लगातार बैठे रहने से पीठदर्द हो सकता है कॉक्सीडीनिया का संकेत, जानें लक्षण

लगातार कई घंटों तक बैठे रहने के कारण शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं। कॉक्सीडीनिया भी एक ऐसा ही रोग है, जो घंटों बैठे रहने वाले लोगों में साधारणतः पाया जाता है।
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लगातार बैठे रहने से पीठदर्द हो सकता है कॉक्सीडीनिया का संकेत, जानें लक्षण


लगातार कई घंटों तक बैठे रहने के कारण शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं। कॉक्सीडीनिया भी एक ऐसा ही रोग है, जो घंटों बैठे रहने वाले लोगों में साधारणतः पाया जाता है। इस रोग में पीठ के निचले हिस्से (कॉकिक्स) में अक्सर दर्द रहता है, जिससे मरीज को रोजाना के कामों में परेशानी आती है। युवावस्था में डेस्क जॉब करने वाले लोगों में ये समस्या कम देखने को मिलती है मगर उम्र बढ़ने के साथ-साथ इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। आइए आपको बताते हैं क्या है कॉक्सीडीनिया और क्या हैं इस रोग के लक्षण और उपचार।

कॉक्सीडीनिया में परेशानियां

कॉक्सीडिनिया के कारण पीठ के निचले हिस्से में (टेलबोन में) दर्द की समस्या होती है। इस दर्द के कारण आपको रोजमर्रा के कामों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या में आपको बाईक चलाते समय, शारीरिक संबंध के दौरान, अधिक समय तक बैठने पर या पैरों पर अतिरिक्त दबाव देने पर तेज़ दर्द हो सकता है। आजकल युवाओं में अधिक बैठने या बाइक चलाने से काक्सीडीनिया नामक समस्या बढ़ रही है। अगर समय रहते कॉक्सी‍डीनिया का इलाज नहीं किया गया, तो ये सायटिका जैसा तेज़ दर्द आपको आजीवन सता सकता है।

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कॉक्सीडीनिया का कारण

  • किसी प्रकार का तेज़ चोट लगना
  • किसी प्रकार की सर्जरी
  • खेल के दौरान चोट लगना
  • अधिक समय तक बैठना
  • व्यायाम की कमी

घंटों बैठे रहने से होता है खतरा

कॉक्सीडीनिया का मुख्य कारण घंटों बैठकर एक पोजीशन में काम करना या बैठे रहना होता है। दरअसल बैठने के दौरान हमारे शरीर के पिछले हिस्से में मौजूद कॉकिक्स हड्डी पर दबाव पड़ता है। ये हड्डी हमारे शरीर में टेलबोन के पास होती है। इस हड्डी में समस्या आने के कारण दर्द शुरू हो जाता है और पीठ के निचले हिस्से में सूजन की समस्या हो सकती है।

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कैसे करें कॉकिक्स से बचाव

  • लगातार एक ही स्थिति में ना बैठें।
  • दर्द से बचने के लिए गर्म मसाज बहुत लाभदायी सिद्ध हो सकता है।
  • गंभीर स्थितियों में सर्जरी की भी आवश्यकता पड़ सकती है। 
  • कमर में होने वाले दर्द को न करें नजरअंदाज।
  • लगातार दर्द की समस्या होने पर चिकित्सक से संपर्क करें।

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