एक हालिया शोध में खुलासा हुआ है कि एक दिन ब्लड प्रेशर को मांपना वीडियो सेल्फी लेने जितना आसान हो सकता है। ट्रांसडर्मल ऑप्टिकल इमेजिंग रक्त प्रवाह में बदलाव का पता लगाकर स्मार्टफोन द्वारा कैप्चर्ड फेशियल वीडियो में आपका ब्लड प्रेशर मांप सकता है। वहीं परिवेश प्रकाश आपकी त्वचा की बाहरी परत में जाकर स्मार्टफोन के डिजीटल ऑप्टिक्ल सेंसर को रक्त प्रवाह पैटर्न की कल्पना करने और उसे मांपने की इजाजत देता है। इसलिए ट्रांसडर्मल ऑप्टिकल इमेजिंग को रक्तचाप का अनुमान लगाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
जर्नल सर्कुलेशनः कार्डिवास्कुलर इमेजिंग में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया, ''हाई ब्लड प्रेशर कार्डिवास्कुलर बीमारी में बड़ा योगदान देता है, जो कि मृत्यु और अपंगता का कारण बन सकता है। इसे रोकने और प्रबंधित करने के लिए नियमित रूप से ब्लड प्रेशर को मांपने की जरूरत होती है।''
अध्ययन के मुख्य लेखक कैंग ली ने कहा, ''ब्लड प्रेशर को मापने के लिए कफ वाले उपकरण अत्यधिक सटीक होते हुए भी असुविधाजनक और असहजता का भाव पैदा करते रहैं। उपयोगकर्ता हर बार ब्लड प्रेशर का माप लेने के लिए अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के दिशानिर्देशों और डिवाइस निर्माताओं के सुझाव का पालन नहीं करते हैं।''
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ली और उनके सहयोगियों ने ट्रांसडर्मल ऑप्टिकल इमेजिंग से लैस आईफोन का प्रयोग करते हुए दो मिनट का वीडियो बनाते हुए 1,328 कनाडाई और चीनी व्यस्कों के रक्त प्रवाह को मांपा।
शोधकर्ताओं ने सिस्टोलिक (हाई ब्लड प्रेशर), डिस्टोलिक (लो ब्लड प्रेशर) और नब्ज प्रेशर माप की तुलना स्मार्टफोन वीडियो से ब्लड प्रेशर रीडिंग के लिए एक पारंपरिक कफ-आधारित निरंतर ब्लड प्रेशर माप उपकरण का उपयोग करके की।
उन्होंने पाया कि ट्रांसडर्मल ऑप्टिकल इमेजिंग औसतन 95 फीसदी सटीकता के साथ सिस्टोलिक (हाई ब्लड प्रेशर) को माप सकती है जबकि डिस्टोलिक (लो ब्लड प्रेशर) और नब्ज प्रेशर को मापने में इसकी सटीकता 96 फीसदी है। अध्ययन में सभी लोगों का रक्तचाप सामान्य था।
ली ने कहा "अगर भविष्य के अध्ययन हमारे परिणामों की पुष्टि करते हैं और इस विधि का उपयोग रक्तचाप को मापने के लिए किया जा सकता है चाहे वह हाई ब्लड प्रेशर हो या फिर लो ब्लड प्रेशर। हमारे पास रक्त दबाव को आसानी से मॉनिटर करने के लिए संपर्क रहित और गैर-इनवेसिव विधि का विकल्प होगा। जिसका प्रयोग शायद कभी भी और कहीं भी किया जा सकता है। इसके पीछे हमारा मकसद स्वास्थ्य प्रबंधन है।''
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शोधकर्ताओं ने एक अच्छे प्रकाश वाली जगह पर इस तकनीक का प्रयोग किया इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि ये तकनीक घरों सहित कम प्रकाश वाले वातावरण में रक्तचाप को सटीक रूप से माप सकती है या नहीं।
इसके अलावा अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों की त्वचा टोन अलग-अलग थी। लिए गए नमूनों में बहुत से लोगों की त्वचा काली और सांवली भी थी। ली और उनके सहकर्मी तकनीक को और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने के लिए आवश्यक वीडियो की लंबाई 2 मिनट से कम कर 30 सेकंड करने के प्रयास में जुटे हैं।
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