
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना, भारत सरकार की स्वास्थ्य योजना है जिसके तहत 18 और उससे कम उम्र के बच्चों को सरकार की ओर से मुफ्त इलाज और चेकअप करवाया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई ऐसे बच्चे हैं जिनके परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है या वो चिकित्सा सेवा की पहुंच से दूर हैं, ऐसे बच्चों के लिए ये योजना लाभदायक है। योजना के तहत जन्म के समय कोई रोग, बीमारी या चेकअप के दौरान बीमारी का पता चलने पर बच्चे को मुफ्त इलाज दिया जाता है इसके अलावा स्कूलों में चेकअप और नवजात शिशुओं को स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच की जाती है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से स्कूल, आशा कार्यकर्ता भी जुड़े होते हैं। इस लेख में हम इस योजना के फायदों पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने यूपी नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के महाप्रबंधक डॉ वेद प्रकाश से बात की।

(image source:nih.gov)
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना क्या है? (RBSK or Rastriya Bal Swasthya Karyakram yojna)
केंद्र की बाल सुरक्षा स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना उन बच्चों के लिए है जिनकी उम्र 0 से 18 साल तक है। इस योजना के तहत जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त इलाज मुहिया करवाया जाता है। इस योजना के तहत बच्चे के माता-पिता ही नहीं बल्कि स्कूल और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी ये जिम्मेदारी दी जाती है कि वो बीमारी से पीड़ित बच्चों का चयन करके उनका इलाज करवाएं। जिन बच्चों की उम्र 0 से 6 हफ्ते होती है उनकी जिम्मेदारी आशा वर्कर को दी जाती है वहीं 6 साल से 18 साल की उम्र के बच्चों को इलाज मुहिया करवाने की जिम्मेदारी स्कूलों को दी जाती है। योजना के तहत बच्चों का चेकअप मुफ्त भी किया जाता है। इस योजना के तहत बच्चे के इलाज का खर्च सरकार उठाती है लेकिन इलाज केवल सरकारी अस्पताल, सीएचसी या पीएचसी में ही किया जाता है।
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जन्म के साथ जुड़ी कई बीमारियों का इलाज मुमकिन है

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यूपी में इस योजना के महाप्रबंधक डॉ वेद प्रकाश ने बताया कि कई ऐसे बच्चे होते हैं जिन्हें जन्म के समय इलाज नहीं मिलता पर सही चिकित्सा सहायता की मदद से जन्म के समय भी कई रोगों का इलाज किया जा सकता है। इस समय कोविड के कारण स्कूल बंद हैं इसलिए योजना का पूरा लाभ बच्चों तक नहीं पहुंच पा रहा है पर हमारी कोशिश है कि हर क्षेत्र में मौजूद आशा कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में मौजूद बच्चों को इलाज मुहिया करवा सके। डॉ वेद ने बताया कि सरकार की इस योजना का फोकस खास तौर पर 18 साल और उससे कम उम्र के बच्चों के लिए रखा गया है। कई बच्चे ऐसे होते हैं जिन्हें जन्म के साथ ही बीमारी होती है और उनका इलाज तुरंत करवाना जरूरी होता है इसलिए ये योजना ऐसे बच्चों के लिए लाभदायक है।
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राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के फायदे (Benefits of RBSK yojna)
- राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के फायदों की बात करें तो ये योजना ऐसे बच्चों को इलाज दिलाने में मदद करती है जिनके विकास में देरी हुई है या जन्म के बाद शरीर में कोई कमी है।
- योजना के तहत आम बीमारियां जैसे बुखार, चिकनपॉक्स के लक्षण, मलेरिया, त्वचा रोग, ईएनटी रोग आदि में भी बच्चों को इलाज दिया जाता है।
- जन्म के समय पोषण की कमी या किसी अन्य गंभीर बीमारी के इलाज, अनुवांशिक विकार आदि में इलाज मुहिया करवाया जाता है।
- राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के तहत बच्चों का मुफ्त चेकअप किया जाता है, चेकअप में यदि कोई बीमारी निकलती है तो बच्चे को सरकारी अस्पताल रेफर किया जाता है।
- इस योजना से मृत्यु दर में कमी आएगी, अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में कई ऐसे बच्चे हैं जो जन्म के 24 घंटे में दम तोड़ देते हैं, ऐसे में योजना का लाभ बच्चों को मिलेगा और वो एक स्वस्थ जीवन बिता सकेंगे।
- जिन बच्चों को जन्म से कोई बीमारी होती है उसका इलाज भी समय रहते किया जा सकता है, ज्यादा देरी करने पर बीमारी विकलांगता का रूप ले लेती है। योजना के लिए आशा वर्कर, मोबाइल स्वास्थ्य टीम, डॉक्टर्स की टीम की मदद ली जाती है।
- इस योजना को नेशनल हेल्थ मिशन के तहत चलाया जाता है जिसमें कि चेकअप के दौरान बच्चों के दांत का इलाज, दिल और सांस से जुड़े रोग की जांच भी की जाती है। योजना के तहत बच्चों की उम्र के मुताबिक उन्हें इलाज दिया जाता है।
इस योजना की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि उनके परिवार में मौजूद जरूरतमंद बच्चों की मदद हो सके।
(main image source:rbsk.gov)
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