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लगातार आंखें फड़कने का कारण हो सकता है तनाव, डॉक्टर से जानें क्या है कनेक्शन

Can Stress Cause Eye Twitching In Hindi: तनाव और आंखें फड़कने का काफी गहरा संबंध है। इसलिए, आपको कोशिश करनी चाहिए कि तनाव कम से कम लें। यहां जानिए तनाव और आंखों फड़कने के बीच क्या कनेक्शन है-
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लगातार आंखें फड़कने का कारण हो सकता है तनाव, डॉक्टर से जानें क्या है कनेक्शन

Can Stress Cause Eye Twitching In Hindi: आपने कई बार नोटिस किया होगा कि बैठे-बैठे आंख फड़कने लगती है। आंखों के फड़कने पर हमारा कोई जोर नहीं होता है। इसलिए, आंखें के फड़केन पर हम अपनी आंखें मलने या रगड़ने लगते हैं। चूंकि, यह कोई गंभीर समस्या नहीं होती है, इसलिए ज्यादातर लोगों का ध्यान इस ओर नहीं जाता है। हालांकि, यह समस्या अपने आप ठीक भी हो जाती है और इसके कोई गंभीर नुकसान भी नहीं होते हैं। लेकिन, आपको यह नोटिस करना चाहिए कि कहीं आपकी आंखें फ्रिक्वेंटली तो नहीं फड़कती हैं? अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है, तो इसकी वजह तनाव हो सकता है। तनाव और आंखों के फड़कने का आपस में क्या कनेक्शन है? आइए, जानते हैं आईक्यू अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अजय शर्मा से।

आंखें फड़कने का तनाव से क्या संबंध है?- Can Stress Cause Eye Twitching In Hindi

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तनाव न सिर्फ हमें मेंटली परेशान रखता है, बल्कि इसका फिजिकल हेल्थ भी बुरा असर पड़ता है। इसी तरह, तनाव और आंखें फड़कने का भी आपस में गहरा संबंध है। विशेषज्ञों की मानें, "जब हम किसी भी तरह के तनाव होते हैं यानी मानसिक और शाररीरिक, तो इस दौरान हमारा शरीर कई तरह के केमिकल रिलीज करता है। इससे हमारे शरीर में कुछ परिवर्तन होते हैं, जिससे आंखें फड़कने जैसी समस्या हो सकती है।" कुल मिलाकर, आप कह सकते हैं कि तनाव के कारण आंखें फड़कना एक आम समस्या है। जैसे-जैसे तनाव का स्तर कम होगा, आंखों के फड़कने की फ्रिक्वेंसी में कमी आने लगेगी।

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तनाव के कारण आंखें फड़कने के अन्य कारण

मांसपेशियों पर असर

जब हम तनाव में होते हैं, तो इसका असर हमारी मांसपेशियों पर पड़ता है। खासकर, हमारी आंखों के आसपास मौजूद मांसपेशियों पर इसका नेगेटिव असर दिखता है। ऐसे में आपने आंखों और इसके आसपास के क्षेत्र में दर्द तथा आंखों के फड़ने की समस्या महसूस की होगी।

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तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव

तनाव तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में नसों में असंतुलन होने लगता है, जिससे आंखों के आसपास की नसों में दर्द और फड़कने की समस्या होने लगती है।

नींद की कमी

जब कोई लंबे समय तक तनाव में रहता है, तो ऐसे में उसे नींद की समस्या होने लगती है। जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो इस स्थिति में व्यक्ति को रेस्ट नहीं मिलता है, जिससे ओवर ऑल हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ता है। ऐसा ही आंखों के साथ भी देखने मिलता है यानी आंखों के फड़कने की परेशानी होने लगती है।

पोषक तत्वों की कमी

अगर शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है, तब भी आंखों के फड़कने की समस्या हो सकती है। खासकर, जो लोग नियमित रूप से चाय, कॉफी और एनर्जी ड्रिंक पीते हैं। इसके अलावा, जो लंबे समय तक पढ़ते हैं या स्क्रीन पर समय बिताते हैं, बॉडी में मैग्नीशिय या विटामिन बी12 जैसे कुछ विटामिन और मिनरल्स की कमी से भी आंखें फड़क सकती हैं। 

All Image Credit: Freepik

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