स्लिप डिस्क के मरीजों में अक्सर इसी बात का डर लगा रहता है कि कहीं उनके स्लिप डिस्क के इलाज में सर्जरी या ऑपरेशन की नौबत ना आ जाए। लेकिन घबराने की बात नहीं है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्लिप्ड डिस्क का इलाज बिना सर्जरी के भी संभव है। लेकिन ये सोचने की भूल नहीं करें कि स्लिप डिस्क अपने आप ही कुछ समय में ठीक हो जाती है। ऐसा बिल्कुल नहीं होता है। आमतौर पर लोग स्लिप डिस्क के लक्षण नजर आने पर तुरंत ही जांच करा लेते हैं। लेकिन कई मामलों में स्लिप डिस्क के लक्षण नहीं नजर आते। कुछ लोगों में दर्द होता है, जिसे वे मामूली दर्द समझकर नजरंदाज कर देते हैं। ये बहुत गलत है। क्रोनिक पेन को कभी नजरंदाज करने की गलती नहीं करनी चाहिए। इसी विषय पर विस्तार से जानने के लिए हमने गुरुग्राम के सीके बिरला हॉस्पिटल के फिजियोथेरेपी डिपार्टमेंट के डॉक्टर मनोज राजौर (Dr. Manoj Rajour, Physiotherapy Department, C.k Birla Hospital, Gurgaon) से बातचीत की। आइये जानते हैं बिना ऑपरेशन के फिजियथेरेपी से स्लिप डिस्क कैसे ठीक होती है।
बिना ऑपरेशन के फिजियोथेरेपी से करें स्लिप्ड डिस्क का इलाज (Treat Slip Disk By Physiotherapy without Operation)
स्लिप डिस्क को अगर अनुपचरित छोड़ दिया जाए तो इससे कई जटिलताएं होती हैं। परमानेंट नर्व डैमेज के साथ-साथ सैडेल एनेस्थेसिया (Saddle Anesthesia) भी हो सकता है। साथ ही आप मूत्राशय पर नियंत्रण भी को सकते है। इसलिए स्लिप डिस्क के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करने की सलाह देते है। फिजियोथेरेपी को स्लिप डिस्क के इलाज के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता है। स्लिप डिस्क के इलाज के शुरुआत में ही डॉक्टर फिजियोथेरेपी का ट्रीटमेंट शुरू कर देते हैं। स्लिप डिस्क के इलाज मे फिजियोथेरेपी एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। फिजियोथेरेपी की कई अलग-अलग टेक्नीक्स होती हैं, जो आपका स्पेशलिस्ट आपको बहुत इत्मिनान से सीखता है। इसके साथ-साथ आप मसाज, हॉट कोल्ड थेरेपी (जिसमें सेकाई करनी पड़ती है) और हाइड्रोथेरेपी का भी अभ्यास कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें - घर में मौजूद 6 चीजें जिन्हें लंबे समय तक नहीं करना चाहिए इस्तेमाल, बनते हैं बीमारी का कारण
गलत तरीके से फिजियोथेरेपी करने से बचें (Avoid Wrong Practice of Physiotherapy)
स्लिप्ड डिस्क का स्थाई समाधान करने के लिए आपको रोज़ाना डॉक्टर द्वारा बताए गए समय तक फिजियोथेरेपी का अभ्यास करना होगा। ध्यान रहे फिजियोथेरेपी करने से पहले आप अपने थेरेपिस्ट से पूरी जानकारी और तकनीक सीख लें। उल्टे सीधे ढंग से फिजियोथेरेपी करने से आप खुद को और भी ज़्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आपको फिजियोथेरेपी की आदत नहीं है तो शुरू के दिनों में अपने थेरेपिस्ट की निगरानी में ही अभ्यास करें।
बॉडी मूवमेंट की दी जाती है सलाह (Body Movement is Recommended)
डॉ. मनोज बताते हैं कि पहले के समय में स्लिप डिस्क के मरीजों को एक से दो हफ्ते तक कंप्लीट बेड रेस्ट की सलाह दी जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होता है। अब स्लिप डिस्क के मरीजों को मूवमेंट करते रहने की सलाह दी जाती है। फिजियोथेरेपी करने से आपके शरीर की मूवमेंट होती है, जिससे मसल्स और हड्डियां कमज़ोर नहीं होती। डॉ. मनोज बताते हैं कि एक बार स्लिप डिस्क के लक्षण कम होने लगें तो थेरेपिस्ट आगे के इलाज के लिए मांसपेशियों को मजबूत और शरीर को लचीला बनाने पर फोकस करेंगे। इसी तरह लगातार सही ढंग से फिजियोथेरेपी के अभ्यास से स्लिप्ड डिस्क को बिना सर्जरी के ठीक किया जा सकता है।
स्लिप डिस्क में कैसे काम करती है फिजियोथेरेपी (How Physiotherapy works In Slip Disk)
1. स्टिफनेस को करे दूर (Removes Stiffness)
डॉ. मनोज राजौर के अनुसार अक्सर स्लिप डिस्क, स्पॉन्डिलाइटिस और अर्थराइटिस से पीड़ित लोगों में कमर, कंधों और शरीर के कई हिस्सों में अकड़न की शिकायत देखी जाती है। ऐसे में फिजियोथेरेपी आपके दर्द और अकड़न से छुटकारा दिला सकती है। फिजियोथेरेपी करने से आपकी मांसपेशियों में बनी अकड़न दूर हो जाती है। फिजियोथेरेपी करने से आपकी मसल्स में टाइटनेस नहीं रहती है। इसलिए अगर आपको स्लिप डिस्क की समस्या है तो चिकित्सक की सलाहनुसार रोजाना फिजियोथेरेपी करें।
2. दर्द से दिलाए राहत (Relieves Pain)
रोज़ाना फिजियोथेरेपी करने से स्लिप्ड डिस्क के मरीजो को दर्द से हमेशा राहत मिलती रहती है। जो मरीज पहली बार फिजियोथेरेपी करते हैं उन्हे शुरुआत में दर्द हो सकता है क्योंकि शरीर को इसकी आदत नहीं होती है। लेकिन आदत बन जाने के बाद आप देखेंगे कि रोज़ाना होने वाले दर्द से फिजियोथेरेपी के राहत दिलाता है। अचानक से स्लिप्ड डिस्क का दर्द हो तो भी फिजियोथेरेपी का अभ्यास कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें - रोज स्कवाट्स एक्सरसाइज करने से कम होता है याददाश्त कम होने का खतरा, जानें इस स्टडी पर डॉक्टर की राय
3. ब्लड फ्लो बेहतर होता है (Better Flow of Blood)
फिजियोथेरेपी करने से आपकी शरीर में रक्त संचार भी सुचारू रूप से होता है। स्लिप डिस्क के मरीजों को तो खासकर फिजियोथेरेपी करनी चाहिए। ब्लड फ्लो यानि रक्त का संचार बेहतर होने से ऑक्सीजन पूरी बॉडी में अच्छे से ट्रांसपोर्ट होता है और आपको मसल्स क्रैंप नहीं होते हैं।
यह लेख डॉक्टर द्वारा प्रमाणित है। इसलिए आप फिजियोथेरेपी की मदद से आप अपनी स्लिप डिस्क की समस्या को ठीक कर सकते हैं।
Read more Articles on Miscellaneous in Hindi