हाल ही में हुए एक अध्ययन में इंटरमिटेंट फास्टिंग, मेडिटेरेनियन डाइट और पैलियो डाइट के प्रभावशाली परिणाम सामने आए हैं। ये तीनों ही डाइट इन दिनों लोगों के बीच काफी पसंद की जा रही है। शोधकर्ताओं ने उन लोगों के स्वास्थ्य पैमाने पर हुए सुधार का विश्लेषण किया, जिन्होंने इन तीनों में से किसी एक डाइट को फॉलो किया। शोधकर्ताओं ने उन लोगों की गिनती की भी पता लगाने को कोशिश की, जिन्होंने अपने द्वारा चुनी हुई डाइट को बीच में ही छोड़ दिया और जिन्होंने अपनी डाइट को आगे जारी रखा।
250 लोगों पर ओटागो विश्वविद्यालय के इस शोध में सामने आया कि इंटरमिटेंट डाइट अन्य डाइट के मुकाबले वजन कम करने में अधिक प्रभावी साबित हुई है। इस डाइट के साथ एक व्यक्ति अपनी ऊर्जा का सेवन 500 किलो कैलोरी (महिलाओं के लिए) या 600 किलो कैलोरी (पुरुषों के लिए) तक सीमित कर सकता है। वहीं मेडिटेरेनियन डाइट भी ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करती है।
डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन की रिसर्च फेलो और अध्ययन की सह-लेखक डॉ. मेलिसा रॉय का कहना है कि इन तीनों प्रकार की डाइट लेने वाले 250 लोगों का औसतन वजन दो से चार किलोग्राम तक कम पाया गया लेकिन जिन लोगों ने इंटरमिटेंट फास्टिंग या फिर मेडिटेरेनियन डाइट ली उनके ब्लड प्रेशर में भी काफी सुधार देखा गया। इस शोध का लक्ष्य इन तीनों डाइट प्लान के प्रभावों की वास्तविकता जानना था। शोध में सभी लोगों ने अपने मनमाफिक डाइट का चुनाव किया और उसे आगे भी जारी रखने का फैसला किया। इस शोध में खास बात ये रही है कि लोगों ने बिना किसी डायटिशियन के सपोर्ट के इन डाइट को जारी रखा।
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डॉ. रॉय का कहना है कि सबूतों से सामने आया है कि वे लोग, जो मेडिटेरेनियन डाइट, इंटरमिटेंट फास्टिंग या फिर पैलियो डाइट फॉलो कर रहे हैं उनके लिए ये काफी सेहतमंद और फायदेमंद ईटिंग हैबिट के समान है। उन्होंने कहा कि हमारा शोध इस विचार का समर्थन करता है कि कोई अकेली डाइट आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट नहीं है। मौजूदा हालात में ऐसे बहुत से विकल्प है, जो अलग-अलग लोगों को सूट करते हैं और वाकई में प्रभावी हैं। इस अध्ययन में शुरुआत में लोगों को डाइटरी दिशा-निर्देश दिए गए और सामान्य रहते हुए वास्तविक दुनिया में अपनी डाइट को आगे भी जारी रखने के लिए कहा गया।
अध्ययन के मुताबिक, करीब आधे लोगों ने एक साल बाद भी अपने डाइट प्लान को जारी रखा और अपने स्वास्थ्य में सुधार का अनुभव किया। शोधकर्ता का कहना है कि मेडिटेरेनियन डाइट, इंटरमिटेंट फास्टिंग और पैलियो डाइट की भी वैध स्वस्थ खाने की आदतें हो सकती है। सर्वश्रेष्ठ डाइट वह है, जिसमें हेल्दी फूड शामिल हो और वह उस व्यक्ति को सूट करती है।
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वहीं अध्ययन की सह-मुख्य लेखक डॉ. मिशेल जोस्पे का कहना है कि अध्ययन के नतीजे दर्शाते हैं कि लोगों ने मेडिटेरेनियन डाइट को फॉलो करने में सबसे आसान पाया। करीब 54 फीसदी लोगों ने फास्टिंग डाइट का चुनाव किया जबिक 27 फीसदी ने मेडिटेरियन और 18 फीसदी ने पैलियो डाइट को चुना। करीब 12 महीनों बाद ये पाया गया कि 57 फीसदी लोगों ने मेडिटेरेनियन डाइट को जारी रखने का फैसला किया, वहीं 54 फीसदी ने फास्टिंग को जारी रखा और पैलियो डाइट को सिर्फ 35 फीसदी लोगों ने जारी रखने का फैसला किया।
फास्टिंग और मेडिटेरेनियन डाइट वाले लोगों के बीच ब्लड प्रेशर में कमी देखी गई जबकि मेडिटेरियन डाइट लेने वाले लोगों के ब्लड शुगर लेवल में भी कम पाया गया। डॉ. जोस्पे ने बताया कि प्रतिभागियों का कहना है कि वह अभी भी 12 महीनों से अपनी डाइट का पालन कर रहे हैं, और उन्होंने अपना वजन भी कम किया है। इससे एक डाइट के चुनाव के महत्व महत्व का पता चलता है, जिसे लोग आसानी से फॉलो भी कर सकते हैं।
उनका मानना है कि इस अध्ययन के परिणाम उन हजारों लोगों के लिए काफी प्रभावी साबित होंगे, जो खुद से डाइट चुनते हैं और बेहतर परिणाम प्राप्त करने की उम्मीद करते हैं।
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