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हार्मोनल बदलाव होने पर महिलाएं जरूर करें सफेद तिल का सेवन, कई समस्याओं से मिलेगी राहत

महिलाओं के शरीर में अक्सर हार्मोनल बदलाव होते हैं। इन बदलावों के चलते महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आगे जानते हैं कि सफेद तिल से इस समस्या को कैसे दूर किया जा सकता है?
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हार्मोनल बदलाव होने पर महिलाएं जरूर करें सफेद तिल का सेवन, कई समस्याओं से मिलेगी राहत


महिलाओं को पीरियड्स या अन्य समस्याओं से पहले हार्मोनल बदलाव का सामना करना पड़ता है। हार्मोन में होने वाले बदलाव के चलते महिलाओं को मूड स्विंग्स, पेट में ऐंठन, पैरों में दर्द आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि, इस समस्या के लिए कई दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन आप घरेलू उपायों से भी इस समस्या को आसानी से दूर कर सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार सफेद तिल महिलाओं की सेहत के लिए फायदमंद होने के साथ ही उनके हार्मोनल बदलाव को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं, जो महिलाओंं के हार्मोनल बदलावों को कंट्रोल में करने में मदद करते हैं। इस लेख में नोएडा के वेव क्योर सेंटर के नेचुरोपैथी डॉक्टर एस के पाठक से जानते हैं कि सफेद तिल से महिलाओं को हार्मोनल बदलावों को कैसे कम किया जा सकता है। साथ ही, इसे  खाने का सही तरीक क्या होता है। 

हार्मोनल बदलाव होने पर सफेद तिल खाने के फायदे - Benefits of Sesame Seeds For Women Hormonal Changes in Hindi 

पीरियड्स के दौरान दर्द से राहत

सफेद तिल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मासिक धर्म के दौरान ऐंठन और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसमें मौजूद हेल्दी फैट्स जैसे ओमेगा-6 और एंटीऑक्सिडेंट्स मासिक धर्म के लक्षणों को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।

Benefits of Sesame Seeds For Women Hormonal Changes in Hindi

एस्ट्रोजन का प्राकृतिक स्रोत

सफेद तिल फाइटोएस्ट्रोजेन से भरपूर होते हैं, जो महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं। रजोनिवृत्ति (menopause) के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है, जिससे हड्डियों की कमजोरी और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं होती हैं। सफेद तिल का नियमित सेवन इन समस्याओं को कम करने में सहायक हो सकता है।

हड्डियों की मजबूती

महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण अक्सर कैल्शियम की कमी हो जाती है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। तिल के बीज कैल्शियम, मैग्नीशियम, और जिंक का अच्छा स्रोत होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाव करते हैं।

थायरॉइड के लिए फायदेमंद

सफेद तिल में सेलेनियम और आयोडीन प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो थायरॉइड ग्रंथि को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक होते हैं। थायरॉइड हार्मोनल असंतुलन के कारण शरीर में ऊर्जा की कमी, वजन बढ़ना, और बालों का झड़ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सफेद तिल का सेवन थायरॉइड की समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।

मेनोपॉज के लक्षणों को कम करें

रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज) के दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे गर्मी लगना (hot flashes), अनिद्रा, और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं होती हैं। सफेद तिल में फाइटोएस्ट्रोजेन की उपस्थिति इन लक्षणों को कम करने में मदद करती है, जिससे महिलाओं को राहत मिलती है।

सफेद तिल का सेवन कैसे करें?

  • महिलाएं सफेद तिल को स्मूदी, दही, या सलाद पर छिड़क कर खाएं।
  • आप तिल के बीज को आटे में मिलाकर रोटी या पराठे बना सकते हैं।
  • तिल और गुड़ से बने लड्डू न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं।
  • खाना पकाने में आप सफेद तिल के तेल का उपयोग भी कर सकते हैं। यह हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है।

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सफेद तिल, महिलाओं के हार्मोनल स्वास्थ्य के लिए एक वरदान हैं। इन्हें नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करना हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है।

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