Doctor Verified

क्या बच्चे को बोतल का पानी देना सुरक्षित है? डॉक्टर से जानें बच्चों को बोतल का पानी पिलाने के नुकसान

बच्चों को पानी पिलाते समय पेरेंट्स को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जानें बच्चों को बोतल का पानी पिलाना कितना सुरक्षित है?
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या बच्चे को बोतल का पानी देना सुरक्षित है? डॉक्टर से जानें बच्चों को बोतल का पानी पिलाने के नुकसान

बच्चे के जन्म के बाद माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता उनके अच्छे पालन-पोषण से जुड़ी होती है। जन्म के 6 महीने के बाद बच्चे को फीडिंग कराई जाती है और इस दौरान कई जरूरी चीजों का ध्यान रखना होता है। कई बार माता-पिता बच्चे को पानी पिलाते समय गलतियां कर बैठते हैं जिसकी वजह से उन्हें आगे चलकर गंभीर समस्याएं होती हैं। आज के समय में पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर या बोतल वाले पानी का चलन सबसे ज्यादा है। चूंकि बोतल का पानी कहीं भी लाने और ले जाने में आसान होता है और लोग इसे सुरक्षित मानते हैं। बोतल का पानी आमतौर पर सबसे पहले बड़े प्लांट में फिल्टर किया जाता है और उसके बाद इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए रिवर्स ऑस्मोसिस और यूवी प्रोसेसिंग को अपनाया जाता है। कई पेरेंट्स का ये सवाल होता है कि क्या बच्चों को बोतल का पानी पिलाना सुरक्षित होता है? दरअसल, कई शोध और अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि बच्चों के लिए बोतलबंद पानी नुकसानदायक हो सकता है। प्लास्टिक के बोतल में पैक होकर आने वाला पानी सेहत को कई गंभीर नुकसान भी पहुंचा सकता है। प्लास्टिक की बोतल में पैक पानी पीने से शरीर में माइक्रोप्लास्टिक के कणों के जाने का खतरा भी रहता है। आइये जानते हैं बच्चों को बोतल का पानी पिलाने के नुकसान।

बच्चों को बोतल का पानी पिलाने के नुकसान (Bottled Water Side Effects For Kids in Hindi)

बॉटल वाटर पैकेज्ड वाटर कई तरह के होते हैं और ये अलग-अलग कंपनियों द्वारा बनाये जाते हैं। इन बोतलबंद पानी का प्रोडक्शन और प्यूरीफिकेशन प्रोसेस भी अलग-अलग हो सकता है। आमतौर पर बच्चे को 6 महीने के बाद पानी पिलाने की सलाह दी जाती है लेकिन उसे बोतल का पानी देना कई तरीके से नुकसानदायक हो सकता है। एससीपीएम हॉस्पिटल के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ शेख जफर के मुताबिक प्लास्टिक के बोतलों में पैक्ड पानी बच्चों या शिशुओं को पिलाना हानिकारक होता है। आइये जानते हैं इसके संभावित कारणों के बारे में।

Bottled-Water-Side-Effects

इसे भी पढ़ें : छोटे बच्चों को जौ का पानी पिलाने से मिलते है कई फायदे, जानें इसकी आसान रेसिपी

1. पैक्ड या बोतल वाले पानी को बनाते समय इसमें फ्लोराइड मिलाया जाता है। अगर पानी में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा होती है तो इसकी वजह से बच्चों को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं। पानी में अधिक मात्रा में फ्लोराइड होने से बच्चों के इनेमल को नुकसान हो सकता है इसके अलावा बच्चों को दांतों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए हमेशा बोतल वाले पानी को खरीदते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए।

2. बच्चों को बोतलबंद पानी पिलाने से उनके शरीर में माइक्रोप्लास्टिक जाने का खतरा बना रहता है। प्लास्टिक बोतल में पैक पानी पिलाने से बोतल को बनाने में इस्तेमाल हुए माइक्रोप्लास्टिक के हानिकारक कण शरीर में प्रवेश करते हैं। इसकी वजह से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। हाल ही में आये एक शोध में भी इस बात की पुष्टि हुई थी कि शरीर में प्लास्टिक से बनी चीजों का इस्तेमाल करने की वजह से माइक्रोप्लास्टिक प्रवेश कर रहा है। जो शरीर के अंदरूनी अंगों को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है। 

Bottled-Water-Side-Effects

3. कई बार लोग मुनाफा कमाने के चक्कर में चीजों में मिलावट करना शुरू कर देते हैं। बोतल में बंद पानी के साथ भी ऐसा हो सकता है। कई बार लोग पुरानी बोतलों को लेकर उसमें दोबारा सामान्य नल से निकलने वाले पानी को मिलकर उसे लोगों को बेचते हैं। इस तरह का पानी बच्चे के लिए बहुत नुकसानदायक होता है। इसलिए हमेशा आपको पानी की पैकिंग और बीआईएस या आईएसआई होलमार्क का ध्यान रखना चाहिए।

बच्चे को कौन सा पानी पिलाएं? 

दरअसल 6 महीने से अधिक उम्र वाले बच्चों को पूरक आहार के साथ पानी पिलाने की सलाह दी जाती है। इस दौरान माता-पिता को पानी की शुद्धता का ध्यान जरूर रखना चाहिए। बच्चे के लिए सबसे सुरक्षित पानी वह माना जाता है जो उसे उबालने के बाद दिया जाता है। घर में पीने वाले पानी को अच्छी तरह से उबालकर इसे छान लें। अब इस पानी को ढककर साफ बर्तन में स्टोर करें। बच्चों को उबालकर पानी पिलाना सुरक्षित और फायदेमंद होता है। सबसे जरूरी बात ये है कि बच्चों को प्लास्टिक के बोतल या बर्तन में पानी या खाना नहीं देना चाहिए। प्लास्टिक की जगह पर धातुओं से बने बर्तन या बोतल का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा आप बच्चे को शुद्ध पानी पिलाने के लिए घर में वाटर प्यूरीफायर या फिल्टर लगवा सकते हैं।

इसे भी पढ़ें : इसलिए बच्‍चों को दाल का पानी पिलाने की दी जाती है सलाह

छोटे बच्चे को पानी पिलाते समय ऊपर बताई गयी बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। इसके अलावा किसी भी तरह की समस्या होने पर सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अशुद्ध पानी पीने की वजह से कई तरह की बीमारियां फैलती हैं इसलिए बच्चे को हमेशा साफ पानी पिलाना चाहिए।

(All Image Source - Freepik.com)

Read Next

शिशु के दांत निकल रहे हैं तो उन्हें खिलाएं ये 5 फूड्स, नहीं होगी उल्टी-दस्त की समस्या

Disclaimer