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क्या अस्थमा रोगी को दूध पीना चाहिए? जानें एक्सपर्ट की राय

अस्थमा के मरीजों को अपनी डाइट को लेकर कॉन्शस रहना चाहिए। इसी क्रम में यह सवाल उठता है कि क्या उनके लिए दूध फायदेमंद होता है? एक्सपर्ट से जानें जवाब। 
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क्या अस्थमा रोगी को दूध पीना चाहिए? जानें एक्सपर्ट की राय


Can Asthma Patients Drink Milk In Hindi: कहते हैं अस्थमा के मरीजों को अपने स्वास्थ्य का काफी ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि उनकी इम्युनिटी काफी वीक होती है और जरा-सा मौसम बदलते ही उनकी तबियत बिगड़ने लगती है। इस तरह की सिचुएशन से लड़ने के लिए आमतौर पर विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि वे अपनी डाइट को बेहतर रखें, जिससे इम्यून बेहतर हो और बीमारी से लड़ने की क्षमता बढ़े। इसी क्रम में कई अस्थमा के मरीज रेगुलर बेसिस पर दूध पीते हैं। दूध में कई पोषक तत्व होते हैं, जो आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने का काम करते हैं। लेकिन, यहां सवाल उठता है कि क्या अस्थमा के मरीज दूध पी सकते हैं? कहीं उन्हें रोजाना दूध पीने की वजह से कोई स्वास्थ्य नुकसान तो नहीं हो सकता है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने डाइट एन क्योर क्लीनिक की डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बातचीत की। पेश है, बातचीत के कुछ महत्वपूर्ण अंश।

Can Asthma Patients Drink Milk

दूध और अस्थमा का कनेक्शन

अस्थमा और दूध के बीच का आपसी कनेक्शन काफी कॉम्प्लीकेटेड है। अस्थमा के हर मरीज पर दूध अलग तरह से प्रतिक्रिया कर सकता है। अस्थमा से पीड़ित कुछ व्यक्तियों को दूध या अन्य डेयरी उत्पादों का सेवन करने के बाद घरघराहट या खांसी की दिक्कत हो सकती है। वहीं, कुछ अस्थमा के मरीजों के लिए यह सहज हो सकता है और दूध पीने पर उन्हें किसी तरह के लक्षण नजर नहीं आ सकते हैं।

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अस्थमा के मरीजों को कब दूध नहीं पीना चाहिए

  • दूध में कैसिइन नामक प्रोटीन होता है, जो कुछ लोगों में एलर्जी की वजह बन सकता है। अगर, किसी अस्थमा मरीज को दूध से एलर्जी है, तो दूध का सेवन करने से एलर्जी रिएक्शन हो सकता है, जिससे अस्थमा की कंडीशन बिगड़ सकती है।
  • अस्थमा से पीड़ित कुछ लोगों को गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) भी हो सकता है। एसिड रिफ्लक्स यानी पेट का एसिड वापिस फूड पाइप की ओर आ जाता है, जिससे जलन और खांसी की समस्या हो सकती है। दूध का सेवन करने से जीईआरडी के लक्षण बिगड़ सकते हैं, जिससे अस्थमा के लक्षण भी बदतर हो सकते हैं।

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ध्यान देने योग्य बातें

  • अस्थमा से पीड़ित सभी व्यक्ति दूध या डेयरी उत्पादों के प्रति संवेदनशील नहीं होते हैं। कुछ अध्ययनों ने यह भी सुझाव दिया है कि डेयरी उत्पादों का सेवन करने से अस्थमा के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, थोरैक्स पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जिन बच्चों ने अधिक डेयरी उत्पादों का सेवन किया, उनमें अस्थमा विकसित होने का जोखिम कम था।
  • अस्थमा से पीड़ित कई लोग दूध को बिना किसी प्रतिकूल प्रभाव के पी सकते हैं। वास्तव में, दूध और अन्य डेयरी प्रोडक्ट कैल्शियम और विटामिन-डी का अच्छा स्रोत हैं, जो मजबूत हड्डियों और संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि अगर आपको अस्थमा है, और आपको नहीं पता है कि आप दूध को सहन कर सकते हैं या नहीं, तो ऐसी स्थिति में आप एक्सपर्ट के पास जाएं या डाइटीशियन से संपर्क करें। वे यह निर्धारित करने में आपकी मदद कर सकते हैं कि दूध आपके लिए सुरक्षित है या नहीं और अस्थमा को मैनेज करने के लिए आपको अपनी डाइट कैसे रखनी चाहिए।

image credit: freepik

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