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क्या लगातार पेट खराब रहना भी कैंसर का जोखिम बढ़ाता है? डॉक्टर से जानें

Can Gut Health Increase Cancer Risk: खाने की लगातार बदलती आदतों के कारण लोगों को पेट से जुड़ी परेशानियां हो रही हैं। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या ये कैंसर का कारण बन सकता है?
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क्या लगातार पेट खराब रहना भी कैंसर का जोखिम बढ़ाता है? डॉक्टर से जानें

एक पुरानी कहावत है, हम जो कुछ भी खाते हैं, उसको सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। आसान भाषा में कहें तो हमारे खाने और बीमारी का सीधा कनेक्शन पाचन तंत्र (गट) से है। गट हेल्थ यानी आंतों का स्वास्थ्य हमारे इम्यून सिस्टम, मेटाबॉलिज्म और मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव डालता है। इंफ्लेमेशन, पार्किंसन और अल्जाइमर जैसे तंत्रिका संबंधी बीमारियों का कनेक्शन भी गट हेल्थ से है। आज के दौर में जब जंक, प्रोसेस्ड फूड का सेवन तेजी से बढ़ रहा है, तब पाचन से जुड़ी परेशानियां होना आम मानी जाती है। कुछ लोग अक्सर पेट में दर्द, कब्ज और लूज मोशन की समस्या से दो-चार होते हैं।

अक्सर पेट खराब की समस्या से जूझ रहे लोग डॉक्टर के पास यह सवाल पूछते हैं कि क्या ये कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। इस लेख में इसी सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने मुंबई के कल्याण स्थित फोर्टिस अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी कंसल्टेंट डॉ. राकेश पटेल (Dr Rakesh Patel, Consultant Gastroenterology, Fortis Hospital, Kalyan) से बात की।

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क्या गट हेल्थ खराब होने से कैंसर का जोखिम बढ़ता है - Can Gut Health Affect Cancer Risk

ओनलीमायहेल्थ के साथ खास बातचीत में डॉ. राकेश पटेल ने कहा, "गट हेल्थ हमारे समग्र स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमने देखा है कि 1990 के दशक से, खाने की आदतों और संस्कृति में बदलाव के साथ, कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसके लिए कई कारक जिम्मेदार हैं, जिनमें बाहर खाना, केमिकल्स का इस्तेमाल, ट्रांस फैट और खाने में प्रोसेसिंग का इस्तेमाल शामिल है। अब कई रिसर्च आ रही हैं, जिनमें कहा गया है कि समुद्र में माइक्रोप्लास्टिक पाया गया है। यानी की जो सी-फूड हम खा रहे हैं, उसके जरिए शरीर में माइक्रोप्लास्टिक शरीर के अंदर जा रहा है। इसके कारण गट हेल्थ को नुकसान हो रहा है। इसलिए ऐसा कहा जा सकता है कि गट हेल्थ खराब होने से कैंसर का जोखिम बढ़ता है।"

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खराब गट हेल्थ के कारण कौन से कैंसर हो सकते हैं?- Which cancers can be caused by poor gut health?

डॉ. राकेश पटेल के अनुसार, खराब गट हेल्थ के कारण एक नहीं बल्कि कई प्रकार के कैंसर का खतरा रहता है। आइए आगे जानते हैं इसके बारे में।

1. कोलोरेक्टल कैंसर (आंतों का कैंसर): खराब गट बैक्टीरिया कोलोरेक्टल कैंसर के सबसे बड़े कारणों में से एक माने जाते हैं। जो लोग ज्यादा मात्रा में रेट मीट और प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं, उनमें कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा ज्यादा देखा जाता है।

2. लीवर कैंसर:गट हेल्थ के खराब होने से शरीर में टॉक्सिन्स (विषाक्त पदार्थ) की मात्रा बढ़ती है। इसके कारण लिवर को अतिरिक्त दबाव का सामना करना पड़ता है, जिसकी वजह से लीवर कैंसर का खतरा बढ़ता है।

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3. पेट का कैंसर: पेट में बैड बैक्टीरिया की मात्रा ज्यादा होने पर पेट के कैंसर का खतरा होता है।

डॉक्टर के अनुसार, हमारे पास विभिन्न क्षेत्रों में परिवर्तनशील आहार हैं, इसलिए यदि आप अपने सांस्कृतिक भोजन को छोड़कर कोई अन्य खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं, तो आपका आंत माइक्रोबायोटा बदल जाता है और फिर यह कैंसर सहित कई बीमारियों का कारण बनता है।

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गट हेल्थ को बेहतर बनाने के टिप्स- Tips to improve gut health

  • अगर आप अपनी आंतों को स्वस्थ रखना चाहते हैं और कैंसर के खतरे को कम करना चाहते हैं, तो नीचे बताए गए 5 उपायों का अपना सकते हैं।
  • खाने में प्रोबायोटिक (दही, किमची, कांजी) को शामिल करें। प्रोबायोटिक्स गट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाकर बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।
  • बाजार में मिलने वाले फास्ट फूड, चीनी और रेड मीट का अधिक सेवन करने से बचें। ये सभी खाद्य पदार्थ गट बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाते हैं।
  • डिहाइड्रेशन से गट हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ता है, इसलिए रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पिएं। अगर आप सादा पानी नहीं पी पा रहे हैं, तो नींबू पानी और फ्रेश जूस को डाइट में शामिल करें।

डॉ. राकेश पटेल के कहना है, एक डॉक्टर होने के नाते मैं सभी को स्वस्थ, संपूर्ण, प्राकृतिक खाद्य पदार्थ खाने और जितना संभव हो प्रोसेस्ड फूड से बचने की सलाह देता हूं। बाहर खाने को सीमित करें, क्योंकि बाहर का अधिकांश प्रोसेस्ड होता है। स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए सांस्कृतिक रूप से उपयुक्त ताजा और आसानी से तैयार होने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें। उदाहरण के लिए, दक्षिणी राज्यों के लोगों को चावल आधारित भोजन पर टिके रहना चाहिए, जबकि एक पंजाबी स्वाभाविक रूप से गेहूं आधारित और डेयरी आधारित खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। अगर आप अपनी गट हेल्थ को सुधारना चाहते हैं, तो आज ही हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल को अपनाएं।

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