
शिशु को बचपन में कैसा खानपान मिलता है इस पर उसका आगे का स्वास्थ्य निर्भर करता है। इसलिए जरूरी है कि बच्चों के स्वास्थ्य का ख्याल बचपन से रखा जाए। बचपन में शहद चटाना बच्चों की सेहत के लिए बहुत लाभदायक है। छोटे बच्चों को शहद चटाने से उनकी कई समस्याएं दूर रहती हैं। बचपन के खानपान से उनकी इम्युनिटी मजबूत होने लगती है। शहद में पावरफुल एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं। इसमें सेहत के कई राज छुपे हैं। यह बच्चों और बड़ों सभी के लिए फायदेमंद है। पर ध्यान रखें कि बच्चे को सही उम्र और सही मात्रा में शहद का सेवन कराना चाहिए। नमामी लाइफ में न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर शैली तोमर (Dr. Shaili Tomar, Nutritionist, Namami Life) का कहना है कि समय से पहले अगर बच्चों को शहद दिया गया तो क्लोस्ट्रीडियम इंफेक्शन हो सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि बच्चों को शहद कब देना चाहिए और शहद खिलाने के फायदे क्या हैं।
बच्चों को कब दें शहद?
भारत में कई राज्यों में शिशु के पैदा होने पर शहद चटाने की प्रथा है। लेकिन नमामी लाइफ में न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर शैली तोमर का कहना है कि मेडिकली बच्चों को 1 साल का होने के बाद ही शहद चटाना चाहिए। 1 साल से पहले शहद चटाने से बच्चों को इंफेक्शन जैसे क्लोस्ट्रीडियम इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि बच्चे को 1 वर्ष का होने के बाद ही शहद खिलाएं।
बच्चों को शहद खिलाने के फायदे
खांसी करे दूर
छोटे बच्चों को अगर किसी वजह से खांसी हो जाती है तो शहद चटाना फायदेमंद है। न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर शैली तोमर का कहना है कि अगर छोटे बच्चों को अगर सुबर शाम एक-एक चम्मच शहद दिया जाए तो उनके लिए फायदेमंद होता है। शहद के साथ थोड़ी सी अदरक मिला दी जाए तो बच्चों की खांसी, जुकाम में बहुत लाभदायक है।
मजबूत इम्युनिटी
शहद में पोलिफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट्स बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
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कब्ज में मददगार
शहद केवल एंटीऑक्सीडेंट ही नहीं है बल्कि यह एंटीबैक्टीरियल और एंटी-फंगल भी है। छोटे बच्चों को अक्सर कब्ज की दिक्कत हो जाती है। थोड़ा सा शहद चटाने से यह परेशानी दूर हो जाती है। बच्चों को शहद खिलाने से बुखार, खांसी, दस्त और कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
पेट के छाले
अगर बच्चों के पेट में छाले हो गए हैं शहद दवा की तरह काम कर सकता है। इसमें ऐसे गुण होते हैं जो पेट के छालों को कम करता है। हालांकि अगर सही मात्रा में शहद बच्चों को दिया जाए इससे उनकी कई परेशानियां दूर रहती हैं।
घाव करे ठीक
शहद खिलाने से बच्चों को अगर चोट लगती है और उसकी वजह से उन्हें घाव हो जाता है तो शहद की वजह से वह जल्दी ठीक हो जाता है। शहद घावों को भरने में मददगार है। शहद में जो फ्लेवनोइड्स होते हैं उनकी वजह से बुखार और थकान की समस्या भी दूर होती है।
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दिल के लिए अच्छा है शहद
शहद की मिठास से ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है। इसके अलावा शहद में लो कैलोस्ट्रोल लेवल होता है जिससे हार्ट संबंधी परेशानियां दूर रहती हैं। बच्चों के हृदय के लिए भी शहद बहुत अच्छा है।
सावधानियां
- बच्चों शहद खिलाने से पहले जांच लें कि जो शहद आप खिला रहे हैं वह शुद्ध है।
- एक दिन में 2 चम्मच से ज्यादा शहद बच्चों को न खिलाएं।
- ज्यादा मात्रा में शहद न खिलाएं।
बच्चों के लिए शहद कई बीमारियों की एक दवा है। यह केवल दवा के रूप में ही नहीं बल्कि पोषण के रूप में भी खिलाया जाना चाहिए। अगर बच्चों को सही मात्रा में और सही उम्र शहद मिलता है तो उसके उन्हें कई फायदे मिलते हैं।
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