
समय के साथ लोगों की आदतों में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। 9 से 6 की डेस्क जॉब करने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली है। ऐसे में लोग अपने शरीर से ज्यादा अपने कैरियर पर फोकस करते हैं। यही वजह है कि मोटापा आज के समय में आम समस्या बनती जा रही है। इसके अलावा हर आयु वर्ग की जंक फूड की प्रति बढ़ती दिवानगी भी इनको मोटा बनाने में अहम रोल अदा करती हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यदि आप सुबह के समय अपने लिए समय निकाल लें तो आप कई समस्याओं से खुद का बचाव कर सकते हैं। मोटापा, डायबिटीज और हाई बीप जैसे आम समस्याओं को दूर करने के लिए 6-6-6 रूटीन एक बेहद ही कारगर उपाय है। यह रूटीन न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि मानसिक शांति और संपूर्ण जीवनशैली को बेहतर बनाने में मदद करता है। आइए जानते हैं इस रूटीन के लाभ और इसे अपने दैनिक जीवन में कैसे शामिल करें।
क्या है 6-6-6 वॉकिंग रूटीन ? - What is 6-6-6 walking routine?
आज के युवाओं के बीच अलग-अलग तरह के एक्टिव रूटीन काफी पॉपुलर हैं। इसमें 6-6-6 रूटीन को भी शामिल किया जाता है। इसमें व्यक्ति सप्ताह के सातों दिनों की अपेक्षा केवल 6 दिन ही वॉक पर जाता है। लेकिन, यह वॉक 6 किलोमीटर और हर रोज सुबह 6 बजे के निश्चित समय पर करने की सलाह दी जाती है। वॉक से पहले आप 6 मिनट का वॉर्म अप और 60 मिनट पूरे होने से पहले कूल डाउन भी अवश्य करें। इससे पूरे शरीर की एक्सरसाइज होती है और मोटापा व अन्य समस्याएं कंट्रोल में रहती हैं।
6-6-6 वॉकिंग रूटीन के फायदे - Benefits Of 6-6-6 walking routine?
हृदय स्वास्थ्य में सुधार
नियमित वॉकिंग हृदय को मजबूत बनाती है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करती है। यह हृदय से जुड़ी बीमारियों जैसे हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने में सहायक है।
मोटापे को करें कंट्रोल
अगर आप अपना वजन घटाना चाहते हैं तो यह रूटीन आपके लिए बेहद लाभदायक साबित हो सकता है। 6 किलोमीटर पैदल चलने से शरीर में अतिरिक्त कैलोरी बर्न होती है और फैट बर्न करने की प्रक्रिया तेज होती है।
मेंटल हेल्थ बेहतर होना
वॉकिंग से मस्तिष्क में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है, जो तनाव और अवसाद को कम करने में मदद करता है। यह रूटीन अपनाने से आप दिनभर एनर्जी महसूस करेंगे।
पाचन तंत्र को मजबूत करता है
सुबह या शाम की सैर पाचन को सुधारने में मदद करती है। यह गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं को दूर करता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। इससे शरीर में मोटापा नहीं बढ़ता है।
हड्डियों और जोड़ों के लिए फायदेमंद
नियमित रूप से 6 किलोमीटर पैदल चलने से हड्डियों की मजबूती बढ़ती है और गठिया जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। इसके रूटीन के चलते जोड़ों का मूवमेंट बना रहता है और अकड़न दूर होती है।
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How to follow a 6-6-6 walking routine: 6-6-6 वॉकिंग रूटीन न केवल आपके शरीर को फिट और एक्टिव रखता है, बल्कि मानसिक रूप से भी आपको संतुलित और स्वस्थ बनाए रखता है। यह एक सरल और प्रभावी तरीका है, जिससे आप अपनी लाइफस्टाइल में हेल्दी आदतों को अपना सकते हैं। अगर आप बेहतर हेल्थ और एनर्जिटिक जीवन चाहते हैं, तो आज ही इस वॉकिंग रूटीन को अपनाएं। शुरूआत में आप कम दूरी से वॉकिंग शुरू कर सकते हैं।
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