थायरॉइड मरीजों को जरूर खाना चाहिए शिमला मिर्च, डायटीशियन से जानें इसके 5 फायदे

थायरॉइड मरीजों को श‍िमलाम‍िर्च खानी चाह‍िए, इससे उनके शरीर को कई फायदे म‍िलते हैं ज‍िसके बारे में आगे व‍िस्‍तार से जानेंगे 
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थायरॉइड मरीजों को जरूर खाना चाहिए शिमला मिर्च, डायटीशियन से जानें इसके 5 फायदे

थायरॉइड रोग‍ियो को श‍िमलाम‍िर्च खाना फायदेमंद होता है। श‍िमलाम‍िर्च को हम गॉर्न‍िश‍िंग में, सब्‍जी के रूप में, सलाद में या नूडल्‍स में डालकर खाना पसंद करते हैं पर क्‍या आपको पता है इस सब्‍जी का सेवन थायरॉइड में फायदेमंद होता है। शिमलाम‍िर्च में व‍िटाम‍िन सी, व‍िटाम‍िन ए, बीटा-कैरोटीन जैसे एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स मौजूद होते हैं। श‍िमलाम‍िर्च में कैलोरीज नहीं होती हैं, इसका सेवन करने से वजन कंट्रोल रहता है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं उन्‍हें श‍िमलाम‍िर्च का सेवन करना चाह‍िए। थायरॉइड में गले में सूजन और दर्द की समस्‍या होती है ज‍िसे कम करने के ल‍िए भी श‍िमलाम‍िर्च का सेवन फायदेमंद होता है वहीं श‍िमलामि‍र्च का सेवन करने से कोलेस्‍ट्रॉल भी न‍ियंत्र‍ित रहता है ज‍िससे द‍िल की बीमार‍ियों का खतरा कम होता है। इस लेख में हम थायरॉइड में श‍िमलामि‍र्च खाने के फायदे और उससे जुड़ी जरूरी बातों पर चर्चा करेंगे। इस व‍िषय पर ज्‍यादा जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के वेलनेस डाइट क्‍लीन‍िक की डाइटीश‍ियन डॉ स्‍म‍िता सिंह से बात की।

capsicum

(image source:shopify)

1. थायरॉइड ग्रंथ‍ि का दर्द दूर करे श‍िमलाम‍िर्च (Capsicum cures pain in thyroid gland)

शिमलाम‍िर्च नैचुरल पेनकि‍लर का काम करता है, इसका सेवन थायरॉइड में करने से थायरॉइड ग्रंथि में होने वाले दर्द से राहत म‍िलती है। अगर थायरॉइड बढ़ने के कारण गले में सूजन है तो श‍िमलाम‍िर्च को डाइट में एड करें, इससे सूजन और दर्द दोनों दूर होता है। थायरॉइड मरीजों को कैंसर का भी खतरा होता है ज‍िससे बचने के ल‍िए श‍िमलाम‍िर्च फायदेमंद मानी जाती है। ये कैंसर सैल्‍स को व‍िकस‍ित नहीं होने देती है ज‍िससे थायरॉइड मरीजों को कैंसर होने की आशंका कम हो जाती है। आप थायरॉइड को अलग-अलग रेस‍िपीज को हेल्‍दी बनाने के ल‍िए इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

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2. थायरॉइड में मेटाबॉल‍िज्‍म बढ़ाने के ल‍िए खाएं श‍िमलामिर्च (Capsicum increases metabolism in thyroid)

capsicum for thyroid

(image source:google)

थायरॉइड के दौरान मेटाबॉल‍िज्‍म घट जाता है ज‍िस कारण वजन बढ़ने लगता है, मेटाबॉलिज्‍म रेट ठीक होने से थायरॉइड भी कंट्रोल में रहता है। मेटाबॉलिज्‍म रेट को न‍ियंत्र‍ित करने के ल‍िए आप श‍िमलाम‍िर्च का सेवन कर सकते हैं। श‍िमलाम‍िर्च का सेवन करने से मेटाबॉलिज्‍म की प्रक्र‍िया बढ़ती है और कैलोरीज भी बर्न होती है। श‍िमलाम‍िर्च में व‍िटाम‍िन बी1 पाया जाता है जो शरीर को एनर्जी देने का काम भी करता है वहीं इसमें मौजूद कैप्‍साइस‍िन तत्‍व से हार्ट भी हेल्‍दी रहता है। जो लोग नूडल्‍स में श‍िमलाम‍िर्च डालकर खाते हैं उन्‍हें श‍िमलाम‍िर्च के फायदे तो म‍िलेंंगे पर नूडल्‍स मैदे से बनते हैं इसल‍िए आप घर पर होममेड नूडल्‍स में श‍िमलाम‍िर्च और अन्‍य सब्‍ज‍ियां म‍िलाकर हेल्‍दी नूडल्‍स बना सकते हैं।

3. थायरॉइड रोग‍ियों को हार्ट ड‍िसीज से बचाए शिमलाम‍िर्च (Capsicum prevents heart disease in thyroid)

श‍िमलाम‍िर्च का सेवन करने से कोलेस्‍ट्रॉल लेवल कंट्रोल रहता है। अगर आपको थायरॉइड है तो आपको हार्ट ड‍िसीज होने का ज्‍यादा खतरा रहता है पर अन्‍य बीमारियों से बचना चाहते हैं तो श‍िमलामिर्च का सेवन करें। श‍िमलाम‍िर्च में व‍िटाम‍िन ए और सी की भरपूर मात्रा होती है। ये एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स आपके शरीर को द‍िल से संबंध‍ित बीमार‍ियां, स्‍ट्रोक, अस्‍थमा आद‍ि बीमार‍ियों से बचाता है। आपको फास्‍ट फूड कम करना है तो आप होल ग्रेन ब्रेड में श‍िमलामिर्च की स्‍टफ‍िंग करके सैंडव‍िच के फॉर्म में खा सकते हैं। आप श‍िमलामि‍र्च को ब्राउन राइस के पुलाव में डालकर भी खा सकते हैं।

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4. श‍िमलाम‍िर्च खाने से थायरॉइड में वजन कंट्रोल होता है (Capsicum helps to control weight in thyroid)

capsicum thyroid

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थायरॉइड रोग‍ियों को सबसे बड़ी श‍िकायत होती है क‍ि थायरॉइड होने से उनका वजन बढ़ता ही जाता है। वजन कंट्रोल करने के ल‍िए आप श‍िमलाम‍िर्च का सेवन करें। श‍िमलामिर्च में फाइबर की अच्‍छी मात्रा होती है। फाइबर इंटेक बढ़ाने के ल‍िए आप ढेर सारी सब्‍ज‍ियां और फलों का सेवन करें ज‍िसमें आप श‍िमलाम‍िर्च को भी एड कर सकते हैं। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं वो श‍िमलामि‍र्च आलू की सब्‍जी के बजाय केवल श‍िमलामि‍र्च की सब्‍जी बनाकर खाएं ज‍िसे कम तेल में पकाया गया हो। श‍िमलाम‍िर्च में शुगर की मात्रा करीब 2 ग्राम होती है इसल‍िए आपको श‍िमलामि‍र्च को एक साथ ज्‍यादा मात्रा में नहीं खाना चाहि‍ए। आप श‍िमलामि‍र्च से हेल्‍दी ड‍िशेज घर पर बना सकती हैं जैसे पास्‍ता, प‍िज्‍जा या बर्गर लेकि‍न ब्रेड बनाते समय मैदे की जगह होल ग्रेन वीट का इस्‍तेमाल करें।

5. थायरॉइड में इम्‍यून‍िटी बढ़ाए श‍िमलाम‍िर्च (Capsicum helps to boost immunity in thyroid)

थायरॉइड मरीजों को अन्‍य बीमारियों का खतरा होता है ज‍िसे बचने के ल‍िए उनकी इम्‍यून‍िटी अच्‍छी होनी चाह‍िए। इम्‍यून‍िटी बढ़ाने वाले फूड्स की बात करें तो थायरॉइड में श‍िमलामिर्च जरूर खानी चाह‍िए। शिमलाम‍िर्च में व‍िटाम‍िन सी की भरपूर मात्रा होती है। व‍िटाम‍िन सी से इम्‍यून‍िटी बढ़तीहै और लंग इंफेक्‍शन का खतरा कम हो जाता है वहीं अन्‍य संक्रामक रोगों से भी बचाव होता है। इम्‍यून‍िटी बढ़ाने के ल‍िए आप सुबह-सुबह एक बाउल सलाद में श‍िमलामि‍र्च, पनीर, टमाटर, स्‍प्राउट्स को एड करके खा सकते हैं। श‍िमलामिर्च में व‍िटाम‍िन के भी पाया जाता है जो हड्ड‍ियों के ल‍िए अच्‍छा होता है, कई थायरॉइड मरीजों को प्रोटीन की कमी से हड्ड‍ियां कमजोर हो जाती हैं इसल‍िए आपको श‍िमलाम‍िर्च का सेवन करना चाह‍िए। 

बीपी की श‍िकायत है तो श‍िमलाम‍िर्च ज्‍यादा न खाएं (Avoid overeating capsicum)

capsicum and thyroid

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अगर आपको थायरॉइड है और आप बीपी के मरीज हैं तो आपको श‍िमलाम‍िर्च का सेवन ज्‍यादा नहीं करना चाह‍िए। श‍िमलाम‍िर्च का ज्‍यादा सेवन करने से बीपी बढ़ सकता है हालांक‍ि संतुलि‍त मात्रा में श‍िमलाम‍िर्च का सेवन करने से बीपी नहीं बढ़ता। डायटीश‍ियन डॉ स्‍म‍िता ने बताया क‍ि श‍िमलाम‍िर्च का सेवन सुबह नाश्‍ते से लेकर रात के खाने तक कभी भी क‍िया जा सकता है आप हल्‍की रोस्‍ट हुई श‍िमलाम‍िर्च की सब्‍जी खा सकते हैं या सलाद के फॉर्म में श‍िमलाम‍िर्च का सेवन कर सकते हैं। रोल्‍स और हेल्‍दी सैंडव‍िच में शिमलामिर्च रेस‍िपी को हेल्‍दी भी बनाता है और स्‍वाद भी बढ़ाता है। श‍िमलामि‍र्च को आप सूप में डालकर पी सकते हैं या आप श‍िमलाम‍िर्च से हेल्‍दी स्‍टफ‍िंग बनाकर खा सकते हैं। आप एक द‍िन में करीब 1300 म‍िलीग्राम शिमलामिर्च का सेवन कर सकते हैं।

कुछ लोगों को श‍िमलामिर्च का सेवन करने से एस‍िड‍िटी की श‍िकायत होती है, अगर आपको भी एस‍िड‍िटी या एलर्जी जैसी श‍िकायत है तो आप डॉक्‍टर या डायटीश‍ियन से सलाह लेकर ही श‍िमलाम‍िर्च का सेवन करें।

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