Can Antibiotics be the Cause of Gut Imbalance: अलग-अलग तरह की छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों का इलाज करने के लिए कई तरह की दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें सबसे कॉमन एंटीबायोटिक्स होती हैं। इन दवाइयों को लाइफ सेवर की तरह देखा जाता है। बता दें कि एंटीबायोटिक्स को मॉडर्न मेडिसिन का एक मुख्य हिस्सा माना जाता है और यह हर साल लाखों लोगों की जान बचाती हैं। हालांकि, ये दवाइयां हमारे स्वास्थ्य पर निर्भर सामान्य बैक्टीरियल सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती हैं। दरअसल, हमारे शरीर में खरबों बैक्टीरिया होते हैं, जिनके बिना हम जीवित नहीं रह सकते हैं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि कई लोग मानते हैं कि हम एंटीबायोटिक्स लेकर शरीर के गुड बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सच में एंटीबायोटिक्स गट हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं? आइए इस बारे में डॉ. राकेश कुमार जगदीश, कंसल्टेंट - हेपेटोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, मेट्रो हॉस्पिटल, नोएडा (Dr. Rakesh Kumar Jagdish, Consultant - Hepatology, Gastroenterology, Metro Hospital, Noida) से जान लेते हैं:
एंटीबायोटिक का गट हेल्थ पर होता है असर?- Antibiotics have an Effect on Gut Health
आंत का माइक्रोबायोम हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है, जिसमें इम्यून सिस्टम को रेगुलेट करना और पाचन में सहायता करना शामिल है। कई शोध में यह बात सामने आई है कि एंटीबायोटिक्स हमारे आंत के माइक्रोबायोम के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक हैं। आमतौर पर बैक्टीरियल संक्रमण के इलाज और रोकथाम के लिए एंटीबायोटिक्स दी जाती है, लेकिन हमारे शरीर में संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया को लक्षित करने की प्रक्रिया में, ये दवाइयां अनजाने में हमारे शरीर में मौजूद अन्य जरूरी बैक्टीरिया को भी नष्ट कर सकती है। इससे गट हेल्थ में इम्बैलेंस की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
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एंटीबायोटिक्स का ज्यादा इस्तेमाल करना गलत क्यों?-Why is it Wrong to Use Antibiotics Too Much
एंटीबायोटिक्स और एसिड-दबाने वाली दवाएं (Acid-Suppressing Drugs) जैसे पीपीआई और गट हेल्थ के बीच एक जटिल संबंध है। यह सच है कि ये दवाएं बैक्टीरियल संक्रमण और एसिड से जुड़े विकारों के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हालांकि, उनके ज्यादा इस्तेमाल या दुरुपयोग से आंत माइक्रोबायोम पर गहरा असर भी हो सकता है। बता दें कि आंत के बैक्टीरिया में एक नाजुक संतुलन होता है, जो एंटीबायोटिक दवाओं के अंधाधुंध उपयोग के कारण बाधित हो सकता है। ये न केवल पाचन स्वास्थ्य पर असर डालता है, बल्कि इम्यून फंक्शन, इम्यूनिटी और मेटाबॉलिज्म रेजिस्टेंस पर असर डालता है। बता दें कि एंटीबायोटिक या पीपीआई के इस्तेमाल के बाद, प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक हस्तक्षेपों के माध्यम से आंत को फायदा हो सकता है। इससे माइक्रोबायोम की रिकवरी और लचीलापन में मदद मिल सकती है। आंत का स्वास्थ्य ओवरऑल स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। ऐसे में, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि एंटीबायोटिक का माइंडफुल इस्तेमाल करने से केवल आंत के माइक्रोबायोटा और उसके द्वारा पाचन की सुरक्षा के बारे में नहीं है, इसके बजाय, यह ओवरऑल स्वास्थ्य के बारे में है।
गट हेल्थ बिगड़ने से क्या होता है?- What Happens When Gut Health Deteriorates
गट हेल्थ बिगड़ने से कई समस्याएं हो सकती हैं, जो न केवल पाचन तंत्र पर असर डालती हैं, बल्कि ओवरऑल हेल्थ के लिए भी हानिकारक हैं:
- पाचन समस्याएं: गट हेल्थ बिगड़ने से पाचन समस्याएं होना आम बात है। ऐसे में व्यक्ति को कब्ज, दस्त और पेट दर्द जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- इम्यून सिस्टम कमजोर: गट हेल्थ और इम्यून सिस्टम के बीच गहरा संबंध होता है। गट हेल्थ बिगड़ने से इम्यूनिटी कमजोर होती है और व्यक्ति कई बार बीमार होता है।
- मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: गट हेल्थ और मानसिक स्वास्थ्य के बीच भी गहरा संबंध है। गट हेल्थ बिगड़ने से तनाव, चिंता, और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- त्वचा और बालों की समस्याएं: गट हेल्थ बिगड़ने से त्वचा और बालों की समस्याएं जैसे कि मुंहासे, एक्जिमा और बाल झड़ने की परेशानी हो सकती हैं।
- पुरानी बीमारियों का खतरा: गट हेल्थ बिगड़ने से पुरानी बीमारियों (Chronic Diseases) जैसे कि डायबिटीज, हृदय रोग और ऑटोइम्यून डिजीज का खतरा बढ़ सकता है।
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आंत का स्वास्थ्य सिर्फ पाचन से जुड़ा मुद्दा नहीं है। यह ओवरऑल हेल्थ का आधार है। ऐसे में गट हेल्थ का ख्याल रखने के लिए व्यक्ति को लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव और एंटीबायोटिक्स जैसी दवाओं के सेवन को सीमित करने पर विचार करना चाहिए। ऐसे में ध्यान रखें कि एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेमाल की अवधि आपकी बीमारी के कारण पर निर्भर करती है। आपको खुद या डॉक्टर की सलाह के बिना केमिस्ट से दवा नहीं लेनी चाहिए, केवल योग्य डॉक्टर के परामर्श के बाद ही एंटीबायोटिक्स का उपयोग किया जाना चाहिए।
FAQ
क्या एंटीबायोटिक्स आंत के स्वास्थ्य को बर्बाद करते हैं?
जी हां, एंटीबायोटिक्स आंत के इकोसिस्टम के नाजुक संतुलन को बिगाड़ सकती है। एंटीबायोटिक्स से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले आंत के बैक्टीरिया में बैक्टेरॉइडेट्स, फ़िरमिक्यूट्स और एक्टिनोबैक्टीरिया टैक्स शामिल हैं।ज्यादा एंटीबायोटिक दवाई खाने से क्या होता है?
ज्यादा एंटीबायोटिक दवाओं के सेवन से व्यक्ति को दुष्प्रभाव हो सकते हैं। जैसे कि पेट खराब होना, दस्त और महिलाओं में वेजाइनल यीस्ट संक्रमण जैसी समस्याएं। कुछ लोगों को कई तरह की एंटीबायोटिक दवाओं से एलर्जी भी हो सकती है।एंटीबायोटिक कितने दिन खाना चाहिए?
एंटीबायोटिक कब तक खानी चाहिए, इसका जवाब डॉक्टर आपके लक्षणों को देखकर निर्धारित करते हैं। हालांकि, ज्यादातर एंटीबायोटिक्स उपचार 7 से 14 दिन तक चलता है।