Benefits Of Regularly Checking Blood Pressure In Hindi: आपने अक्सर सुना होगा कि रेगुलर चेकअप करवाने से कई तरह की बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। हालांकि, हमारे यहां ज्यादातर लोग ऐसा नहीं करते हैं। जबकि, देखा जाए तो लोग नियमित रूप से यानी अपना रूटीन चेकअप करवाते हैं, वे कई घातक बीमारियों के बारे में पहले से ही जान जाते हैं। ऐसे में समय रहते न सिर्फ लक्षणों को कम किया जा सकता है, बल्कि बीमारी को गंभीर होने से पहले रोका भी जा सकती है। इसी तरह, ब्लड प्रेशर को मॉनिटर करने से भी किसी गंभीर बीमारी को घातक रूप लेने से पहले रोक सकते हैं। आपको बता दें कि ब्लड प्रेशर हाई या लो होने शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं। अगर समय रहते इसे कंट्रोल न किया जाए, तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि ब्लड प्रेशर को मॉनिटर करने के फायदों के बारे में।
ब्लड प्रेशर को मॉनिटर करने के फायदे
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बीमारी का रिस्क कम होता है
इससे पहले हम यह जानें कि आखिर ब्लड प्रेशर की मदद से बीमारी का जोखिम कैसे कम होता है? यह जान लेना ज्यादा जरूरी है कि ब्लड प्रेशर का मतलब क्या होता है? ब्लड प्रेशर उस दबाव को कहा जाता है जो ब्लड फ्लो की वजह से नसों की दीवारों पर पड़ता है। अगर किसी वजह से ब्लड प्रेशर का दबाव कम या ज्यादा होता है, तो इससे हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ सकता है। वहीं, अगर आप रेगुलर ब्लड प्रेशर को मॉनिटर करते हैं, तो इसकी रेंज जानकर आप पहले से ही अपनी सेहत में सुधार और जरूरी सावधानियां बरत सकते हैं।
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शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को बचाया जा सकता है
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अगर लंबे समय तक ब्लड प्रेशर का इलाज न करवाया जाए, तो इससे शरीर के सभी वाइटल ऑर्गन यानी महत्वपूर्ण अंगों खराब हो सकते हैं। वहीं, अगर आप ब्लड प्रेशर को मॉनिट किया गया और इसकी सामान्य रेंज को संतुलित रखा गया, तो महत्वपूर्ण अंगों को खराब होने से पहले से ही बचाया जा सकता है। यहां आ पाजनना चाहेंगे कि बीपी मॉनिटर में क्या देखना चाहिए? ध्यान रखें कि शरीर में अगर शरीर में ब्लड प्रेशर की रेंज अगर सिस्टोलिक- 120 mmHg और डायास्टोलिक- 80 mm Hg है, तो यह नॉर्मल रेंज कहलाती है। इस रेंज को बैलेंस रखना जरूरी होता है।
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साइड इफेक्ट को कम किया जा सकता है
ब्लड प्रेशर हाई हो, तो ऐसे में चेस्ट पेन, आंखों की रोशनी का धंधुला होना, हार्ट अटैक और प्रेग्नेंसी में समस्याएं हो सकती हैं। वहीं, अगर आप रेगुलरली ब्लड प्रेशर को मॉनिट करते हैं, तो ऐसे में इसके साइड इफेक्ट को कम किया जा सकता है। ध्यान रखें कि ब्लड प्रेशर को मॉनिटर करने के लिए मशीन आती है, जिसका इस्तेमाल आप घर में ही कर सकते हैं। अगर आपको नहीं पता है कि ब्लड प्रेशर मशीन का क्या उपयोग होता है? तो बेहतर होगा कि इस संबंध में एक बार नजदीकी डॉक्टर से जान लें।
सेक्सुअल डिस्फंक्शन को कंट्रोल करना
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि बीपी बढ़ने से शरीर में क्या दिक्कत होती है और किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं? असल में ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर बॉडी में ब्लड फ्लो बाधित होता है। ऐसे में कई पुरुषों और महिलाओं को शारीरिक संबंध स्थापित करने में परेशानी हो सकती है। पुरुषों की बात करें, तो ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम की वजह से उन्हें इरेक्शन की प्रॉब्लम हो सकती है। महिलाओं की बात करें, तो ब्लड प्रेशर की वजह से उन्हें वजाइनल ड्राईनेस हो सकती है और लिबिडो में भी कमी आ सकती है।
कुल मिलाकर कहने बात ये है कि अगर पहले से ही ब्लड प्रेशर के स्तर को मॉनिटर करते हैं, तो कई तरह के दुष्प्राभों को कम किया जा सकता है।
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