
Benefits Of Kattha In Hindi: जो लोग पान खाने के शौकीन हैं, वे कत्थे के महत्व को अच्छी तरह समझते होंगे। कत्था न सिर्फ पान को लाल रंग प्रदान करता है, बल्कि इसके स्वाद को भी बढ़ाता है। लेकिन क्या आप कत्थे के फायदों के बारे में सुना है? जी हां, कत्थे का सेवन सेहत के लिए लाभकारी होता है। कत्था, खैर के पेड़ की लकड़ी से निकाला जाता है। कत्थे का प्रयोग कई समस्याओं के इलाज के लिए सदियों से किया जा रहा है। आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार की दवाओं को बनाने में भी कत्था का उपयोग किया जाता है। कत्थे में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार कत्था तासीर में ठंडा और स्वाद में कड़वा, तीखा व कसैला होता है। अगर इसका सीमित मात्रा में इस्तेमाल किया जाए, तो यह शरीर की कई समस्याओं को दूर कर सकता है। आज इस लेख में हम आपको कत्थे के 5 फायदे बता रहे हैं -
कत्था के फायदे - Benefits Of Kattha In Hindi
गले में खराश से राहत दिलाए
अगर आप गले में खराश या गला बैठने जैसी समस्याओं परेशान हैं, तो कत्थे का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। कत्थे के चूर्ण को गर्म पानी के साथ मिलाकर पीने या कत्थे का चूर्ण मुंह में रखकर चूसने से गले की समस्याओं से राहत मिल सकती है।
खांसी को ठीक करे
कत्थे का इस्तेमाल खांसी को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है। इसके लिए कत्थे को हल्दी और मिश्री के साथ मिलाएं। अब इस मिश्रण से गोलियां बना लें। अब इन गोलियों को मुंह में रखकर चूसते रहें। ऐसा करने से खांसी आना बंद हो जाएगी।
दांतों की समस्याएं दूर करे
कत्थे को नियमित उपयोग करने से दांतों से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं। इसके लिए आप कत्थे को दन्त मंजन में मिलाकर दांत को नियमित रूप से साफ करें। इससे दांत में दर्द या मसूड़ों में सूजन की समस्या से राहत मिलेगी। हालांकि, ध्यान रखने कि इसे एक चुटकी ही मंजन में मिक्स करें। ज्यादा मात्रा में कत्थे का इस्तेमाल करने से दांतों को नुकसान पहुंच सकता है।
इसे भी पढ़ें: हाथ-पैर की जलन कम कर सकता है पान का शरबत, जानें हर मौसम इसे पीने के 10 आयुर्वेदिक फायदे
पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाए
कत्था पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी प्रभावी होता है। कत्थे को पानी में उबालकर पीने से दस्त की समस्या में राहत मिलती है। इसके अलावा, यह खट्टी डकार और पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं को दूर करने में भी लाभकारी होता है।
घाव जल्दी भरे
कत्थे में घाव भरने के गुण होते हैं। चोट लगने पर कत्थे को बारीक पीसकर प्रभावित जगह पर लगाएं। इससे घाव जल्दी भरने में मदद मिलेगी और खून बहना भी बंद हो जाएगा।
इसे भी पढ़ें: अर्जुन की छाल कैसे लेनी चाहिए? जानें 4 तरीके जिनसे दूर होंगी कई समस्याएं
अस्थमा में फायदेमंद
अस्थमा की बीमारी में कत्था एक औषधि की तरह काम करता है। इसके लिए कत्था को हल्दी और शहद के साथ मिलाकर दिन में दो से चार बार एक चम्मच की मात्रा में लें। इससे सांस से जुड़ी समस्याओं से काफी राहत मिल सकती है।
कत्था शरीर की कई समस्याओं को दूर करने में प्रभावी होता है। लेकिन अगर आपको कोई गंभीर बीमारी है, तो इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।