
गर्मियों के मौसम में आने वाला ताजा, मीठा और रसीला आम हो तो जुबान पर कंट्रोल करना मुश्किल होता है। आम के शौकीन लोग एक भी दिन बिना इसे खाए नहीं रह पाते हैं। हालांकि आम खाने में मुश्किलें उन्हें आती है, जिन्हें डायबिटीज है। इस बीमारी से जूझ रहे है लोगों को इस बात डर सताए रहता है, कि आम खाने से कहीं उनका ब्लड शुगर लेवल न बढ़ जाए। डायबिटीज के रोगी अक्सर यह सवाल पूछते हैं कि क्या आम खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है? अगर आपके मन में भी यही सवाल है, तो आइए जानते हैं इसका जवाब।
क्या डायबिटीज के मरीज आम खा सकते हैं?
डायबिटोलॉजिस्ट निखिल प्रभु का कहना है कि आम में 90% से ज्यादा की कैलोरी मिठास की वजह आती है। जिसकी वजह से यह शरीर के ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का कारण हो सकता है। उन्होंने कहा कि गर्मियों के मौसम में आम खाना बिल्कुल सुरक्षित है। डायबिटीज के मरीज भी बिनी किसी संकोच के आम खा सकते हैं, लेकिन इसकी मात्रा पर ध्यान देना जरूरी है। आम में सभी जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं। इसके पोषक तत्व ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं। एक कप कटे हुए आम के पोषण की बात करें, तो इसमें 1.4 ग्राम प्रोटीन, 2.6 ग्राम फाइबर, 67% विटामिन C, 18% फोलेट और लगभग 25 ग्राम कार्ब्स पाया जाता है।
डायबिटीज के मरीज आम कैसे खाएं?
एक्सपर्ट का कहना है कि आम खाने से ब्लड शुगर लेवल न बढ़े, इसके लिए एक साथ इसकी ज्यादा मात्रा नहीं लेनी चाहिए। डायबिटीज के मरीज अगर आप खाना चाहते हैं, तो पहले आधा कप खाएं और देखें कि आपका ब्लड शुगर बढ़ता है या नहीं। अगर बढ़ता है तो कितना बढ़ता है। थोड़ा आम खाने के बाद अगर आपका ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता है तो आप उस हिसाब से अपने आम खाने की मात्रा तय कर सकते हैं।
डायबिटीज के मरीज आम खाते वक्त रखें ये सावधानियां
एक्सपर्ट का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों को नाश्ते या लंच में ही आम का सेवन करना चाहिए।
जिस दिन आप आम का सेवन कर रहे हैं, उस दिन डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं, ताकि बैलेंस बनें।
जब जब आम खाएं शुगर पर पूरा चेक रखें।