोम का भी एक जोखिम कारक है। अगर आपको भी हथेलियों में झुनझुनाहट होती है, तो वजन को कंट्रोल में जरूर रखें। अधिक वजन वाले लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। मोटापा, डायबिटीज, थायराइड, लिवर या हृदय रोगों का कारण भी बन सकता है। मोटापे को कम करने के लिए हेल्दी डाइट लें और नियमित रूप से एक्सरसाइज जरूर करें।
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3. डायबिटीज- Diabetes
डायबिटीज आजकल की एक बेहद ही आम बीमारी है, जिससे दुनियाभर में करोड़ों लोग जूझ रहे हैं। डायबिटीज हृदय और किडनी रोगों का कारण भी बन सकता है। डायबिटीज रोगियों में कार्पल टनल सिंड्रोम की समस्या भी देखने को मिल सकती है। अगर आप डायबिटीज रोगी हैं, तो अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने की कोशिश जरूर करें। इससे आप कई बीमारियों से अपना बचाव कर सकते हैं।