कलौंजी का तेल अपने औषधीय गुणों के लिए कई स्वास्थ्य उपचारों में काम आता है। ज्यादातर लोग इसे हड्डियों के दर्द और बालों के उपचार के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। कलौंजी के तेल में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये शरीर के अंदर और त्वचा पर सूजन को दूर करने में मदद कर सकता है। कलौंजी के तेल में मौजूद दो बेहद प्रभावकारी तत्व थाइमोक्विनोन और थाइमोहाइड्रोक्विनोन इसके विशेष हीलींग प्रभाव के लिए जिम्मेदार हैं। यह दोनों तत्व मिलकर इन सभी बीमारियों से लड़ने और शरीर को हील करने में मदद करते हैं। ये कार्डियोवेस्कुलर डिसीज एवं अस्थमा, ब्लड कैंसर, फेफड़ों की समस्या, लिवर, प्रोस्टेट, ब्रेस्ट कैंसर, सर्विक्स और त्वचा रोगों में भी कारगर है। पर आज हम कलौंजी के तेल के उन खूबियों पर बात करेंगे, जो कि स्किनकेयर के लिए जाना जाता है।
किन त्वचा रोगों को ठीक करने के लिए इस्तेमाल होता है कलौंजी का तेल
एक्जिमा
एक्जिमा होने पर त्वचा पर लाल पैच, सूजन, खुजली, फटी हुई खराब त्वचा और खुरदरे पन आदि की परेशानी होती है। कुछ लोगों में इसके कारण शहरी या चेहरे पर फफोले भी विकसित हो जाते हैं। ऐसे में कलौंजी का तेल इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है। 2013 के हुए एक अध्ययन के अनुसार एक्जिमा से पीड़ित कई लोगों को इसकी दवाई के साथ कलौंजी का तेल भी लगाने को दिया जाता है।
मुंहासे
शोध बताते हैं कि कलौंजी का तेल का एंटीबैक्टीरियल और और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मुंहासों में सुधार कर सकते हैं। मेडिकल न्यूज टूडे के अनुसार एक अध्ययन में, 58 प्रतिशत प्रतिभागियों ने इसे मुंहासे के इलाज के लिए अच्छा माना, जबकि 35 प्रतिशत ने महसूस किया कि उनके परिणाम मध्यम थे। पर धीरे-धीरे मुंहासो पर कलौंजी के तेल ने काम किया। वहीं जिन लोगों को होर्मोनल एक्ने की परेशानी होती है, खासकर कि युवा हो रहे बच्चों में तो उनमें चेहर पर इसे लगाने का एक व्यापक फायदा देखा गया।
इसे भी पढ़ें : गठिया का दर्द और सूजन को जड़ खत्म करता है कलौंजी का तेल, जानें अन्य फायदे
सोरायसिस
चूहों पर 2012 के एक अध्ययन से पता चलता है कि तेल में एंटीप्सोरिअटिक लाभ भी हो सकते हैं। कलौंजी का तेल स्किन को हाइड्रेट कर सकता है और त्वचा को नरम बनाने में मदद कर सकता है। ये एक बहतरीन मॉइस्चराइज़र के रूप में कार्य कर सकता है, हालांकि इन लाभों की पुष्टि करने के लिए वैज्ञानिक प्रमाणों की कमी है।
खुद को हेल्दी रखने के बारे में कितने जागरूक हैं आप? खेलें ये क्विज :
क्या कलौंजी का तेल स्किन के लिए सुरक्षित है?
यह संभव है कि कलौंजी का तेल दवाओं के प्रभाव को बढ़ा सकता है जो कि शरीर साइटोक्रोम पी 450 मार्ग से गुजरता है। इस मार्ग में एंजाइम 90 प्रतिशत आम दवाओं को चयापचय करते हैं। सामान्य दवाओं के उदाहरणों में बीटा-ब्लॉकर्स जैसे कि मेटोपोलोल (लोप्रेसोर) और रक्त पतला वार्फरिन (कौमेडिन) शामिल हो सकते हैं। अगर आप नियमित रूप से किसी भी प्रिस्क्रिप्शन दवाओं को लेते हैं, तो कलौंजी के तेल लेना शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। आपको अपने डॉक्टर से बात किए बिना अपनी कोई भी नियमित दवा लेना बंद नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, कुछ लोगों को कलौंजी का तेज एलर्जी का कारण बन सकता है इसलिए इस्तेमाल से पहले इसका पैच टेस्ट करें। इसके लिए इसे पहले अपनी त्वचा पर एक बड़े क्षेत्र पर लगा कर देखें और फिर जब सही लगे तो इसका इस्तेमाल करें।
इसे भी पढ़ें : कलौंजी के इस्तेमाल से एक हफ्ते में बंद करें बालों का झड़ना
त्वचा के लिए कैसे इस्तेमाल करें कलौंजी का तेल
- - आप कलौंजी के तेल को गुनगुने पानी में मिला कर इससे मुंह धो सकते हैं। ये दानों पर बहुत काम करती है।
- -वहीं जिन लोगों को बहुत ज्यादा एक्ने की परेशानी है वो कॉटन की मदद से इसे अपने चेहरे पर लगाएं और फिर आधे घंटे के बाद मुंह धो लें।
- -वहीं बहुत से लोग इसका फेस मास्क बनाने में भी इस्तेमाल करते हैं। इसके लिए वो शहद में कलौंजी का तेल मिला कर फेस मास्क बना कर इसे चेहरे पर अप्लाई करते हैं।
Read more articles on Skin-Care in Hindi