
Can Anemia Affect Breast Milk Supply: एनीमिया यानी खून की कमी। यह समस्या वैसे, तो किसी को भी हो सकती है लेकिन महिलाओं में यह समस्या खासतौर पर प्रेग्नेंसी के दौरान देखी जाती है। डिलीवरी के बाद भी महिलाओं को खून की कमी हो सकती है। डिलीवरी के बाद काफी ब्लड लॉस होता है खासकर सी-सेक्शन डिलीवरी में, जिसके बाद एनीमिया हो सकता है। पोस्टपार्टम समस्याओं के कारण भी शरीर में खून की कमी हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान आयरन की कमी का असर डिलीवरी के बाद एनीमिया के रूप में दिखता है। डिलीवरी के बाद महिलाओं को शिशु को स्तनपान कराना होता है और अगर एनीमिया की समस्या साथ रहती है, तो उन्हें इस कार्य में ज्यादा थकान और कमजोरी का एहसास होता है। यह भी कहा जाता है कि एनीमिया के कारण ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई पर बुरा असर पड़ता है। इस लेख में जानेंगे कि इस बात में कितनी सच्चाई है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
एनीमिया से ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई घटती है?- Can Anemia Affect Breast Milk Supply
एनीमिया की समस्या ब्रेस्ट मिल्क की सप्लाई को प्रभावित करता है। एनीमिया एक स्थिति है जिसमें खून में हेमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है और शरीर को ऑक्सीजन प्राप्त करने में समस्या होती है। एक मां की एनीमिया होने पर, उसके शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे ब्रेस्ट मिल्क की उत्पादन पर भी बुरा असर पड़ सकता है। ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई कम होने के अलावा महिलाओं को एनीमिया होने पर थकान भी महसूस होती है जिसके कारण वह बच्चे को ठीक से फीड नहीं करा पातीं। एनीमिया के कारण पोस्टपार्टम डिप्रेशन भी हो सकता है। अगर आपको थकान महसूस हो रही है, तो शरीर में आयरन लेवल चेक करने के लिए ब्लड टेस्ट करवाएं।
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एनीमिया से बचने के लिए आयरन कैसे बढ़ाएं?- How to Increase Iron Level in Body
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए शिशु और अपनी देखभाल को एक साथ देखना एक मुश्किल भरा दौर हो सकता है। लेकिन खुद का ख्याल रखेंगी, तब ही शिशु को ठीक से स्तनपान करवा पाएंगी। ऐसे में एनीमिया से बचने के लिए आयरन लेवल को मेनटेन रखना जरूरी है। शरीर में आयरन के स्तर को बढ़ाने के लिए डाइट पर गौर करें। अपनी डाइट में पालक, किशमिश, अंगूर, काली दाल, मसूर दाल, अंडे, ब्राउन राइस, ओट्स आदि का सेवन करें। इसके अलावा डाइट में विटामिन-सी को भी शामिल करें। विटामिन-सी की मदद से आयरन के एब्सॉर्बप्शन रेट को बढ़ा सकते हैं। विटामिन-सी को डाइट में शामिल करने के लिए नींबू, टमाटर और खट्टे फलों का सेवन करें। आयरन की मात्रा को बढ़ाने के लिए पानी का सेवन भी जरूरी है। जब शरीर हाइड्रेट रहता है, तो सेल्स आयरन को एब्सॉर्ब कर पाते हैं।
इन उपायों को आजमाने के बाद भी एनीमिया हो जाए, तो डॉक्टर के बताए उपचार के मुताबिक चलें और इस बीमारी से जल्द बाहर आ जाएं।
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