आंखों का फड़कना एक आम समस्या है, मगर कुछ लोग इसे अपशगुन से जोड़कर देखते हैं। मेडिकल साइंस के अनुसार आंखों का फड़कना एक रिफलेक्स एक्शन है, यानी ये शरीर में अपने आप होने वाली ऐसी क्रिया है, जिसे आप रोक नहीं सकते हैं। कभी-कभार आंख का फड़कना कोई समस्या की बात नहीं है, मगर यदि आपकी आंखें ज्यादा फड़क रही हैं या अक्सर ही फड़कने लगी हैं, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि ये कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। आमतौर पर ये क्रिया शरीर में किसी न्यूरोलॉजिकल समस्या के होने पर होती है।
पलकें झपकने और आंख फड़कने में अंतर
आमतौर पर आंख के फड़कने पर आपकी पलकें तेजी से झपकने लगती हैं। पलकें झपकाना शरीर की एक सहज क्रिया है, जो आंखों को स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी है। पलकें झपकने से आपकी आंखों में नमी बनी रहती है और आंखों की सफाई होती रहती है। आंखों की इस सफाई में आपके शरीर में बनने वाला आंसू महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पलकें झपकाने के दौरान यही आंसू आंख की ऊपरी पर्त पर वाइपर चल जाता है, जिससे आंख में नमी बनी रहती है।
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आमतौर पर जब आप किसी से बातें करते हैं, डरे हुए होते हैं या आपको दर्द होता है, तो आप सामान्य की अपेक्षा ज्यादा बार पलकें झपकाते हैं। जबकि जब आप पढ़ाई कर रहे होते हैं या स्क्रीन पर कोई वीडियो देख रहे होते हैं, तो कम बार बलकें झपकाते हैं। मगर जब यही पलकें बिना कारण जल्दी-जल्दी झपकने लगें, तो आपको समस्या होने लगती है। इससे आंखों में दर्द, जलन और खीझ जैसा अनुभव हो सकता है।
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किन्हें होती है आंखें फड़फड़ाने की समस्या?
आमतौर पर आंखों के फड़फड़ाने की समस्या उन लोगों को ज्यादा होती है, जो लोग देर तक स्क्रीन में देखते हैं। आजकल ये समस्या इसलिए बढ़ रही है क्योंकि लोगों ने स्क्रीन वाले गैजेट्स का इस्तेमाल बहुत ज्यादा शुरू कर दिया है। इसके अलावा इसका खतरा उन लोगों को भी ज्यादा होता है, जो लोग कंप्यूटर/लैपटॉप के सामने बैठकर घंटों काम करते हैं। इसके अलावा उम्र बढ़ जाने के बाद भी आंखों के फड़फड़ाने की समस्या बढ़ जाती है।
क्या है आंखों के फड़कने का कारण?
आमतौर पर आंखों के ज्यादा फड़कने के कई कारण हो सकते हैं। जिनमें से कुछ कारण इस तरह हैं-
- न्यूरोलॉजी इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार किसी व्यक्ति के शरीर में विटामिन B-12 की कमी हो, तो भी उसमें आंख फड़कने के संकेत दिखते हैं।
- ज्यादा समय तक स्क्रीन वाले गैजेट्स के इस्तेमाल से हो सकती है आंखों के फड़कने की समस्या।
- जो लोग ज्यादा शराब पीते हैं या धूम्रपान करते हैं, उनकी आंखों भी फड़कने की समस्या बढ़ जाती है।
- कॉफी और चाय का ज्यादा सेवन करना भी इस समस्या को बढ़ा सकता है।
- छोटे बच्चों में आंखें फड़कने का कारण शरीर में जरूरी मिनरल्स की कमी और कुपोषण हो सकता है।
- ज्यादा सोचने, चिंता करने, तनाव लेने और डिप्रेशन के कारण भी आंखें फड़कने की समस्या बढ़ती है।
आंखें फड़कने की समस्या का घरेलू इलाज
- अगर आपकी आंखें फड़कने की समस्या अचानक बढ़ जाए, तो सबसे पहले ठंडे पानी से मुंह धोएं और आंखों पर पानी डालें।
- आप छोटी सी एक्सरसाइज भी कर सकते हैं- पहले 30 सेकंड तक पलकों को खुली रखें फिर 30 सेकंड तक पलकों को बंद करें। ऐसा 3-4 बार करें।
- रोजाना 7-9 घंटे की नींद जरूर लें क्योंकि नींद की कमी भी इस समस्या को बढ़ा सकती है।
- अगर आंखों का फड़कना 2 दिन तक लगातार जारी रहे, तो डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि ये किसी अन्य रोग का भी संकेत हो सकता है।
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